सोने के बाद Bitcoin ने बनाया महा रिकॉर्ड, ₹1.10 करोड़ के पार पहुंचा भाव, निवेशकों में बढ़ी जबरदस्त हलचल
बिटकॉइन ने 5 अक्टूबर को नया रिकॉर्ड बनाया, जब इसका भाव $1,25,689 यानी करीब 1.11 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. अमेरिकी शटडाउन, ETF इनफ्लो और फेडरल रिजर्व की दर कटौती की उम्मीदों ने क्रिप्टोकरेंसी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है. सोना और चांदी भी रिकॉर्ड स्तरों पर हैं, लेकिन बिटकॉइन ने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया है.

Bitcoin Touches all time high mark: दुनिया की सबसे लोकप्रिय और बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने एक बार फिर नया इतिहास रच दिया है. शुक्रवार, 5 अक्टूबर को बिटकॉइन ने अपने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए $1,25,689 तकरीबन 1,11,58,000 रुपये के स्तर को छू लिया. यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. इससे पहले अगस्त 2025 में बिटकॉइन ने $1,24,500 (1,10,47,000 रुपये) का रिकॉर्ड बनाया था. बिटकॉइन की इस नई उड़ान ने एक बार फिर वैश्विक निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है.
अमेरिकी शटडाउन का असर!
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सरकार के शटडाउन की वजह से निवेशक पारंपरिक बाजारों की बजाय वैकल्पिक निवेश जरिये की ओर रुख कर रहे हैं. ऐसे में बिटकॉइन एक सेफ हेवन एसेट के रूप में उभर कर सामने आया है. रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिकी सरकार के आंशिक बंद का असर न केवल वॉल स्ट्रीट पर दिखा, बल्कि निवेशकों ने अपनी कैपिटल को सुरक्षित रखने के लिए क्रिप्टो बाजार की ओर तेजी से रुख किया. इस डर और अनिश्चितता ने बिटकॉइन की मांग को और बढ़ा दिया.
24 घंटे में कितना उछला भाव?
CoinMarketCap के आंकड़ों के मुताबिक, बिटकॉइन पिछले 24 घंटों में 2.04 फीसदी उछलकर $1,25,700 (1,11,60,000 रुपये) तक पहुंच गया. हालांकि, दोपहर 1.10 बजे तक यह थोड़ा फिसलकर $1,24,710 (1,10,76,000 रुपये) पर कारोबार कर रहा था. बावजूद इसके, इसका मार्केट कैप तकरीबन 2,20,00,000 करोड़ रुपये से अधिक पर पहुंच गया है. दिलचस्प बात यह है कि कीमतें बढ़ने के बावजूद निवेशकों ने बिटकॉइन को बेचने की बजाय होल्ड करना चुना है. पिछले 24 घंटे में इसका ट्रेड वॉल्यूम $57.94 बिलियन (5.14 लाख करोड़ रुपये) रहा, जो पिछले दिन की तुलना में करीब 29 फीसदी कम था. इसका मतलब है कि बाजार में खरीदारी तो हो रही है, लेकिन निवेशक लंबे समय के लिए होल्ड कर रहे हैं.
फेड रिजर्व का भी असर
इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अक्टूबर में संभावित ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद ने भी बिटकॉइन की कीमतों को सहारा दिया है. कम ब्याज दरों का माहौल निवेशकों को उच्च जोखिम वाले एसेट्स में निवेश के लिए प्रोत्साहित करता है, और बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी इसका सबसे बड़ा लाभार्थी बनती है.
दूसरी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी की बात करें तो Ethereum (ईथर) में भी हल्की तेजी देखी गई. यह 0.49 फीसदी बढ़कर $4,584.19 यानी तकरीबन 4,07,000 रुपये पर पहुंच गया. वहीं XRP 0.61 फीसदी बढ़कर $3.05 पर रहा, Tether 1 डॉलर के आसपास स्थिर रहा और Binance Coin (BNB) 0.43 फीसदी बढ़कर $1,175.34 (₹1,04,300) पर पहुंच गया.
सोने का भाव भी नई ऊंचाई पर
इसी बीच, कीमती धातुओं में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिला. सोना शुक्रवार, 3 अक्टूबर को 500 रुपये की गिरावट के साथ 1,19,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. जबकि इससे पहले सोने ने 1.20 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का नया उच्चतम स्तर बनाया था. वहीं चांदी की कीमतों में तेजी रही दिखी जिसके बाद इसकी कीमत 1.50 लाख रुपये प्रति किलो के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. कुल मिलाकर, इस समय वैश्विक निवेश परिदृश्य में अनिश्चितता का माहौल है. अमेरिकी शटडाउन, संभावित ब्याज दर कटौती और संस्थागत निवेश के कारण निवेशक पारंपरिक बाजारों से निकलकर सोना, चांदी और बिटकॉइन जैसे सुरक्षित या वैकल्पिक निवेश साधनों की ओर बढ़ रहे हैं.
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
Latest Stories

‘सब्र का फल मीठा होता है’, इस कहावत पर सही बैठती हैं ये कंपनियां; 5 साल में 28000% तक का दिया ताबड़तोड़ रिटर्न

Asian Paints के शेयरधारकों को मिल सकता है डिविडेंड, 18 नवंबर होगा रिकॉर्ड डेट; जानें अन्य डिटेल्स

सोमवार को Nifty बनेगा बुलिश या टूटेगा दम, 25000 का आंकड़े को क्या कर पाएगा पार?
