Tata Capital IPO से पहले इन लोगों को 50% से ज्यादा नुकसान, 15 दिन पहले कर दी थी ये गलती; अब 6 महीने के फेर में फंसे

Tata Capital IPO सोमवार, 6 अक्टूबर को खुलने जा रहा है और 8 अक्टूबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध रहेगा. कंपनी ने 310-326 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. अनलिस्टेड मार्केट में पहले से खरीदे गए शेयरों की तुलना में प्राइस में भारी गिरावट देखने को मिली है. प्री-IPO निवेशकों के लिए सेबी ने छह महीने का लॉक-इन पीरियड निर्धारित किया है.

टाटा कैपिटल आईपीओ Image Credit: money9live.com

Tata Capital IPO: सोमवार यानी 6 अक्टूबर को एक और IPO दस्तक देने जा रहा है. 15,511.87 करोड़ रुपये का यह Tata Capital IPO 8 अक्टूबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा. अब जब यह सोमवार को खुलने जा रहा है, ऐसे में इसकी लगभग सभी जानकारियां सामने आ चुकी हैं. प्राइस बैंड से लेकर लॉट साइज तक सब कुछ तय हो गया है. हालांकि अगर इसके प्राइस देखें तो यह अनलिस्टेड शेयर की तुलना में काफी कम है. ऐसे में अब सवाल उठता है कि प्री-IPO में जिसने भी शेयर खरीदे हैं, क्या उन्हें नुकसान होने वाला है? तो आज इन्हीं सवालों का जवाब तलाशेंगे और जानेंगे कि प्री-IPO में खरीदे गए शेयर को IPO के बाद बेचने का क्या नियम है. साथ ही जब सोमवार को यह दस्तक दे रहा है, तो आपको बताएंगे कि इसके GMP का क्या हाल है.

Tata Capital IPO: प्री-IPO और IPO प्राइस

Tata Capital ने अपने IPO के लिए 29 सितंबर को प्राइस बैंड का ऐलान किया था. इसका प्राइस बैंड 310-326 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. वहीं इसके एक लॉट में 46 शेयर हैं और रिटेल निवेशकों को इसमें निवेश करने के लिए 14,996 (46 शेयर) रुपये की जरूरत पड़ेगी. हालांकि प्री-IPO में अनलिस्टेड शेयर की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है.

21 अप्रैल 2024 को इसकी कीमत सबसे ज्यादा 1,125 रुपये प्रति शेयर थी, वहीं 21 सितंबर 2025 को इसकी कीमत 735 रुपये थी. 21 सितंबर की तुलना में इसका प्राइस अब 55.64 फीसदी कम है. इस तरह अगर इसके मौजूदा प्राइस बैंड को देखें तो यह अनलिस्टेड शेयर से काफी कम है. जिन निवेशकों ने प्री-IPO के दौरान अनलिस्टेड शेयर खरीदे हैं, उनके लिए लिस्टिंग के बाद के नियम अलग हैं.

प्री-IPO अनलिस्टेड शेयर लिस्टिंग के बाद बेचने का नियम

अनलिस्टेड शेयर पारंपरिक शेयर मार्केट से परे अवसर तलाशने वाले निवेशकों की रुचि को तेजी से आकर्षित कर रहे हैं. हालांकि अनलिस्टेड शेयर खरीदने में कुछ चुनौतियां भी हैं. सबसे बड़ी चुनौती यह है कि अगर किसी ने अनलिस्टेड शेयर खरीदे हैं, तो इस बात की कोई गारंटी नहीं होती कि कंपनी कब लिस्ट होगी.

इसके अलावा दूसरी बड़ी चुनौती यह है कि यदि आपके पास किसी लिस्ट होने वाली कंपनी के अनलिस्टेड शेयर हैं, तो आप उन्हें IPO के तुरंत बाद नहीं बेच सकते. SEBI द्वारा निर्धारित छह महीने की Lock-in Period लिस्टिंग की तारीख से लागू होती है, जिसके दौरान प्री-IPO निवेशकों को अपनी हिस्सेदारी बेचने की अनुमति नहीं होती. यानी यदि आपने प्री-IPO में अनलिस्टेड शेयर खरीदे हैं, तो लिस्टिंग के छह महीने तक आप उन्हें बेच नहीं सकते.

Tata Capital IPO: कैसा है GMP का हाल

Tata Capital IPO के GMP में आज गिरावट देखने को मिली है. Investorgain के मुताबिक, इसका GMP 7.5 रुपये है, जिसे रविवार को 04:02 PM पर अपडेट किया गया था. GMP के अनुसार यह अपने प्राइस 326 रुपये के मुकाबले 333.5 रुपये पर लिस्ट हो सकता है. ऐसे में निवेशकों को लगभग 2.30 फीसदी का लिस्टिंग गेन मिलने की उम्मीद है. रिटेल निवेशकों को एक लॉट पर 345 रुपये का लिस्टिंग गेन मिलने की संभावना है.

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डिसक्लेमर: मनी9लाइव का GMP और IPO तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.