इस शहर में अकेले कार चलाना पड़ सकता है महंगा, जेब पर पड़ेगा कंजेशन टैक्स का भार; FASTag से होगी वसूली
कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु की ट्रैफिक समस्या से निपटने के लिए नया प्रस्ताव रखा है. आउटर रिंग रोड और दूसरे भीड़भाड़ वाले रास्तों पर अकेले चलने वाली कारों से कंजेशन टैक्स वसूला जाएगा. टैक्स की वसूली FASTag सिस्टम से होगी. सरकार का मानना है कि इससे कार पूलिंग और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिलेगा.

Single Occupancy Car Congestion Tax: भारत सहित दुनियाभर में ऐसे कई राज्य या शहर हैं जहां के लोग ट्रैफिक से काफी परेशान रहते हैं. इसी कड़ी में भारत का एक शहर ऐसा भी है जो अपने ट्रैफिक जाम को लेकर काफी चर्चा में भी रहता है. खबर उसी शहर से जुड़ा है. हम दरअसल कर्नाटक के बेंगलुरु शहर की बात कर रहे हैं. कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु में लगातार बढ़ते ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रही है.
प्रस्तावित योजना के तहत आउटर रिंग रोड (ORR) और शहर के दूसरे भीड़भाड़ वाले रास्तों पर सिंगल ऑक्यूपेंसी कारों यानी जिन गाड़ियों में सिर्फ ड्राइवर ही मौजूद हो, उन पर कंजेशन टैक्स वसूला जाएगा. सरकार का मानना है कि इस कदम से लोग कार पूलिंग और सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित होंगे, जिससे जाम और प्रदूषण दोनों में कमी आएगी.
कैसे होगी टैक्स की वसूली?
इस टैक्स की वसूली की प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल होगी. इसके लिए FASTag सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे टैक्स स्वतः कट जाएगा और ड्राइवरों को अलग से भुगतान करने की जरूरत नहीं होगी. इससे टैक्स वसूली की प्रक्रिया आसान, पारदर्शी और समय बचाने वाली होगी. यह कदम सरकार के 90 दिन के एक्शन प्लान का हिस्सा है. इस प्लान में केवल कंजेशन टैक्स ही नहीं बल्कि सड़क सुधार, गड्ढों को भरने और इंफ्रास्ट्रक्चर की क्वालिटी जांच जैसे कई अहम काम भी शामिल हैं. इस एक्शन प्लान का उद्देश्य बेंगलुरु के सड़क नेटवर्क को मजबूत बनाना और यात्रियों की परेशानियों को कम करना है.
टैक्स लेना कितना सही?
हाल ही में हुई एक बैठक में बायोकॉन की प्रमुख किरण मजूमदार-शॉ और शहरी योजनाकार आर.के. मिश्रा भी शामिल हुए. बैठक में सुझाव दिया गया कि अकेले कार चलाने वालों पर टैक्स लगाने से लोगों को कार पूलिंग और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का विकल्प अपनाने की प्रेरणा मिलेगी. हालांकि, कई विशेषज्ञों का कहना है कि टैक्स लागू करने से पहले सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाना जरूरी है, क्योंकि फिलहाल बेंगलुरु का मेट्रो और बस नेटवर्क पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ है. ऐसे में यह टैक्स आम जनता पर अतिरिक्त बोझ साबित हो सकता है.
अंतिम रूप में नहीं आया प्रस्ताव
बेंगलुरु का आउटर रिंग रोड शहर का सबसे व्यस्त मार्ग है और यह इलाका आईटी और टेक्नोलॉजी कंपनियों का प्रमुख केंद्र भी है. यहां रोज भारी ट्रैफिक और गड्ढों से भरी सड़कें लोगों की परेशानी बढ़ा रही हैं. इसी वजह से यहां कंजेशन टैक्स लागू करना एक चुनौतीपूर्ण लेकिन जरूरी कदम माना जा रहा है. फिलहाल यह प्रस्ताव अभी अंतिम रूप में नहीं आया है. राज्य सरकार ने कहा है कि इसे लागू करने से पहले सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार किया जाएगा. सरकार का लक्ष्य है कि यह टैक्स केवल बोझ न बने बल्कि प्रशासनिक सुधारों और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की मजबूती के साथ मिलकर बेंगलुरु की ट्रैफिक समस्या का स्थायी समाधान निकाले.
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