सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर 147% का रिटर्न, RBI ने किया प्रीमेच्योर रिडेम्प्शन का ऐलान, जानें निवेशकों के खाते में कब आएंगे पैसे
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) निवेशकों को बड़ी राहत देते हुए 2019-20 (सीरीज-IX) और 2020-21 (सीरीज-V) के बॉन्ड्स का समय से पहले रिडेम्पशन प्राइस घोषित किया है. 11 अगस्त, 2025 को इन्हें रिडीम किया जा सकता है. ये बॉन्ड्स 5 साल पूरे होने पर 8 वर्ष की अवधि से पहले भुनाए जा सकेंगे, जिससे निवेशकों को लाभ मिलेगा.
Return on Sovereign Gold Bonds: भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स के खरीदारों को बड़ी राहत दी है. एसजीबी (SGBs) 2019-20 (सीरीज-IX) और एसजीबी 2020-21 (सीरीज-V) के समय से पहले ही रिडेम्पशन प्राइस की घोषणा की है. इन गोल्ड बॉन्ड्स को रिडीम करने की तारीख 11 अगस्त, 2025 तय किया गया है. इस तारीख को, जो बॉन्ड्स 5 साल या उससे अधिक पुराने हैं, उन्हें पूरा 8-वर्ष का अवधि पूरा होने से पहले वापस खरीदा जा सकता है. यानी निवेशक इस तारीख पर अपने बॉन्ड्स को रिडीम कर सकते हैं. इन बॉन्ड्स की अवधि आठ वर्ष है और 5 साल बाद इसे रिडीम करने की अनुमति होती है.
क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना (What is Sovereign Gold Bonds) भारत सरकार की ओर से आरबीआई द्वारा संचालित है, जो सोने के बजाय सुरक्षित पेपर/डीमैट खरीदने का विकल्प प्रदान करती है. इससे सोने के भंडारण और उसकी शुद्धता की चिंताएं दूर होती हैं, साथ ही 2.5 फीसदी सालाना ब्याज भी मिलता है. इस समय से पहले भी रिडीम किया जा सकता है यानी खरीदा-बेचा जा सकता है. ये बॉन्ड ट्रेडेबल, ट्रांसफरेबल हैं और ऋण के लिए कोलेटरल के रूप में उपयोग किए जा सकते हैं. इसका मतलब है कि इस बॉन्ड का इस्तेमाल करके बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन भी लिया जा सकता है.
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रिडेम्पशन प्राइस कैसे निर्धारित होता है?
आरबीआई के 8 अगस्त, 2025 के प्रेस रिलीज के अनुसार, एसजीबी का रिडेम्पशन प्राइस से पहले के तीन कारोबारी दिनों के 999 शुद्धता वाले सोने के कलॉजिंग प्राइस के साधारण औसत पर आधारित होगा. 11 अगस्त, 2025 को एसजीबी की प्रति यूनिट 10,070 रुपये होगा, जो 6 अगस्त, 7 अगस्त और 8 अगस्त, 2025 के तीन कारोबारी दिनों के सोने के समापन मूल्य के औसत पर आधारित है.
इन SGBs की क्या है खासियत?
SGBs 2019-20 सीरीज-IX सितंबर 2019 में 4,070 रुपये प्रति ग्राम पर जारी की गई थी. समय से पहले 147 फीसदी का रिटर्न दिया जा रहा है. यानी 4,070 में जारी हुए इस बॉन्ड पर प्रति यूनिट रिडेम्पशन प्राइस 10,070 रुपये तय किए गए हैं. यह लगभग 6,000 रुपये अधिक है. वहीं SGBs 2020-21 सीरीज-V अगस्त 2020 में 5,334 रुपये प्रति ग्राम पर जारी की गई थी. समय से पहले यह लगभग 89 फीसदी का रिटर्न दे रहा है. यानी 5,334 रुपये प्रति यूनिट पर खरीदे गए इस बॉन्ड पर अब 10,070 रुपये मिल रहे हैं. इस तरह से प्रति यूनिट पर 4,736 रुपये का मुनाफा हो रहा है.
कैसे मिलता है ब्याज?
बॉन्ड्स पर प्रारंभिक निवेश राशि पर 2.50 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है. (Interest on Sovereign Gold Bonds) ब्याज अर्ध-वार्षिक यानी 6 महीने में निवेशक के बैंक खाते में जमा होता है और अंतिम किस्त बॉन्ड मैच्योरिटी के बाद मूलधन के साथ दिया जाता है.
निवेशकों को समय से पहले रिडेम्पशन के लिए क्या करना चाहिए
- SGB की अवधि 8 वर्ष होती है, लेकिन 5वें वर्ष के बाद केवल कूपन (ब्याज भुगतान) तिथि पर ही रिडीम की व्यवस्था है.
- समय से पहले घोषणा हुई तारीख की जानकारी रखें.
- रिडीम के लिए आपको भुगतान की तारीख से कम से कम एक दिन पहले बैंक, SHCIL कार्यालय, पोस्ट ऑफिस या जारीकर्ता एजेंट के पास अपनी आवेदन जमा करनी होती है.
- आवेदन फॉर्म को पूरी जानकारी के साथ भरकर, सही हस्ताक्षर/डिमैट विवरण के साथ जमा करना होता है.
- रिडीम की तारीख पर RBI द्वारा निर्धारित मूल्य (पिछले 3 कारोबारी दिन के 999 शुद्धता वाले सोने का औसत भाव) पर आपको रिडेम्प्शन राशि और ब्याज आपके बैंक खाते में प्राप्त होती है.
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