पति हो जाएं सावधान, पत्नियां भी आपके UPI से कर सकती हैं पेमेंट

यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) में एक नया फीचर आया है. अब यूजर अपने अकाउंट को परिवार के अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं.

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नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) में एक नया फीचर जोड़ा है. अब यूजर अपना यूपीआई अकाउंट दूसरों के साथ साझा कर सकते हैं. मतलब, परिवार के अन्य सदस्य जैसे माता-पिता, पति-पत्नी भी यूपीआई अकाउंट का उपयोग कर सकते हैं.
इसे ‘UPI सर्किल-डेलिगेट्स पेमेंट्स’ नाम दिया गया है. इसके माध्यम से कोई यूजर अपने यूपीआई अकाउंट के उपयोग के लिए अन्य लोगों का चयन कर सकता है. इसमें बैंक अकाउंट बदलने की आवश्यकता नहीं है, अकाउंट सिंगल ही रहेगा लेकिन कई लोग ट्रांजेक्शन कर सकते हैं.

यूपीआई सर्किल-डेलिगेट्स पेमेंट्स क्या है?

एनपीसीआई ने 13 अगस्त को एक विज्ञप्ति जारी की. आप पेमेंट करने के लिए दूसरे लोगों को भी अपना अकाउंट एक्सेस दे पाएंगे. मान लीजिए आपका बच्चा स्कूल या कॉलेज जाता है, उसे हर दिन ट्रांसपोर्ट, स्टेशनरी और स्नैक्स जैसी चीजों पर पैसे खर्च करने पड़ते हैं या आप अपने ड्राइवर को तेल भरवाने के लिए पेट्रोल पंप पर भेजते हैं, इन परिस्थितियों में आप उन्हें अपने यूपीआई का एक्सेस दे सकते हैं. आप अपनी पत्‍नी के साथ भी अपना यूपीआई अकाउंट साझा कर सकेंगे.

कैसे काम करेगा यूपीआई का डेलिगेट्स पेमेंट सिस्टम?

सबसे पहले आपके पास एक सेविंग अकाउंट होना चाहिए, जिससे यूपीआई पेमेंट किया जाएगा. जिसके नाम पर अकाउंट है, उसके पास मास्टर एक्सेस होगा. अगर वह व्यक्ति चाहे तो पेमेंट करने के लिए दूसरे को एक्सेस दे सकता है. एनपीसीआई जल्द ही डेलिगेट्स पेमेंट सिस्टम लॉन्च करेगा. इसके बाद आप जिसको इसका एक्सेस देना चाहते हैं, उसका नंबर, आधार कार्ड आदि कागजात वेरिफिकेशन के लिए मांगे जाएंगे. इसमें आप लिमिट भी तय कर सकते हैं कि जिसे आप एक्सेस दे रहे हैं वह हर महीने यूपीआई से किजना पेमेंट कर सकता है. इसके बाद आपकी अनुमति से किसी व्यक्ति का नंबर, आधार सत्‍यापित होने के बाद वह इसका उपयोग कर सकता है.

डेलिगेट्स पेमेंट सिस्टम से क्या होगा लाभ?

इससे डिजिटल लेन-देन में बढ़ावा मिलेगा. जिन घरों में सिर्फ एक व्यक्ति के पास बैंक खाता है वहां परिवार के अन्य सदस्य भी डिजिटल लेन-देन कर सकेंगे. माता-पिता की निगरानी में बच्चों की फिजूलखर्ची से बचा जा सकेगा. साथ ही, परिवार में अन्य लोगों के लिए अलग-अलग खाता खोलने की आवश्यकता नहीं होगी.