Sigma-One Capital: रातों-रात गायब हुई ब्रोकरेज फर्म, भारतीय निवेशकों को लगी करोड़ों रुपये की चपत
दुबई स्थित ब्रोकरेज फर्म 'गल्फ फर्स्ट कमर्शियल ब्रोकर्स' रातों-रात गायब हो गई है. सिग्मा वन कैपिटल नाम से ऑपरेट करने वाली इस फर्म के जरिये दुबई में रहने वाले सैकड़ों भारतीयों को करोड़ों रुपये की चपत लगी है. फिलहाल, दुबई पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है.
दुबई को कानून व्यवस्था और कड़े नियमों के लिए जाना जाता है. लेकिन, गल्फ फर्स्ट कमर्शियल ब्रोकर्स और सिग्मा वन कैपिटल नाम की ब्रोकरेज फर्म रातों-रात गायब हो गई हैं. स्थानीय निवेशकों के साथ ही इन फर्म के जरिये वहां रहने वाले सैकड़ों भारतीयों ने भी निवेश किया, जिन्हें करोड़ों रुपये की चपत लगी है. खलीज टाइम की रिपोर्ट के मुताबिक कई भारतीय निवेशकों ने अपनी जीवनभर की बचत इसमें लगाई थी. गल्फ फर्स्ट कमर्शियल ब्रोकर्स ने निवेशकों को सिग्मा-वन कैपिटल नाम के एक अनरेगुलेटेड ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये निवेश करने के लिए मजबूर किया. अब गल्फ फर्स्ट कमर्शियल ब्रोकर्स का कार्यालय खाली है और सिग्मा-वन कैपिटल बंद हो गया है. पुलिस ने दोनों फर्मों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
दफ्तर में सिर्फ डस्टबिन और पोंछा
खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक दुबई स्थित ब्रोकरेज फर्म रातों-रात बिना किसी सुराग के गायब हो गई है. फर्म अपने साथ निवेशकों के लाखों दिरहम भी ले उड़ी है. दुबई के बिजनेस बे में कैपिटल गोल्डन टॉवर स्थित कंपनी के ऑफिस सुइट 302 के बाहर अब एक डस्टबिन और एक पोछा ही बचा है.
40 कर्मचारी कर रहे थे काम
पिछले महीने तक गल्फ फर्स्ट के पास दुबई के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट में कैपिटल गोल्डन टॉवर के सुइट्स 302 और 305 में फैले दफ्तर में करीब 40 कर्मचारी थे. उनका काम संभावित निवेशकों को कॉल करना और विदेशी मुद्रा निवेश को बढ़ावा देना था. अब, दोनों सुइट खाली पड़े हैं. फोन लाइनें बंद हो गई हैं. वहां, काम करने वाले सिक्योरिटी गार्ड का कहना है कि दफ्तर को रातों-रात खाली कर दिया गया है.
भारतीयों के पैसे डूबे
खलीज टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि केरल के रहने वाले मोहम्मद और फयाज पोय्यल ने इस फर्म के जरिये 75,000 हजार डॉलर का निवेश किया था. इसी तरह कर्नाटक के एक शख्स ने बताया उसने 2,30,000 का निवेश किया था. शुरुआत में इस प्लेटफॉर्म से निवेश करने पर उन्हें अच्छा प्रॉफिट हुआ था, जिसके बाद उन्होंने ज्यादा ध्यान दिए बिना जीवनभर की जमा पूंजी का निवेश इसमें कर दिया.
कैसे फंसाए गए आम लोग
निवेशकों का कहना है कि गल्फ फर्स्ट के एक संजीव नाम के ब्रोकर ने उन्हें सिग्मा वन कैपिटल के जरिये निवेश पर जोर डाला. यह एक अनरेगुलेटेड प्लेटफॉर्म था, लेकिन संजीव ने कहा था कि उन्हें गारंटीड रिटर्न मिलेगा. शुरुआत में अच्छा रिटर्न देकर भरोसा जीता गया और अब अचानक पूरा पैसा लेकर फर्म गायब हो गई है. फिलहाल, कुल कितने रकम का स्कैम हुआ है इसकी जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन, इसे कई करोड़ की ठगी के तौर पर देखा जा रहा है.