Tata Capital vs LG Electronics: अक्टूबर में बाजार में आएंगे दो बड़े IPO, जानें किसका फाइनेंशियल मजबूत

शेयर बाजार में इस अक्टूबर दो बड़े नाम आमने-सामने हैं. एक तरफ भारतीय दिग्गज कंपनी टाटा कैपिटल, दूसरी ओर दक्षिण कोरियाई दिग्गज एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स. दोनों अपने-अपने आईपीओ लाने की तैयारी में हैं और ताजा वित्तीय नतीजे इस मुकाबले को और दिलचस्प बना रहे हैं.

Tata Capital vs LG IPO Image Credit: Money9 Live

बाजार में निवेशकों के लिए अक्टूबर की शुरुआत बेहद अहम होने वाली है. इस महीने दो बड़े आईपीओ की दस्तक है – टाटा कैपिटल और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया. दोनों कंपनियों की लिस्टिंग न केवल उनके विस्तार के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय शेयर बाजार में बड़ी रकम जुटाने की दिशा में भी ये कदम निर्णायक साबित होंगे. हालांकि दोनों के आईपीओ के साइज, उद्देश्य और वैल्यूएशन में काफी अंतर है, लेकिन निवेशकों की निगाहें इन पर पहले से ही टिकी हुई हैं.

टाटा कैपिटल का बड़ा इश्यू

टाटा कैपिटल, टाटा ग्रुप की प्रमुख वित्तीय सेवा कंपनी 6 अक्टूबर को अपना आईपीओ बाजार में सब्सक्रिप्शन के लिए खोलेगी. निवेशक 8 अक्टूबर तक इस आईपीओ को सब्सक्राइब कर सकेंगे. इस आईपीओ के तहत 210 मिलियन नए शेयरों का इश्यू और कुछ शेयरधारकों द्वारा 265.82 मिलियन शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के तौर पर बेचे जाने हैं.

इस आईपीओ के जरिए टाटा कैपिटल लगभग 1.85 बिलियन डॉलर यानी 16,400 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रख रही है. टाटा ग्रुप इस लिस्टिंग के बाद कंपनी का कुल मूल्यांकन 16.5 बिलियन डॉलर करने की योजना बना रहा है. टाटा कैपिटल में टाटा सन्स का बड़ा हिस्सा है, जबकि IFC और अन्य समूह कंपनियां जैसे TMF होल्डिंग्स, टाटा इंवेस्टमेंट कॉर्पोरेशन, टाटा मोटर्स, टाटा केमिकल्स और टाटा पावर अन्य हिस्सेदारी रखती हैं.

आईपीओ की बिडिंग एंकर निवेशक के लिए 3 अक्टूबर की तारीख तय की गई है. रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार टाटा कैपिटल जैसे बड़े NBFC को घरेलू स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट करना अनिवार्य था, लेकिन कंपनी को थोड़ी देर से एक्सटेंशन भी मिली.

LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का आईपीओ

दूसरी ओर, दक्षिण कोरियाई कंपनी LG इलेक्ट्रॉनिक्स की भारतीय इकाई भी अक्टूबर की शुरुआत में आईपीओ लाने जा रही है. इस आईपीओ के जरिए कंपनी लगभग 15,237 करोड़ रुपये (करीब 1.3 बिलियन डॉलर) जुटाने की योजना बना रही है. इसके साथ ही कंपनी का कुल मूल्यांकन लगभग 9 बिलियन डॉलर के आसपास होगा, जो दिसंबर में पहले फाइल किए गए 15 बिलियन डॉलर से काफी कम है.

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने पहले 101.8 मिलियन शेयर यानी 15% हिस्सेदारी बेचने का प्रस्ताव रखा था. हालांकि, बाजार की अस्थिरता के वजह से इसे स्थगित करना पड़ा. इस साल कंपनी आंध्र प्रदेश में अपने तीसरे प्लांट के लिए चार साल में 600 मिलियन डॉलर निवेश करेगी.

आईपीओ में एक्सिस बैंक, मॉर्गन स्टेनली, जेपी मॉर्गन, बीओएफए सिक्योरिटीज और सिटीग्रुप मुख्य सलाहकार के रूप में शामिल हैं.

दोनों कंपनियों के फाइनेंशियल

वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो टाटा कैपिटल ने वित्त वर्ष 2024-25 में मजबूत बढ़त दर्ज की. कंपनी के वार्षिक डिस्बर्समेंट्स 36 फीसदी बढ़कर 1,42,302 करोड़ रुपये पर पहुंचे, जबकि लोन बुक 2 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर 2,21,950 करोड़ रुपये पर जा पहुंची. नेट इंटरेस्ट इनकम 62 फीसदी उछलकर 13,036 करोड़ रुपये हो गई, हालांकि ग्रॉस एनपीए 1.5 फीसदी से बढ़कर 1.9 फीसदी पर पहुंचा और क्रेडिट कॉस्ट भी 1.4 फीसदी हो गया. इसके बावजूद मुनाफे में 16 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई और कंपनी ने 3665 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया.

L G Electronics India Private Limited ने वित्त वर्ष 2023-24 में 31 मार्च 2024 को समाप्त अवधि के लिए 21,600 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया. कंपनी का रेवेन्यू पिछले एक वर्ष में 7 फीसदी की कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) के साथ बढ़ा है. LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड का ऑपरेटिंग रेवेन्यू रेंज 500 करोड़ रुपये से अधिक रहा. इसी दौरान कंपनी का EBITDA पिछले वर्ष की तुलना में 17.14 फीसदी बढ़ा है, जबकि इसकी बुक नेटवर्थ में 13.41 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.

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अक्टूबर के पहले सप्ताह में ये दोनों आईपीओ निवेशकों के लिए बड़े मौके पेश करेंगे और बाजार में बड़ी हलचल पैदा कर सकते हैं. दोनों में निवेश करने के निर्णय का आधार निवेशकों के जोखिम उठाने की कैपेसिटी, कंपनी की वित्तीय मजबूती और भविष्य की योजना पर निर्भर करेगा.

डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

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