₹30,000 करोड़ का IPO! रिलायंस जियो लाएगा भारत का सबसे बड़ा इश्यू; MOSL का अनुमान, जानें डिटेल्स

रिलायंस जियो अगले साल की पहली छमाही में पब्लिक होने की तैयारी कर रही है. ब्रोकरेज मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक, यह आईपीओ 30,000 करोड़ रुपये का हो सकता है और भारत का अब तक का सबसे बड़ा इश्यू साबित होगा. जियो प्लेटफॉर्म्स की वैल्यू 11.9 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है, जबकि RIL की हिस्सेदारी 7.91 लाख करोड़ रुपये की है. विस्तार में जानें.

रिलायंस जियो आईपीओ Image Credit: @Canva/Money9live

Reliance Jio IPO Size: रिलायंस जियो की पब्लिक लिस्टिंग अगले साल की पहली छमाही (जून 2026 तक) में होने की संभावना जताई जा रही है. ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (MOSL) का अनुमान है कि यह आईपीओ भारत का अब तक का सबसे बड़ा होगा, जिसकी वैल्यू लगभग 30,000 करोड़ रुपये आंकी गई है. इससे इतर, ब्रोकरेज फर्म ने कंपनी के वैल्यूएशन को लेकर कई इनसाइट्स जारी किए हैं. आइए विस्तार से बताते हैं.

जियो प्लेटफॉर्म्स की वैल्यू कितनी?

बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, MOSL के मुताबिक, जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (JPL) की इक्विटी वैल्यू करीब 11.9 लाख करोड़ रुपये (135 बिलियन डॉलर) है. इसमें से रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की हिस्सेदारी की वैल्यू लगभग 7.91 लाख करोड़ रुपये (90 बिलियन डॉलर) है. वहीं JPL का एंटरप्राइज वैल्यू (EV) यानी इक्विटी + डेट, करीब 151 बिलियन डॉलर आंका गया है. दूसरे ब्रोकरेज हाउस जैसे मॉर्गन स्टेनली, सिटी और बोफा (BofA) ने भी जियो की वैल्यू का अनुमान लगाया है, जो क्रमश: 133 बिलियन, 135 बिलियन और 127 बिलियन डॉलर है.

देश का सबसे बड़ा आईपीओ बनेगा जियो

SEBI के हालिया प्रस्ताव के मुताबिक, बड़े आईपीओ के लिए पब्लिक ऑफर साइज को 5 फीसदी से घटाकर 2.5 फीसदी करने की सिफारिश की गई है. इसी आधार पर MOSL का मानना है कि जियो का आईपीओ लगभग 30,000 करोड़ रुपये का हो सकता है. इससे यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ बन जाएगा. फिलहाल सबसे बड़े आईपीओ का रिकॉर्ड ह्युंडई इंडिया के पास है, जिसने 2024 में करीब 27,000 करोड़ रुपये जुटाए थे.

निवेशकों के लिए एग्जिट का मौका

2020 में जियो प्लेटफॉर्म्स ने 20 बिलियन डॉलर (1.52 लाख करोड़ रुपये) का निवेश जुटाया था. उस समय कंपनी ने लगभग 33 फीसदी हिस्सेदारी मेटा (फेसबुक), गूगल, KKR, PIF और मुबाडला जैसे ग्लोबल निवेशकों को बेची थी. अब जब जियो की लिस्टिंग होगी तो इन निवेशकों को एग्जिट का बड़ा मौका मिलेगा. ब्रोकरेज रिपोर्ट्स का कहना है कि जियो की लिस्टिंग के बाद होल्डिंग कंपनी डिस्काउंट पर बहस तेज होगी. दरअसल, RIL शेयरधारकों को जियो के सीधे शेयर नहीं मिलेंगे, बल्कि जियो में निवेश करने के लिए अलग से पब्लिक मार्केट का रास्ता अपनाना होगा. इसपर अलग-अलग ब्रोकरेज फर्म्स की अलग-अलग राय है-

टैरिफ हाइक से होगा फायदा

ब्रोकरेज हाउस का अनुमान है कि आईपीओ से पहले जियो और भी मजबूत पोजीशन बनाने के लिए टैरिफ हाइक (15 फीसदी तक) कर सकती है. जेफरीज का कहना है कि जियो की पब्लिक लिस्टिंग से पहले 5G टेक्नोलॉजी का निर्यात और एंटरप्राइज बिजनेस का विस्तार भी ग्रोथ में योगदान देगा. वहीं, गोल्डमैन सैक्स और JM फाइनेंशियल का मानना है कि 2025 की दूसरी छमाही (जुलाई-दिसंबर) में टैरिफ बढ़ने की संभावना है.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.