यूपी के इस गांव की लंदन से न्यूयार्क तक चर्चा, घर बैठे लोग बने करोड़पति; मिलेंगी सबसे बेहतरीन सुविधाएं
दिल्ली एयरपोर्ट से 70 किलोमीटर दूर जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, सेमीकंडक्टर प्लांट, रैपिड रेल, फिल्म सिटी और स्मार्ट सिटी जैसे कई मेगा प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है. यह क्षेत्र भविष्य में उत्तर भारत का प्रमुख बिजनेस, कनेक्टिविटी और आवासीय हब बनने जा रहा है. यहां इंडस्ट्रियल पार्क और नई हाउसिंग योजनाएं भी शुरू हो चुकी हैं.
Jewar Airport: उत्तर प्रदेश के एक गांव की चर्चा आज देश ही नहीं, बल्कि लंदन से न्यूयॉर्क तक हो रही है. दिल्ली एयरपोर्ट से करीब 70 किलोमीटर दूर जेवर आज विकास की राह पर अग्रसर है. करीब 30 से 40 हजार लोगों का यह गांव आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है. यह गांव 1997 से पहले बुलंदशहर जिले का हिस्सा था. वर्तमान में जेवर गौतम बुद्ध नगर जिले का हिस्सा है. जेवर से देश के अन्य हिस्सों में कनेक्टिविटी के लिए कई प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है. तो चलिए आपको बताते हैं कि जेवर में कौन-कौन सी परियोजनाओं पर काम चल रहा है और आने वाले दिनों में यहां क्या कुछ नया दिखेगा.
एशिया का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट
2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी. इस एयरपोर्ट पर ट्रायल रन शुरू हो गया है और जल्द ही यह शुरू होने वाला है. क्षेत्रफल के लिहाज से सऊदी अरब के किंग फहद इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा.
वहीं, दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. जेवर एयरपोर्ट 7200 एकड़ यानी 29 किलोमीटर में फैला हुआ है. यह चार फेज में बनने वाला है और फोर्थ फेज तैयार होने के बाद हर साल यहां से 7 करोड़ लोग यात्रा कर सकेंगे. इस एयरपोर्ट के निर्माण में 29,650 करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है.
जेवर में बनेगा 3706 करोड़ रुपये में सेमीकंडक्टर प्लांट
सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. भारत में पहले ही 5 सेमीकंडक्टर प्लांट एडवांस स्टेज में बन रहे हैं, वहीं अब छठे प्लांट की घोषणा हुई है. उत्तर प्रदेश के यहूबार क्षेत्र में अब सिर्फ जेवर एयरपोर्ट ही नहीं, बल्कि सेमीकंडक्टर प्लांट के लिए भी जाना जाएगा. इस प्लांट पर 3706 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह प्रस्तावित यूनिट प्रति माह 20 हजार वेफर्स प्रोसेस करेगी और इसकी डिजाइन क्षमता 3.6 करोड़ चिप्स प्रतिमाह की होगी. इस प्लांट से उत्पादन 2027 में शुरू होगा.
मिलेगी रैपिड रेल की सुविधा
जेवर एयरपोर्ट को नमो भारत ट्रेन की सुविधा भी मिलने वाली है. गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट के लिए ट्रेन का 72.4 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक बनेगा, जिसमें 22 स्टेशन होंगे. यह प्रोजेक्ट 2031 तक पूरा होगा, जिसमें नमो भारत और मेट्रो दोनों ट्रेनें चलेंगी. इसमें 20,000 करोड़ रुपये खर्च होने और 3.09 लाख यात्रियों के सफर करने का अनुमान है.
यह रूट दो फेज में बनेगा. फर्स्ट फेज में 39.39 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनेगा, जो गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में इकोटेक-6 को जोड़ेगा. वहीं सेकेंड फेज में 32.90 किलोमीटर ट्रैक बनाकर इकोटेक-6 को एयरपोर्ट तक कनेक्ट किया जाएगा. हालांकि दोनों फेज का निर्माण एक साथ किया जाएगा.
360 करोड़ रुपये में बन रहा इंडस्ट्रियल पार्क
एयरपोर्ट के साथ-साथ इस इलाके में इंडस्ट्रियल पार्क भी बनाया जा रहा है. बुलंदशहर विकास प्राधिकरण की ओर से इस इलाके में 360 करोड़ का इंडस्ट्रियल पार्क बनाया जा रहा है. इस इंडस्ट्रियल पार्क के बनने से व्यापारियों और बिजनेस को फायदा होने वाला है. साथ ही इसमें अगर कोई महिला उद्यमी है तो उसे रिजर्वेशन भी मिलने वाला है. यह प्रोजेक्ट जेवर एयरपोर्ट के काफी पास होने वाला है. इंडस्ट्रियल पार्क और एयरपोर्ट होने की वजह से बिजनेस काफी आसान होने वाला है.
आवासीय प्रोजेक्ट पर हो रहा काम
अगर आप जेवर एयरपोर्ट के पास आवासीय प्लॉट खरीदना चाहते हैं तो अभी आपके पास मौका है. यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने सेक्टर-18, पॉकेट-9B में एक नई हाउसिंग योजना शुरू की है. यह क्षेत्र जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के पास स्थित है, जिससे यहां भविष्य में तेज विकास की संभावना है. इस योजना के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 21 अप्रैल 2025 से शुरू हो चुकी है और 21 मई 2025 तक चलेगी. सभी पात्र आवेदकों के बीच 11 जुलाई 2025 को ड्रॉ के माध्यम से आवंटन किया जाएगा.
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जेवर एयरपोर्ट के पास बनेगा सबसे स्मार्ट सिटी
यमुना अथॉरिटी जेवर एयरपोर्ट के पास सबसे स्मार्ट सिटी बनाने की प्लानिंग कर रही है. यमुना अथॉरिटी मथुरा के राया क्षेत्र में एक भव्य हेरिटेज सिटी बनाने की प्लानिंग कर रही है. हेरिटेज सिटी को 735 एकड़ के एरिया में बनाया जाएगा. प्रोजेक्ट के पहले फेज में वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 101 किमी लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा. जानकारी के मुताबिक इस प्रोजेक्ट पर करीब 6000 करोड़ रुपये खर्च होने वाला है.
1000 एकड़ में बनेगा फिल्म सिटी
जेवर के आसपास के इलाकों में तेजी से विकास हो रहा है. फिल्म सिटी नोएडा एयरपोर्ट के पास सेक्टर-21 में बनाई जाएगी. पहले चरण का निर्माण 230 एकड़ जमीन पर शुरू होगा. इसके तहत 155 एकड़ जमीन पर औद्योगिक गतिविधियां होंगी और बाकी 75 एकड़ जमीन पर व्यावसायिक गतिविधियां होंगी. फिल्म सिटी का निर्माण 1000 एकड़ भूमि पर किया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, निर्माण कार्य के पहले चरण को पूरा होने में करीब तीन साल लगेंगे.
5 साल में 40 फीसदी बढ़ा जमीन का दाम
लगातार हो रहे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स और एयरपोर्ट जैसी परियोजनाओं के कारण इस इलाके में जमीन की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है. पिछले पांच सालों में जमीन की कीमतों में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और 2030 तक इसमें 50 फीसदी बढ़ोतरी की संभावना है. जेवर में जमीन की कीमतें 5,000 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 7,000 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई हैं. कई परियोजनाओं के कारण जमीन की कीमत बढ़ने से लोगों को काफी फायदा हुआ है.