LIC हाउसिंग फाइनेंस का होम लोन हुआ सस्ता, नए और पुराने ग्राहकों की घटेगी EMI
LIC HFL Home Loan Rate: LIC HFL ने कहा कि इस रेट में कटौती से 28 अप्रैल, 2025 से मौजूदा और नए होम लोन उधारकर्ताओं दोनों को फायदा होगा. भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में पॉलिसी रेट में कटौती की थी, इसके बाद एलआईसी हाउसिंग प्राइम लेंडिंग रेट (LHPLR) में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है.

LIC HFL Home Loan Rate: भारतीय जीवन बीमा निगम की हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (LIC HFL) ने होम लोन लेंडिंग रेट के लिए अपने बेंचमार्क में 25 बेसिस पॉइंट (0.25%) की कटौती की है. प्रेस रिलीज में LIC HFL ने कहा कि इस रेट में कटौती से 28 अप्रैल, 2025 से मौजूदा और नए होम लोन उधारकर्ताओं दोनों को फायदा होगा. होम लोन के बेंचमार्क में यह कटौती रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा 9 अप्रैल 2025 को रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती के बाद की गई है. LIC HFL के जरिए होम लोन के लिए ब्याज दर अब 8 फीसदी से शुरू होगी.
किफायती हो जाएगा होम लोन
ब्याज दर में हुई कटौती के बाद होम लोन लेना अब किफायती हो जाएगा. हालांकि, ब्याज दर में कटौती लोन के बेंचमार्क के साथ हुई है. कर्ज की ब्याज दर में कोई कटौती नहीं की गई है. यह बेंचमार्क – LIC हाउसिंग प्राइम लेंडिंग रेट (LHPLR), सभी LIC HFL लोन पर ब्याज दरों को निर्धारित करने के लिए रेफरेंस दर के रूप में काम करता है.
रेपो रेट में कटौती के बाद घटी ब्याज दर
25 अप्रैल, 2025 की प्रेस रिलीज के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में पॉलिसी रेट में कटौती की थी, इसके बाद एलआईसी हाउसिंग प्राइम लेंडिंग रेट (LHPLR) में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है. इस कटौती से मौजूदा और नए उधारकर्ताओं दोनों को लाभ होगा, क्योंकि इससे होम लोन अधिक किफायती हो जाएगा. बदली हुईं ब्याज दरें अब 8 फीसदी से शुरू होंगी और 28 अप्रैल 2025 से लागू होंगी. LHPLR सभी LIC HFL पर ब्याज दरों को निर्धारित करने के लिए बेंचमार्क दर के रूप में काम करता है.
कंज्यूमर सेंटीमेंट को बढ़ावा मिलेगा
LIC HFL के एमडी और सीईओ त्रिभुवन अधिकारी ने कहा कि ब्याज दरों में कटौती RBI के फैसलों और मौजूदा बाजार लैंडस्केप के अनुरूप है. हमारा मानना है कि इस कदम से कंज्यूमर सेंटीमेंट को बढ़ावा मिलेगा और आवास की मांग बढ़ेगी. खासकर किफायती घर खरीदारों को बढ़ावा मिलेगा.
होम लोन की कैटेगरी
मोटे तौर पर होम लोन को दो कैटेगरी फिक्स्ड रेट होम लोन और फ्लोटिंग रेट होम लोन में क्लासिफाइड किया जा सकता है. इस दर में कमी से फ्लोटिंग रेट होम लोन को लाभ होगा. इसका कारण यह है कि होम लोन की फ्लोटिंग दर के तहत, ब्याज कॉम्पोनेंट बाजार के अनुसार बदलता रहता है. इस प्रकार का फ्लोटिंग ब्याज दर वाला होम लोन बेंचमार्क दर पर निर्भर करता है, इसलिए जब भी बेंचमार्क दर बदलती है, तो ब्याज दर बदल जाती है.
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