‘सब्र का फल मीठा होता है’, इस कहावत पर सही बैठती हैं ये कंपनियां; 5 साल में 28000% तक का दिया ताबड़तोड़ रिटर्न
अगर आप शेयर बाजार में धैर्य रखते हैं और सही कंपनियों में लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, तो “सब्र का फल मीठा होता है” कहावत सच साबित हो सकती है. पिछले पांच सालों में कुछ कंपनियों ने अपने निवेशकों को हजारों गुना रिटर्न दिया है. आज हमने ऐसी है 5 कंपनियों की सूची तैयार की है जिनकी रिटर्न हिस्ट्री दमदार है.

Companies with 28000% Return in 5 Years: ‘सब्र का फल मीठा होता है’, ये कहावत अक्सर हम सुनते हैं लेकिन शेयर बाजार में इसका सही मायने देखने और समझने को मिलता है. लंबे समय तक निवेश करके अगर सही कंपनियों पर भरोसा किया जाए, तो शेयर बाजार से अच्छा रिटर्न मिल सकता हैं. आज हम कुछ कंपनियों के बारे में बताने वाले हैं जिसने 5 सालों में अपने निवेशकों को दमदार रिटर्न दिया है. ये कंपनियां अपनी लगातार बेहतर परफॉर्मेंस, मजबूत वित्तीय स्थिति और मार्केट में अच्छी पकड़ के दम पर शानदार रिटर्न देती आ रही हैं. यहां पर हमने ऐसी ही 5 कंपनियों की लिस्ट बनाई है जिसने अपने शेयरों के प्रदर्शन के दम पर 5 साल में निवेशकों को अपने रिटर्न से मालामाल कर दिया है.
Waaree Renewable Technologies Ltd
वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, मुंबई स्थित वारी एनर्जीज लिमिटेड की सहायक कंपनी है, जिसकी शुरुआत 1999 में हुई थी. यह कंपनी सोलर एनर्जी के क्षेत्र में काम करती है और ग्राउंड-माउंटेड, रूफटॉप और फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट्स जैसी सर्विसेज देती है. इसके साथ ही कंपनी ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस (O&M) और इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (EPC) सर्विसेज भी देती है.
शेयर का हाल
कंपनी की वर्तमान मार्केट वैल्यू 10,911 करोड़ रुपये है और बीएसई पर शुक्रवार, 3 अक्टूबर को इसका शेयर 1,046.65 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. अक्टूबर 2020 में इसका भाव मात्र 3.78 था, यानी पिछले पांच सालों में इसने लगभग 28,111 फीसदी का रिटर्न दिया है. अगर किसी निवेशक के पास पिछले पांच साल से कंपनी के शेयर होंगे तो आज उसे प्रति शेयर 1,042 रुपये का रिटर्न मिल गया होगा.
वित्तीय मोर्चे पर क्या है स्थिति?
वित्तीय आंकड़ों की बात करें तो कंपनी का P/E रेशियो 37.6x है, जो इंडस्ट्रियल एवरेज 40.4x से थोड़ा कम है. वहीं, इसका रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 65.4 फीसदी और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 82.1 फीसदी है. पिछले पांच सालों में कंपनी की रेवेन्यू CAGR 281 फीसदी और नेट प्रॉफिट CAGR 273 फीसदी रही है.
Aditya Vision Ltd
आदित्य विजन लिमिटेड की शुरुआत 1999 में पटना में हुई थी. यह कंपनी बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में कस्टमर इलेक्ट्रॉनिक्स और डोमेस्टिक इक्विपमेंट की लीडिंग रिटेलर है. इसके स्टोर्स में मोबाइल, टीवी, लैपटॉप, कैमरा और अन्य घरेलू प्रोडक्ट्स की बड़ी रेंज उपलब्ध है. बिहार में कंपनी की मार्केट शेयर 50 फीसदी से अधिक है और झारखंड में यह सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेलर बन चुकी है.
शेयर का हाल
कंपनी की मार्केट वैल्यू 7,208 करोड़ रुपये है और शुक्रवार, 3 अक्टूबर को कंपनी का शेयर 560.25 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. दिसंबर 2020 में इसका भाव मात्र 2.66 रुपये था, यानी अब तक इसने लगभग 20,962 फीसदी का रिटर्न दिया है.
वित्तीय स्थिति?
वित्तीय प्रदर्शन के अनुसार, कंपनी का P/E रेशियो 67x है जो इंडस्ट्री एवरेज 42.4x से अधिक है. इसका ROE 20.3 फीसदी और ROCE 19.1 फीसदी है. पिछले पांच सालों में कंपनी की रेवेन्यू CAGR 23 फीसदी और नेट प्रॉफिट CAGR 51 फीसदी रही है.
NIBE Ltd
निबे लिमिटेड, 2005 में पुणे में स्थापित हुई थी और यह डिफेंस, एयरोस्पेस और इंडस्ट्रियल कंपोनेंट्स के निर्माण में विशेषज्ञ है. कंपनी मिसाइल कैनिस्टर, लॉन्चर सिस्टम, हथियारों के पार्ट्स, और एयरक्राफ्ट सेवाएं जैसे लीजिंग, मैनेजमेंट और इंफ्लाइट सपोर्ट प्रदान करती है. साथ ही, यह रग्ड इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम जैसे पैनल पीसी, नेटवर्क स्विच और सेंसर भी बनाती है.
शेयर की स्थिति
कंपनी की मार्केट वैल्यू 2,123 करोड़ रुपये है और इसका शेयर 1,463 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. सितंबर 2020 में कंपनी के शेयरों की कीमत 11.90 रुपये थी, यानी तकरीबन 5 सालों इसने लगभग 11,620 फीसदी का रिटर्न दिया है.
वित्तीय स्थिति कैसी है?
वित्तीय आंकड़ों के अनुसार, कंपनी का P/E रेशियो 102x है, जो इंडस्ट्री एवरेज 68.2x से अधिक है. ROE 13.6 फीसदी और ROCE 16.2 फीसदी है. पिछले तीन सालों में कंपनी की रेवेन्यू CAGR 183 फीसदी और नेट प्रॉफिट CAGR 277 फीसदी रही है.
Transformers & Rectifiers India Ltd
ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टिफायर्स इंडिया लिमिटेड की स्थापना 1981 में अहमदाबाद में हुई थी. यह कंपनी पावर, डिस्ट्रीब्यूशन और स्पेशल ट्रांसफॉर्मर बनाती है, जिनका इस्तेमाल बिजली प्रोडक्शन, रेलवे और इंडस्ट्रियल क्षेत्रों में होता है.
शेयर का प्रदर्शन
कंपनी की मार्केट वैल्यू 14,923 करोड़ रुपये है. शुक्रवार, 3 अक्टूबर और इसका शेयर 497.15 रुपये पर बंद हुआ. अक्टूबर 2020 में कंपनी के शेयर की कीमत मात्र 4.63 रुपये थी. यानी पिछले 5 सालों में कंपनी के शेयरों की कीमत में 10,447.66 फीसदी की उछाल आई है.
वित्तीय स्थिति?
कंपनी का P/E रेशियो 57.6x है जो इंडस्ट्री के औसत 50x से अधिक है. इसका ROE 23.4 फीसदी और ROCE 28 फीसदी है. पिछले पांच सालों में कंपनी की रेवेन्यू CAGR 24 फीसदी और नेट प्रॉफिट CAGR 251 फीसदी रही है.
MIC Electronics Ltd
एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड की स्थापना 1988 में हैदराबाद में हुई थी. यह कंपनी एलईडी आधारित लाइटिंग और डिस्प्ले सॉल्यूशंस बनाती है. इसके प्रोडक्ट्स में आउटडोर और इनडोर एलईडी लाइट्स, सोलर लाइटिंग, डिजिटल बिलबोर्ड, वीडियो डिस्प्ले और रेलवे व ट्रांसपोर्टेशन के लिए इन्फॉर्मेशन सिस्टम शामिल हैं.
शेयर का हाल
कंपनी की मार्केट वैल्यू 1,442 करोड़ रुपये है और शुक्रवार को कंपनी का शेयर 59.82 रुपये पर बंद हुआ. अक्टूबर 2020 में इसका भाव केवल 0.59 रुपये था, यानी इसने अब तक 9,870 फीसदी का रिटर्न दिया है.
वित्तीय प्रदर्शन?
कंपनी का P/E रेशियो 151x है जो इंडस्ट्री एवरेज 28x से कई गुना अधिक है. हालांकि, इसका ROE 5.57 फीसदी और ROCE 8.71 फीसदी अपेक्षाकृत कम है. पिछले पांच सालों में कंपनी की रेवेन्यू CAGR 119 फीसदी और नेट प्रॉफिट CAGR 19 फीसदी रही है.
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