इन 3 वजहों से 6% उछला Adani Power का शेयर, निवेशकों को क्यों दिख रहा स्टॉक का ‘फ्यूचर ब्राइट’

सोमवार को शेयर बाजार खुलते ही निवेशकों की नजर एक ही स्टॉक पर टिक गई. सुबह से ही इसमें लगातार तेजी दिख रही है. कंपनी की हाल की घोषणाओं और भविष्य की योजनाओं ने बाजार को चौंका दिया है. आखिर ऐसा क्या हुआ जिसने इस स्टॉक में नई जान डाल दी?

क्यों भाग रहे हैं अडानी पावर के शेयर? Image Credit: Money9 Live

Why is Adani Power raising?: सोमवार यानी 8 सितंबर को शेयर बाजार खुलते ही अडानी पावर के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई. 5 सिंबर को 610 रुपये पर बंद हुआ ये स्टॉक बोजार में 623 रुपये के साथ खुला और करीब 11.15 बजे ये 6 फीसदी उछल कर 645 रुपये के आंकड़े को छू लिया. शेयरों में यह तेजी ग्रुप के बड़े फैसले और स्टॉक स्प्लिट की घोषणा के बाद आई है.

अडानी पावर लिमिटेड ने शेयर स्प्लिट की रिकॉर्ड डेट तय कर दी है. साथ ही कंपनी ने अपडेटेड इन्वेस्टर प्रेजेंटेशन भी एक्सचेंज को सौंपा है, और तेजी की तीसरी वजह ये रही की अडानी ग्रुप ने पावर कंपनी में अरबों के इंवेस्टमेंट की घोषणा की है. इन खबरों ने बाजार में सकारात्मक माहौल बनाया और निवेशकों ने तेजी से खरीदारी शुरू कर दी.

मजबूत वित्तीय प्रदर्शन

पिछले कुछ सालों में अडानी पावर का वित्तीय प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है. मार्च 2025 में कंपनी की कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 56,203 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल के 50,351 करोड़ रुपये से काफी ज्यादा है. हालांकि नेट प्रॉफिट 20,828 करोड़ रुपये (FY24) से घटकर 12,749 करोड़ रुपये (FY25) पर आ गया. कंपनी की ईपीएस (EPS) भी 51.62 रुपये से घटकर 32.32 रुपये रही.

वहीं बुक वैल्यू में मजबूत इजाफा दर्ज हुआ है, जो मार्च 2024 में 92.26 रुपये थी, मार्च 2025 में बढ़कर 138.17 रुपये हो गई. कंपनी का डेट-टू-इक्विटी रेशियो भी सुधरकर 0.96 से घटकर 0.71 पर आ गया.

लंबी अवधि की बड़ी योजना

ग्रुप ने निवेशकों के सामने अपना भविष्य का रोडमैप भी रखा है. अडानी पावर के जरिए करीब 22 अरब डॉलर तक का निवेश कर कंपनी अपनी मौजूदा 17.6 गीगावाट क्षमता को बढ़ाकर 41.9 गीगावाट तक ले जाने की तैयारी कर रही है. यह लक्ष्य FY32 तक पूरा करने की योजना है.

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भारत की ऊर्जा जरूरतों में कोयले से चलने वाले पावर प्लांट अब भी अहम भूमिका निभाते हैं. अनुमान है कि FY32 तक देश की थर्मल क्षमता 309 गीगावाट तक पहुंचेगी, जिसके लिए करीब 91 अरब डॉलर के निवेश की जरूरत होगी.

डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.