Stock vs Mutual Fund: 5 साल में कौन भारी, टॉप-5 स्टॉक या म्यूचुअल फंड; किसने भरी निवेशकों की झोली?
स्टॉक या म्यूचुअल फंड, निवेशकों के सामने हमेशा यह सवाल रहता है. बहरहाल, यहां मार्केट कैप के हिसाब से देश की पांच सबसे बड़ी कंपनियों के स्टॉक और AUM के हिसाब से देश के पांच सबसे बड़े म्यूचुअल फंड्स के एनुअलाइज्ड रिटर्न की तुलना की गई है. देखते हैं, इस मामले में कौन भारी पड़ता है?
पिछले 5 साल भारतीय शेयर बाजार के लिए बड़े बदलावों का दौर रहे. इस दौरान कुछ कंपनियों ने रिकॉर्डतोड़ रिटर्न दिया, जबकि कई बड़े नाम उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए. दूसरी तरफ, टॉप म्यूचुअल फंड्स ने लगातार कंपाउंडिंग रिटर्न देकर करोड़ों निवेशकों को भरोसा दिया. बहरहाल, Stock vs Mutual Funds की जंग में म्यूचुअल फंड्स औसतन बड़े स्टॉक्स पर भारी पड़ते दिखे हैं.
| कंपनी | शेयर प्राइस | मार्केट कैप |
|---|---|---|
| Reliance Industries Ltd | ₹1,515.70 | ₹20,56,462 Cr |
| HDFC Bank Ltd | ₹986.40 | ₹15,25,059 Cr |
| Bharti Airtel Ltd | ₹2,147.70 | ₹13,10,234 Cr |
| Tata Consultancy Services (TCS) | ₹3,114.40 | ₹11,16,415 Cr |
| ICICI Bank Ltd | ₹1,374.80 | ₹9,81,152 Cr |
Airtel और ICICI जैसे स्टॉक्स ने चमक जरूर दिखाई, लेकिन Reliance, HDFC Bank और TCS जैसे दिग्गज रिटर्न के मामले में पीछे छूट गए. दूसरी तरफ टॉप फंड्स ने स्थिर और मजबूत कंपाउंडिंग देकर निवेशकों की पूंजी को लगातार बढ़ाया और एक बार फिर साबित करता है कि डायवर्सिफिकेशन की ताकत लॉन्ग टर्म के लिए सबसे बड़ा हथियार है. इसके लिए म्यूचुअल फंड स्टॉक की तुलना में ज्यादा सुरक्षित और प्रभावी साबित हुए हैं.
| म्यूचुअल फंड | NAV | AUM |
|---|---|---|
| HDFC Mid Cap Fund – Direct Plan | ₹224.79 | ₹89,383 Cr |
| HDFC Flexi Cap Fund – Direct Plan | ₹2,271.20 | ₹91,041 Cr |
| Parag Parikh Flexi Cap Fund – Direct Plan | ₹94.06 | ₹1,25,800 Cr |
| SBI Nifty 50 ETF | ₹276.77 | ₹2,12,191 Cr |
| SBI BSE Sensex ETF | ₹901.75 | ₹1,23,001 Cr |
पांच साल में स्टॉक्स ने कितना रिटर्न दिया?
पिछले पांच साल में देश की पांच सबसे बड़ी कंपनियों का प्रदर्शन मिलाजुला रहा है. Bharti Airtel ने इस अवधि में सबसे दमदार रिटर्न दिया. इसके स्टॉक की प्राइस में जहां स्टॉक करीब 353% ग्रोथ हुई. वहीं, इसका ट्रेलिंग 5 ईयर एनुअल रिटर्न करीब 35.5% रहा. इसी तरह ICICI Bank के स्टॉक प्राइस में भी शानदार 186% की ग्रोथ देखने को मिली. जबकि, 22.5% का सालाना कंपाउंडिंग रिटर्न मिला है. वहीं, Reliance Industries के शेयर प्राइस में 59.68% का उछाल आया है और करीब 9.9% का एनुअलाइज्ड रिटर्न मिला है. इसी तरह HDFC Bank के शेयर प्राइस में 40.50% की तेजी आई, जबकि पांच साल का एनुअलाइज्ड रिटर्न 7% सालाना रहा है. वहीं, TCS के शेयर प्राइस में पांच वर्षों में केवल 17.31% की बढ़त हुई है. वहीं, 3.5% की धीमी कंपाउंडिंग दी है.
| कंपनी | 5 साल का कम्युलेटिव रिटर्न | 5 साल का ट्रेलिंग एनुअल रिटर्न |
|---|---|---|
| Bharti Airtel | 353.06% | 35.5% |
| ICICI Bank | 186.34% | 22.5% |
| Reliance | 59.68% | 9.9% |
| HDFC Bank | 40.50% | 7.0% |
| TCS | 17.31% | 3.5% |
पांच साल में किस फंड ने कितना रिटर्न दिया?
पांचों बड़े फंड्स के प्रदर्शन को जोड़ें तो औसत रिटर्न करीब 21–22% सालाना बैठता है. यह आंकड़ा बताता है कि म्यूचुअल फंड्स ने पिछले 5 साल में एक मजबूत और स्थिर वेल्थ क्रिएशन मोमेंटम बनाए रखा है. HDFC Mid Cap Fund (Direct) ने सबसे शानदार 28.57% का एनुअलाइज्ड रिटर्न दिया है. इसके बाद HDFC Flexi Cap Fund (Direct) ने करीब 26.93% सालाना का रिटर्न दिया, जो कई लार्जकैप स्टॉक्स से बेहतर है. Parag Parikh Flexi Cap Fund (Direct) ने भी स्थिर और दमदार कंपाउंडिंग दिखाई और पांच साल में लगभग 22% का रिटर्न दिया. इंडेक्स आधारित फंड्स में SBI Nifty 50 ETF का पांच साल का एनुअलाइज्ड रिटर्न 16.19% रहा, जबकि SBI BSE Sensex ETF ने लगभग 15.19% की कंपाउंडिंग दी.
| म्यूचुअल फंड | 5 का ट्रेलिंग एनुअल रिटर्न | 5 साल का कम्युलेटिव रिटर्न |
|---|---|---|
| HDFC Mid Cap Fund | 28.57% | 251.32% |
| HDFC Flexi Cap Fund | 26.93% | 229.47% |
| Parag Parikh Flexi Cap Fund | 22.00% | 170.27% |
| SBI Nifty 50 ETF | 16.19% | 111.76% |
| SBI Sensex ETF | 15.19% | 102.80% |
कंपाउंडिंग के मोर्चे पर फंड या स्टॉक्स कौन आगे?
अगर सीधी तुलना करें तो औसत तौर पर म्यूचुअल फंड्स ने बड़े स्टॉक्स को पछाड़ा है. Airtel और ICICI Bank जैसे स्टॉक्स जरूर आउट परफॉर्म करते दिखे. लेकिन बाकी तीन बड़ी कंपनियों का कमजोर रिटर्न पूरे ग्रुप का औसत नीचे खींच लाता है. इसके उलट टॉप फंड्स में प्रदर्शन लगातार स्थिर और मजबूत रहा. यह तुलना यह भी साबित करती है कि स्टॉक पिकिंग में गलती की कीमत भारी पड़ती है, जबकि म्यूचुअल फंड्स में डायवर्सिफिकेशन नुकसान को सीमित रखता है.
| Stocks | 5-Year Annualised Return | Mutual Fund | 5-Year Annualised Return |
|---|---|---|---|
| Bharti Airtel | 35.5% | HDFC Mid Cap Fund | 28.57% |
| ICICI Bank | 22.5% | HDFC Flexi Cap Fund | 26.93% |
| Reliance Industries | 9.9% | Parag Parikh Flexi Cap Fund | 22.00% |
| HDFC Bank | 7.0% | SBI Nifty 50 ETF | 16.19% |
| TCS | 3.5% | SBI Sensex ETF | 15.19% |
पांच साल में 1 लाख के कितने बनते?
अगर किसी निवेशक ने इन सभी स्टॉक्स और म्यूचुअल फंड्स में 1-1 लाख रुपये लगाए होते तो Bharti Airtel में किया गया निवेश सबसे ज्यादा होता. एयरटेल में लगाए गए 1 लाख रुपये आज 4.53 लाख बन जाते. वहीं, म्यूचुअल फंड्स में सबसे ज्यादा कंपाउंडिंग HDFC Mid Cap Fund में होती, यहां 1 लाख बढ़कर 3.51 लाख हो जाते. लेकिन औसतन म्यूचुअल फंड्स ने स्थिर, सुरक्षित और बेहतर कंपाउंडिंग देकर स्टॉक्स पर बढ़त बनाई.
अगर किसी निवेशक ने 5 साल पहले Airtel या ICICI Bank जैसे स्टॉक चुने होते तो रिटर्न शानदार मिलता. लेकिन अगर Reliance, HDFC Bank या TCS में निवेश किया होता, तो टॉप फंड्स की तुलना में कहीं कमजोर कंपाउंडिंग मिलती. इसके मुकाबले, HDFC Mid Cap, HDFC Flexi Cap और Parag Parikh Flexi Cap जैसे फंड्स ने हर साल स्थिर और हाई कंपाउंडिंग के साथ वेल्थ बनाई.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.