RBI ने कर्ज देने के नियमों को बनाया आसान, सोने-चांदी के बदले लोन का भी बढ़ेगा दायरा; वित्तीय निगरानी और भी सख्त
RBI ने हाल ही में लोन देने के नियमों को आसान किया है. इसके साथ ही वित्तीय निगरानी को और भी सख्त किया है. इन नए नियमों से लोगों को सस्ता और फ्लेक्सिबल लोन मिलेगा. सोने के बदले ज्यादा क्रेडिट मिलेगा और बैंकों के लिए पूंजी जुटाना आसान होगा.
RBI new loan Rules: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में लोन देने के नियमों को आसान किया है. इसके साथ ही वित्तीय निगरानी को और भी सख्त किया है. इन नए नियमों से लोगों को सस्ता और फ्लेक्सिबल लोन मिलेगा. सोने के बदले ज्यादा क्रेडिट मिलेगा और बैंकों के लिए पूंजी जुटाना आसान होगा. RBI ने कुछ ड्राफ्ट प्रस्ताव भी जारी किए हैं. इनमें लोन चुकाने की अवधि बढ़ाने, जोखिम सीमा को सख्त करने और क्रेडिट ब्यूरो को हर महीने की जगह हर हफ्ते जानकारी देने जैसे बदलाव शामिल हैं.
पर्सनल लोन लेने वालों को मिलेगा फायदा
ये कदम बैंकिंग को और आधुनिक बनाएंगे. सोमवार देर रात RBI ने सात नए निर्देश जारी किए. इनमें से तीन निर्देश 1 अक्टूबर से लागू होंगे और चार पर 20 अक्टूबर तक सुझाव मांगे गए हैं. अब बैंक बेंचमार्क और लोन की ब्याज दर के बीच के अंतर (इंटरेस्ट-रेट स्प्रेड) को जल्दी बदल सकेंगे. कुछ borrower charges को तीन साल तक बांधे रखने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि उन्हें कभी भी कम किया जा सकेगा. साथ ही, बैंक चाहें तो पर्सनल लोन लेने वालों को रीसेट पॉइंट पर फ्लोटिंग रेट से फिक्स्ड रेट पर स्विच करने की सुविधा दे सकते हैं. यह एक विकल्प है, कोई अनिवार्य नियम नहीं.
सोने-चांदी के बदले लोन देने के नियमों में भी बदलाव
सोने और चांदी के बदले लोन देने के नियमों में भी बदलाव किया गया है. पहले केवल ज्वैलर्स को वर्किंग कैपिटल लोन मिलता था, लेकिन अब सोने-चांदी का कच्चा माल इस्तेमाल करने वाले सभी निर्माताओं को यह लोन मिल सकेगा. छोटे शहरों (टियर-3 और टियर-4) में मौजूद छोटे अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों को भी इस कारोबार में शामिल होने की इजाजत दी गई है. इससे ज्यादा लोगों को क्रेडिट मिलेगा. बैंकों के लिए पूंजी जुटाने के नियम भी आसान किए गए हैं.
आम लोगों और बैंकों दोनों के लिए फायदेमंद
RBI ने विदेशी मुद्रा और विदेश में रुपये में जारी बॉन्ड्स को अतिरिक्त टियर-1 पूंजी के रूप में इस्तेमाल करने की पाबंदियों को कम किया है. इससे बैंक आसानी से पूंजी जुटा सकेंगे. ये सारे बदलाव आम लोगों और बैंकों दोनों के लिए फायदेमंद हैं. सस्ते और लचीले लोन से लोगों को कर्ज लेना आसान होगा. सोने के बदले ज्यादा क्रेडिट मिलने से छोटे व्यवसायियों को मदद मिलेगी. साथ ही, सख्त निगरानी से बैंकिंग सिस्टम और मजबूत होगा. ड्राफ्ट प्रस्तावों पर जनता और एक्सपर्ट से राय ली जा रही है, ताकि नियमों को और बेहतर बनाया जा सके.
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