टियर-2 शहरों में जमकर घर खरीद रहे लोग, 2024 में 20 फीसदी बढ़ी बिक्री; अहमदाबाद पहली पसंद
भारत में टियर-2 शहर रहने के लिए लोगों की पसंद बनते जा रहे हैं, जिससे इनमें तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. PropEquity के आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में इन 15 शहरों में 1,78,771 यूनिट घरों की बिक्री हुई, जिसकी कुल कीमत 1.52 लाख करोड़ रुपये से अधिक रही.

रियल एस्टेट डेटा एनालिटिक्स फर्म PropEquity के अनुसार, पिछले कैलेंडर वर्ष में 15 प्रमुख टियर-2 शहरों में घरों की बिक्री 20 फीसदी बढ़कर 1.52 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई. यह बिक्री में तेजी और कीमतों में हुई बढ़ोतरी के कारण हुई है. PropEquity द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में इन 15 शहरों में कुल घरों की बिक्री 1,71,903 यूनिट से बढ़कर 1,78,771 यूनिट हो गई, जो 4 फीसदी की बढ़ोतरी को दिखाता है. प्राइस के हिसाब से देखें तो बिक्री 2023 के 1,27,505 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024 में 1,52,552 करोड़ रुपये हो गई.
इन 15 शहरों में उछाल
PropEquity द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 15 शहरों में घरों की बिक्री में उछाल आया है, जिनमें अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, गांधीनगर, नासिक, जयपुर, नागपुर, भुवनेश्वर, मोहाली, विशाखापत्तनम, लखनऊ, कोयंबटूर, गोवा, भोपाल और तिरुवनंतपुरम शामिल हैं.
आंकड़ों के अनुसार, 2024 में कोयंबटूर में घरों की बिक्री में सबसे अधिक 36 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि विशाखापत्तनम में बिक्री 21 फीसदी घटी. भुवनेश्वर में बिक्री प्राइस में 47 फीसदी की सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई, जबकि नासिक में यह 2 फीसदी कम हुआ.
घरों की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी
PropEquity के संस्थापक और सीईओ समीर जसूजा ने कहा कि 2024 में घरों की बिक्री में केवल 4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन कीमतों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी यह दर्शाती है कि इन शहरों में घरों की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं. यह कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी, सट्टा निवेश और अन्य बाजार कारकों के कारण हुई है. जसूजा ने यह भी कहा कि बजट घोषणाओं से टियर-2 शहरों में घरों की मांग को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
यह भी पढ़ें: Hexaware IPO की मार्केट में री-एंट्री, सब्सक्रिप्शन धीमा, दांव लगाने से पहले चेक करें इसका हेल्थ कार्ड
टियर-2 शहरों की ओर बढ़ता रुझान
15 टियर-2 शहरों में अहमदाबाद कीमतों के मामले में सबसे आगे रहा. 2024 में इस शहर में 49,421 करोड़ रुपये के घर बेचे गए, जो पिछले वर्ष के 42,063 करोड़ रुपये की तुलना में 17 फीसदी अधिक है. हीरो रियल्टी के सीईओ मधुर गुप्ता ने इस रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए कहा, “रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी, रहने की कम लागत और सस्ते आवास टियर-2 शहरों में रियल एस्टेट की मांग और आपूर्ति को बढ़ाने वाले प्रमुख कारक हैं.”
रॉयल ग्रीन रियल्टी के प्रबंध निदेशक यशांक वासन ने कहा कि टियर-2 शहरों में आवासीय मांग बढ़ी है. उन्होंने कहा, “टियर-1 शहरों में अत्यधिक भीड़ और गुणवत्ता वाले घरों की कमी के कारण अगली पीढ़ी के घर खरीदार तेजी से टियर-2 शहरों की ओर रुख कर रहे हैं.”
Latest Stories

₹639 करोड़ में घर खरीदने वाली लीना तिवारी अकेली नहीं, अरबपतियों में क्यों छिड़ी है हाई-एंड प्रॉपर्टी खरीदने की होड़?

लखनऊ में हाउसिंग बूम, अनंत नगर के 334 प्लॉट्स के लिए 10 जून को होगी लॉटरी; 13,031 आवेदकों की टिकी हैं नजरें

लखनऊ को मिलेगी नई पहचान, IT-वेलनेस सिटी के बाद अब LDA की नई सौगात; बसेंगे दो मेगा टाउनशिप
