Toss The Coin IPO: आखिरी दिन सब्सक्रिप्शन 1,025.76 गुना पहुंचा, GMP में बंपर उछाल

Toss The Coin IPO: के लिए गुरुवार को सब्सक्रिप्शन बंद हो गया. आखिरी दिन तक आईपीओ को कुल 1,025.76 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. टॉस द कॉइन एक मार्केटिंग कंसल्टिंग कंपनी है. SME कैटेगरी में लिस्ट होने जा रही यह कंपनी आईपीओ के जरिये 9.17 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है.

टॉस द कॉइन की लिस्टिंग 17 दिसंबर को होनी है. Image Credit: Money9

मार्केटिंग कंसल्टिंग कंपनी टॉस द कॉइन दूसरी कंपनियों को उनके व्यवसाय को सफल बनाने में मदद करती है. कंपनी बाजार से 9.17 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 10 दिसंबर से 12 दिसंबर के बीच खुला. इसके शेयर 172-182 की प्राइस रेंज में रखे गए. कंपनी 9 दिसंबर को एंकर इन्वेस्टर्स से 2.60 करोड़ रुपये जुटा चुकी है.

कितना हुआ कुल सब्सक्रिप्शन

आखिरी दिन तक कंपनी को रिकॉर्ड 1,025.76 गुना कुल सब्सक्रिप्शन मिला. सबसे ज्यादा 1,550.76 गुना सब्सक्रिप्शन रिटेल कैटेगरी में मिला है. इसके बाद 964.18 गुना सब्सक्रिप्शन नॉन इंस्टीट्यूशनल कैटेगरी में मिला. इसके अलावा 147.69 गुना सब्सक्रिप्शन क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल कैटेगरी में मिला है.

जीएमपी कह रहा लिस्टिंग पर पैसा डबल

Toss The Coin IPO GMP के लिहााज से जबरदस्त तेजी में दिख रहा है. 12 दिसंबर को क्लोजिंग के बाद इसका ग्रे मार्केट प्राइस इश्यू प्राइस से 109 फीसदी ऊपर रहा. अपर प्राइस बैंड के हिसाब से Toss The Coin का शेयर इश्यू प्राइस 182 रुपये होगा. वहीं, ग्रे मार्केट में इसके शेयर की डिमांड इश्यू प्राइस से 109.34% ऊपर तक यानी 199  के प्रीमियम पर 381 रुपये में बनी हुई है. इस तरह देखा जाए, तो जिन्हें शेयर अलॉट होना है, उनका पैसा लिस्टिंग पर डबल हो सकता है.

9 करोड़ की मांग पर 6,261.52 करोड़ जमा

कंपनी को आईपीओ के जरिये महज 9.17 करोड़ रुपये की दरकार थी. फिलहाल, आईपीओ के लिए मिले सब्सक्रिप्शन के तौर पर 6,261.52 करोड़ रुपये जमा हो गए हैं. हालांकि, यह बात अलग है कि कंपनी को यह रकम उन सभी लोगों को वापस लौटानी होगी, जिन्होंने सब्सक्रिप्शन किया, लेकिन शेयर अलॉट नहीं हुए.

कहां होगा रकम का इस्तेमाल

कंपनी की तरफ से सेबी को जमा कराए गए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट दस्तावेज के मुताबिक आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल माइक्रोसर्विसेज एप्लीकेशन के लिए करेगी. इसके अलावा नए कार्यालय खोलने के लिए भी कंपनी इस रकम को खर्च करना चहाती है. इसके साथ ही शेष बची रकम का इस्तेमाल कंपनी के वर्किंग कैपिटल की तरह किया जाएगा.

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डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.