3 साल में बिना लोन खरीदना चाहते हैं 40 लाख की फॉर्च्‍यूनर? हर महीने बचाएं बस इतनी रकम

अगर आप फॉर्च्यूनर या इसके जैसी कोई बड़े बजट की गाड़ी प्लान कर रहे हैं, तो एक बार ये गणित समझ लें. इस फॉर्मूला से न केवल आप बिना लोन के गाड़ी खरीद पाएंगे, बल्कि 18 लाख तक की बचत भी कर सकते हैं.

नई फॉर्च्यूनर Image Credit: toyotabharat.com

बड़े बजट की गाड़ी खरीदने के लिए अक्सर बड़ी प्लानिंग की जरूरत होती है. अगर आप फॉर्च्यूनर जैसी 40 लाख तक के बजट की कोई गाड़ी प्लान कर रहे हैं, तो ऐसा तरीका बता रहे हैं, जिससे आपको यह गाड़ी बिना लोन के मिल सकती है. इसके अलावा 18 लाख रुपये तक की बचत भी हो सकती है. इस गाड़ी को बिना लोन के खरीदने का फॉर्मूला बताने से पहले यहां यह जानना जरूरी है कि लोन लेकर यह गाड़ी खरीदते हैं, तो कितने की पड़ती है.

लोन के साथ कितने की पडे़गी

40 लाख के गणित के लिए हमने Toyota Fortuner 4X4 Diesel को आधार बनाया है. इसकी दिल्ली में एक्स शो रूम प्राइस 40 लाख रुपये है. जबकि, ऑन रोड प्राइस 46.23 लाख रुपये है. अगर आप 10 लाख रुपये का डाउनपेमेंट देकर यह कार खरीदते हैं, तो आपको 36.23 लाख रुपये के लोन की जरूरत होगी.

कितने की बनेगी ईएमआई

36.23 लाख के लोन पर अगर 9.8% की ब्याज दर के हिसाब से देखें, तो 36 महीने के लिए करीब 1,16,550 रुपये की ईएमआई बनेगी. इस तरह आपको तीन साल में 36.23 लाख के लोन पर के बदले कुल 41.96 लाख रुपये चुकाने होंगे. यानी आपने 5.73 लाख रुपये ब्याज के चुकाए.

लोन के साथ ऑनरशिप कॉस्ट

मोटे तौर पर ऑन रोड 46.23 लाख रुपये की गाड़ी को अगर आप 10 लाख का डाउनपेमेंट देकर लोन लेकर खरीदते हैं, तो आपके लिए गाड़ी की ऑनरशिप कॉस्ट करीब 52 लाख रुपये पड़ेगी.

बिना लोन के कैसे खरीदें

बिना लोन के गाड़ी खरीदने के लिए आपको कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी. अगर आप इन शर्तों को पूरा करते हैं, तो आप यह गाड़ी न केवल बिना लोन के खरीद पाएंगे, बल्कि जेब से होने वाले खर्च में भी कमी आएगी. इसके लिए पहली शर्त है कि आप गाड़ी अभी नहीं, 36 महीने बाद खरीदें. दूसरी शर्त यह है कि ईएमआई की रकम का निवेश करें.

कितना करना होगा निवेश

सबसे दिलचस्प बात यह है कि आपको 36 महीने बाद 40 लाख रुपये की गाड़ी खरीदने के लिए ईएमआई जितनी रकम भी निवेश नहीं करनी होगी. सबसे पहले आप जो 10 लाख रुपये डाउनपेमेंट के हैं, उन्हें अगर म्यूचुअल फंड जैसे किसी माध्यम में निवेश करते हैं, तो औसतन 12% के हिसाब से तीन साल में करीब 14 लाख रुपये का फंड मिल जाएगा.

ईएमआई V/s एसआईपी

10 लाख डाउनपेमेंट के लंपसम इन्वेस्टमेंट से जहां आपको 14 लाख मिलेंगे. वहीं, 1,16,550 रुपये की ईएमआई जितनी रकम 3 साल तक निवेशक करने पर आपको 50,70,816 रुपये का फंड मिलेगा. जबकि, आपको जेब से 41,95,800 रुपये ही जमा करने होंगे.

एसआईपी से कितना बनेगा फंड

लोन लेकर आपको गाड़ी भले ही तुरंत मिल जाएगी, लेकिन इसके लिए आपको गाड़ी की वास्तविक से ज्यादा ऑनरशिप कॉस्ट चुकानी होगी. वहीं, निवेश वाली स्ट्रैटजी से तीन साल बाद गाड़ी आपको जहां एक्चुअल कॉस्ट पर मिलेगी. इसके साथ ही आपके पास अतिरिक्त फंड भी होगा. अगर गाड़ी की कीमत को स्टेबल मान लिया जाए, तो तीन साल बाद गाड़ी खरीदने के लिए आपको 46.23 लाख रुपये देने होंगे. जबकि, आपके पास करीब 64 लाख रुपये का फंड होगा.

बचे फंड से मिलता रहेगा डीजल का पैसा

इस स्ट्रैटजी से आपके पास गाड़ी खरीदने के बाद भी 18 लाख रुपये का फंड होगा. अगर 12% के अनुमानित रिटर्न के हिसाब से देखा जाए, तो इस रकम पर आपको हर साल करीब 2.16 लाख रुपये मिलते रहेंगे. इस रकम से आप 90 रुपये के औसत से करीब 2400 लीटर डीजल खरीद पाएंंगे, जिससे फॉर्च्यूनर को करीब 20 हजार किमी चलाया जा सकता है. यानी हर रोज 50 किमी से ज्यादा चलाने के लिए ईंधन का खर्च भी इस पैसे से मिलता रहेगा.