फाइटर जेट की तरह भागा ये डिफेंस स्टॉक, 6 सेशन में 16% चढ़ा, ONGC से 200 करोड़ का मिला ठेका, राफेल डील से भी बूस्ट
प्रमुख डिफेंस कंपनी Cochin Shipyard को ONGC से बड़ा ऑर्डर मिला है, जिसके चलते कंपनी के शेयर उछल गए हैं. इसके अलावा सरकार की ओर से डिफेंस सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही नई पॉलिसी का भी कंपनी को फायदा मिल रहा है. इसलिए पिछले कुछ सेशन से ये शेयर भागते नजर आ रहे हैं.
Cochin Shipyard new order from ONGC: डिफेंस स्टॉक कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड के शेयर आजकल सुर्खियों में हैं. ये लगातार तेजी से भाग रहे हैं. 18 सितंबर, गुरुवार को भी इसके शेयर 2.65 फीसदी उछलकर 1940 रुपये पर पहुंच गए. शेयरों में आई इस तेजी की वजह कंपनी को बुधवार को ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ONGC) से मिले बड़े ऑर्डर के बाद देखने को मिली है. इसके अलावा हाल ही में सरकार ने भारतीय वायु सेना के लिए 114 ‘मेड इन इंडिया’ राफेल फाइटर जेट्स खरीदने के 2 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर चर्चा शुरू की है. इस वजह से भी कोचिन शिपयार्ड के शेयरों को बूस्ट मिला है.
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि Cochin Shipyardको ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ONGC) से 200 करोड़ रुपये के नए कॉन्ट्रैक्ट मिले है. ये एक ड्राई डॉक/मेजर लेअप रिपेयर का ठेका है. यह प्रोजेक्ट अगले 12 महीनों में पूरा करना होगा.
6 सेशन में 16% की छलांग
कोचिन शिपयार्ड को ओएनजीसी से मिले नए ऑर्डर के बाद इसके शेयरों ने छलांग लागई. आज इसके शेयर 2.65 फीसदी चढ़कर 1940 रुपये पर पहुंच गए. शेयर पिछले छह सत्रों में 16% चढ़ चुका है. 9 सितंबर को इसके शेयर 1,629.55 रुपये पर थे, जो 17 सितंबर तक बढ़कर 1,889.90 रुपये पर पहुंच गए. इसके शेयरों में भले ही 3 महीने पहले 13 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन अब शेयरों में रिकवरी देखने को मिल रही है.
सरकार की नई डिफेंस पॉलिसी ने बढ़ाई चमक
कोचिन शिपयार्ड के शेयरों में शॉर्ट-टर्म में यह तेजी डिफेंस सेक्टर की रैली का नतीजा है, जो निवेशकों के लिए मुनाफे का सुनहरा मौका बन गया है. डिफेंस सेक्टर में उछाल और सरकार की नई डिफेंस पॉलिसी का इसको फायदा मिल रहा है. पिछले वीकेंड रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई डिफेंस प्रोक्योरमेंट मैनुअल (DPM) 2025 को मंजूरी दी, जिसने डिफेंस स्टॉक्स में सकारात्मक माहौल बनाया. इसके अलावा डिफेंस मिनिस्ट्री ने भारतीय वायु सेना के 114 ‘मेड इन इंडिया’ राफेल फाइटर जेट्स खरीदने के 2 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर चर्चा शुरू कर दी है. यह डील डिफेंस सेक्टर से जुड़ी कंपनियों को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकती है. इसका फायदा कोचिन शिपयार्ड जैसे स्टॉक्स को भी मिल रहा है.
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मल्टीबैगर स्टॉक का शानदार सफर
पिछले तीन महीनों में भले ही कोचिन शिपयार्ड के शेयर 13% नीचे गिरे हो, लेकिन लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए यह स्टॉक सोने की खान साबित हुआ है. पिछले दो साल में कोचिन शिपयार्ड का शेयर 241.61% और तीन साल में 887% का रिटर्न और 5 साल में 988 फीसदी का रिटर्न दे चुका है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.