NPCI का बड़ा कदम, अब UPI से होगी 10 लाख रुपये तक की पेमेंट!

UPI Limit: वैसे तो अब कैश का इस्तेमाल पहले के मुकाबले काफी कम हो गया है, लेकिन अचानक कैश की जरूरत पड़ने पर लोग एटीएम या बैंक जाकर लंबा प्रोसेस करते हैं. यह समस्या अब यूपीआई से कैश निकालकर आसान होने वाली है. जिस तरह से लोग क्यूआर कोड स्कैन करके पेमेंट करते हैं, उसी तरह से अब क्यूआर कोड से कैश निकाला जा सकेगा. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और सरकार की इस नई सुविधा में आपको डेबिट कार्ड या आधार फिंगरप्रिंट की जरूरत नहीं पड़ेगी.

आप अपने यूपीआई ऐप से बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट (BC) या दुकान पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करके पिन डालकर कैश निकाल सकेंगे. BC वे एजेंट होते हैं जिन्हें बैंक ने बेसिक बैंकिंग सर्विसेज देने के लिए ऑथोराइज किया है, जैसे मोहल्ले की किराने की दुकानें या मोबाइल शॉप. इनके पास माइक्रो एटीएम, बायोमेट्रिक और क्यूआर स्कैनर जैसी सुविधाएं होती हैं. अभी तक कैश निकालने की लिमिट कम थी. शहरों में 1000 रुपये और गांवों में 2000 रुपये तक, जबकि BC एजेंट के पास थोड़ी ज्यादा लिमिट होती थी.

NPCI अब चाहती है कि क्यूआर कोड से ज्यादा कैश BC एजेंट्स तक भी आसानी से निकाला जा सके. 15 सितंबर से यूपीआई ट्रांजेक्शन लिमिट भी बढ़ाकर 1 लाख रुपये प्रतिदिन कर दी गई है, जिससे इंश्योरेंस, इन्वेस्टमेंट और बड़ी खरीदारी यूपीआई से सरल होगी. NPCI ने RBI से मंजूरी मांगी है और बैंकों को नई गाइडलाइंस और टेक्नोलॉजी तैयार करनी होगी.