भारती टेलीकॉम ₹10,500 करोड़ के बॉन्ड जारी कर जुटाएगी फंड, कर्ज चुकाने की तैयारी में कंपनी; जानें डिटेल्स
भारती एयरटेल की होल्डिंग कंपनी भारती टेलीकॉम लिमिटेड मंगलवार, 14 अक्टूबर को 10,500 करोड़ रुपये तक जुटाने के लिए बॉन्ड्स जारी करने जा रही है. दो और साढ़े तीन साल की मैच्योरिटी वाले इन बॉन्ड्स पर 7.35 फीसदी और 7.45 फीसदी ब्याज दर तय की गई है. यह कंपनी का पिछले चार साल में सबसे सस्ता फंडरेजिंग होगा.

Airtel Fundraise Through Bonds: भारती एयरटेल की होल्डिंग कंपनी भारती टेलीकॉम लिमिटेड (Bharti Telecom) मंगलवार, 14 अक्टूबर को 10,500 करोड़ रुपये तक की राशि जुटाने की योजना बना रही है. यह राशि दो साल और तीन साल दो महीने में परिपक्व होने वाले बॉन्ड्स की बिक्री के माध्यम से जुटाई जाएगी. अगर यह इश्यू पूरी तरह सब्सक्राइब हो जाता है, तो यह वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) का अब तक का सबसे बड़ा बॉन्ड इश्यू होगा.
इतिहास में सबसे सस्ता फंडरेजिंग
कंपनी के ये बॉन्ड्स वार्षिक ब्याज दर (कूपन रेट) 7.35 फीसदी और 7.45 फीसदी पर जारी किए जाएंगे. यह दर पिछले चार साल में कंपनी के लिए सबसे सस्ता फंड जुटाने का अवसर है. तुलनात्मक रूप से देखें तो नवंबर 2024 में भारती टेलीकॉम ने 11,150 करोड़ रुपये के बॉन्ड्स जारी किए थे, जिनकी लागत इससे अधिक थी. बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस इश्यू में म्यूचुअल फंड्स मुख्य निवेशक रहेंगे, जबकि विदेशी और निजी बैंक भी बड़े पैमाने पर खरीदारी कर सकते हैं. इन बॉन्ड्स को Crisil और CARE Ratings ने AAA रेटिंग दी है, जो उच्चतम सुरक्षा स्तर को दर्शाती है.
कर्ज चुकाने की तैयारी
कंपनी के पास 9,750 करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसकी मैच्योरिटी नवंबर और दिसंबर 2025 के बीच है. इसके अलावा, 16,150 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर्ज 2027 से 2034 के बीच देय है. नए बॉन्ड इश्यू के जरिए जुटाई गई राशि का इस्तेमाल पुराने कर्ज को चुकाने और वित्तीय स्थिति को मजबूत करने में किया जाएगा. FY26 की पहली तिमाही में कॉरपोरेट बॉन्ड जारी करने में तेजी देखने को मिली थी, लेकिन दूसरी तिमाही में ब्याज दरों में बढ़ोतरी के कारण यह गति कुछ धीमी पड़ी. हालांकि, अब बाजार में उम्मीद जताई जा रही है कि यील्ड्स में गिरावट के साथ बॉन्ड मार्केट में निवेशकों की दिलचस्पी फिर बढ़ेगी.
कॉरपोरेट्स का झुकाव डेट मार्केट की ओर
वित्त वर्ष 2025-26 के पहले चार महीनों में भारतीय कंपनियों ने 4.07 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड राशि डेट मार्केट से जुटाई है. इसके विपरीत, बैंकों ने अब तक सिर्फ 1,800 करोड़ रुपये की राशि ही बॉन्ड्स के जरिए जुटाई है. कई कंपनियां अब एक्सटर्नल कमर्शियल बॉरोइंग्स (ECBs) यानी विदेशी कर्ज का सहारा ले रही हैं, क्योंकि कम ड्यूरेशन वाले विदेशी लोन पर पूरी तरह हेज्ड लागत अपेक्षाकृत कम होती है.
क्या है भारती एयरटेल के शेयरों का हाल?
सोमवार, 13 अक्टूबर को भारती एयरटेल के शेयर हरे निशान में कारोबार करते हुए बंद हुए. कंपनी के शेयर 0.80 फीसदी की तेजी के साथ 1,955.05 रुपये पर बंद हुए. रिटर्न की बात करें तो पिछले कुछ महीनों से वह काफी नीचे-ऊपर होता हुआ दिख रहा है. 6 महीने के दौरान स्टॉक में मात्र 8.61 फीसदी की तेजी आई है. वहीं, सालभर में शेयर का भाव 16.03 फीसदी ही बढ़ा है. 3 साल में रिटर्न का आंकड़ा 152.13 फीसदी पर पहुंच गया. कंपनी का मार्केट कैप 11,63,556 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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