DMart की बड़ी रणनीति! विस्तार पर फोकस, मुनाफे की जगह भविष्य की तैयारी, देखें शेयरों का हाल

तेजी से बदलते रिटेल बाजार में एक बड़ी कंपनी ऐसा रास्ता चुन रही है, जहां तात्कालिक मुनाफे से ज्यादा भविष्य की पकड़ अहम है. आंकड़े इशारा करते हैं कि मौजूदा दबाव के पीछे एक लंबी रणनीति काम कर रही है, जिसका असर शेयरों और निवेशकों की सोच पर दिख रहा है.

डीमार्ट के शेयर Image Credit: Tv9 Bharatvarsh

भारतीय रिटेल सेक्टर की बड़ी कंपनी DMart इन दिनों निवेशकों के लिए थोड़ा विरोधाभासी संकेत दे रही है. एक तरफ कंपनी के शेयर दबाव में हैं, वहीं दूसरी तरफ मैनेजमेंट लंबी अवधि की ग्रोथ को ध्यान में रखकर बड़ा दांव खेल रहा है. CLSA की India Weekender – All Things India रिपोर्ट के मुताबिक DMart फिलहाल मुनाफे से ज्यादा विस्तार पर फोकस कर रही है, जिसका असर आने वाले कुछ समय तक कंपनी के कैश फ्लो पर दिख सकता है.

तेजी से बढ़ रहा स्टोर नेटवर्क

रिपोर्ट के अनुसार DMart हर साल 15 से 20 प्रतिशत की दर से नए स्टोर जोड़ने की योजना पर काम कर रही है. बड़े रिटेलर्स के लिए यह रणनीति नई नहीं है. CLSA का कहना है कि जब कोई कंपनी शुरुआती दौर में तेजी से स्टोर खोलती है, तो फ्री कैश फ्लो आमतौर पर निगेटिव ही रहता है. DMart के मैनेजमेंट को फिलहाल करीब 2,200 स्टोर्स तक के विस्तार की स्पष्ट योजना दिख रही है, जिससे साफ है कि अगले कुछ वर्षों तक कंपनी का फोकस निवेश पर बना रहेगा.

शॉर्ट टर्म कैश फ्लो पर दबाव

इतनी बड़ी संख्या में प्रोजेक्ट्स पाइपलाइन में होने की वजह से DMart का निकट भविष्य में फ्री कैश फ्लो या तो निगेटिव रह सकता है या बहुत सीमित हो सकता है. हालांकि CLSA ने यह भी याद दिलाया है कि वॉलमार्ट और कॉस्टको जैसी ग्लोबल कंपनियां भी इसी रास्ते से गुजरी हैं. जैसे ही स्टोर विस्तार की रफ्तार स्थिर होती है, कैश बैलेंस में मजबूती आने लगती है.

प्रतिस्पर्धा बढ़ने के बीच DMart अपने प्राइवेट लेबल ब्रांड्स पर भी जोर दे रही है. ये प्रोडक्ट्स बड़े ब्रांड्स के मुकाबले 40 से 50 प्रतिशत तक सस्ते होते हैं और कुछ मामलों में तो कीमत एक-तिहाई तक होती है. इससे कंपनी को मार्जिन सुधारने और ग्राहकों को जोड़े रखने में मदद मिल सकती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भले ही क्विक कॉमर्स ऐप्स तेजी से लोकप्रिय हो रहे हों, लेकिन 2035 तक शहरी खपत में इनकी हिस्सेदारी 20 प्रतिशत से कम रहने की उम्मीद है. इसका मतलब यह है कि फिजिकल स्टोर्स जैसे DMart की मांग लंबे समय तक बनी रह सकती है.

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शेयरों की चाल क्या कहती है?

शुक्रवार को DMart के शेयर 3,787 रुपये पर बंद हुए. बीते तीन महीनों में शेयर करीब 15 प्रतिशत टूट चुका है, जिससे शॉर्ट टर्म निवेशकों को नुकसान हुआ है. हालांकि लंबी अवधि की बात करें तो पिछले पांच साल में शेयर ने करीब 41 प्रतिशत का रिटर्न दिया है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.