Systematic Withdrawal Plan : जवानी में रिटायमेंट का मजा लेना है, तो निवेश का यह स्मार्ट तरीका अपनाएं
सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान (SWP) समय के साथ आपके निवेश पोर्टफोलियो से आपकी जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा निकालने का एक रणनीतिक तरीका है. यह उन लोगों के लिए खासतौर पर बेहद उपयोगी है, जो अपनी पूंजी को संरक्षित करते हुए एक नियमित आय चाहते हैं. दूसरे शब्दों में कहें, जो निवेश का यह तरीका आपको अर्ली रिटायमेंट और बेहतर कैश फ्लो की आजादी देता है. विशेषज्ञ से जानते हैं इस तरीके से निवेश के फायदे.

रमनीक घोत्रा
जवानी में रिटायरमेंट आजकल ट्रैंड में है. तमाम लोग हैं, जो रिटायमेंट के लिए 60-65 की उम्र का इंतजार नहीं करते. बल्कि, जितना जल्दी संभव होता है रिटायर होने की जुगत में लगे रहते हैं. जवानी में रिटायरमेंट का मतलब है वित्तीय रूप से आजाद होकर अपनी मर्जी के मुताबिक आगे की जिंदगी बिता सकते हैं. अगर आप भी ऐसी योजना बना रहे हैं, तो सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान यानी व्यवस्थित निकासी योजना (SWP) आपकी मदद कर सकती है.
आय को सुव्यवस्थित करने में तो यह अहम भूमिका निभाती ही है. निवेश पोर्टफोलियो से नियमित आय की चाहत रखने वाले निवेशकों के लिए भी यह मन की शांति देती है. इसके साथ ही इससे सेवानिवृत्ति की योजना में आत्मविश्वास भी बढ़ता है. SWP निवेशकों को कई तरह के फायदे देती है. यहां इसके 6 बड़े फायदों की चर्चा की गई है.
1. नियमित और पूर्वानुमानित आय:
SWP से आपको नियमित अंतराल पर एक निश्चित रकम निकालने की सुविधा मिलता है. मसलन, आप तय कर सकते हैं कि आपको हर महीने या तीन महीन में कितनी राशि चाहिए. नियमित अंतरातल पर सुनिश्चित आय का यह एक विश्वसनीय स्रोत होता है. इससे आपको अपने नियमित खर्चों को पूरा करने और रिटायर लाइफ का पूरा मजा लेने की आजादी मिलती है
2. आय का लचीलापन
आप अपनी जरूरतों के मुताबिक तय कर सकते हैं कि किस अवधि में आपको कितनी राशि की निकासी करनी है.निकासी की राशि और आवृत्ति चुनने का फैसला पूरी तरह आपके हाथ में होता है. हालांकि, कुछ SWP में आपको अपने निवेश से केवल पूंजीगत लाभ निकालने की अनुमति देते हैं, ताकि आपके निवेश की मूल राशि आपके लिए काम करती रहे
3. कर के मामले में भी हीरो है ये स्कीम
निवेशकों को SWP के जरिये होने वाली आय के लिए स्रोत पर कर कटौती (TDS) का भुगतान करने की जरूरत नहीं होती है. इसके अलावा यह योजना और भी कर लाभ प्रदान कर सकती है. खासकर निकासी की राशि को आपकी कर देयता को कम करने के लिए भी तैयार किया जाता सकता है. उदाहरण के लिए, लंबी अवधि के निवेश से निकासी एकमुश्त राशि निकालने की तुलना में पूंजीगत लाभ कर को कम कर सकती है, क्योंकि प्रत्येक निकासी का केवल लाभ वाला हिस्सा ही कराधान के अधीन होता है
.
4. बाजार में समय-निर्धारण के जोखिम में कमी
व्यवस्थित तरीके से धन निकालने से निवेशक बाजार में समय-निर्धारण के प्रलोभन से बच सकते हैं. यह एक ऐसी प्रथा है जिससे वैसे भी बचना चाहिए, क्योंकि सट्टा लगाना बहुत जोखिम भरा है. एक निश्चित योजना होने से, यह जानने से कि आप कब पैसा निकाल पाएंगे, आपको अपनी निवेश योजना के साथ व्यवस्थित रहने में भी मदद मिलती है.
5. निरंतर वृद्धि की संभावना
जब आप धन निकालते हैं, तब भी आपके निवेश में शेष राशि समय के साथ बढ़ती रहती है, चक्रवृद्धि प्रभाव के कारण, आपको आगे भी निरंतर आय मिलती है. मोटे तौर पर इस तरह की निवेश योजना से आपको निरंतर आय के साथ ही निवेश में निरंतर वृद्धि का मौका मिलता है. खासतौर पर बाजार की वृद्धि से आपको लगातार दोहरा लाभ मिलता है.
6. अन्य निवेश रणनीतियों का पूरक
एक SWP अन्य निवेश रणनीतियों, जैसे कि व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) का पूरक हो सकती है, जिससे निवेश करने और धन निकालने के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण बनता है. यह तालमेल समग्र वित्तीय नियोजन और धन प्रबंधन को अनुकूलित कर सकती है
. कुल मिलाकर, एसडब्लूपी उन निवेशकों के लिए एक मूल्यवान उपकरण है, जो अपने निवेश से एक पूर्वानुमानित आय धारा, लचीलापन और कर दक्षता चाहते हैं.
नोट – लेखक फिनवेसिया के चीफ ग्रोथ ऑफिसर हैं.
डिसक्लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें.
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