इन 5 लार्जकैप स्टॉक्स पर FII ने दिखाया भरोसा, लगाया बड़ा दांव, क्या Waaree और IREDA जैसे शेयर फिर भरेंगे फर्राटा
विदेशी निवेशकों यानी FIIs ने चुनिंदा भारतीय लार्जकैप स्टॉक्स में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. ये रिन्यूएबल एनर्जी से लेकर रक्षा क्षेत्र आदि से जुड़ी कंपनियां है. विदेशी निवेशकों के इन कंपनियों पर दांव लगाने से इनके स्टॉक्स में आने वाले दिनों में हलचल देखने को मिल सकती है.
FII stake in largecap stocks: कुछ समय पहले तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे थे, लेकिन अब दोबारा उन्होंने यहां का रुख किया है. इस बार उन्होंने लार्जकैप स्टॉक्स पर अपना भरोसा दिखाया है, यही वजह है कि उन्होंने बैंकों से लेकर इन्फ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्रियल कंपनियों में जमकर निवेश किया है. FII ने उन कंपनियों पर दांव लगाया है, जिनके पास मजबूत कमाई, ऑपरेटिंग लिवरेज, और दमदार कैपेक्स योजनाएं हैं. ऐसे में आज हम आपको ऐसी ही 5 कंपनियों के बारे में बताएंगे जिनमें जून 2025 तिमाही में FII हिस्सेदारी में उछाल आया है और भविष्य में इन कंपनियों के स्टॉक्स में उछाल देखने को मिल सकता है.
Waaree Energies
वारी एनर्जीज देश की प्रमुख सोलर मॉड्यूल निर्माता कंपनी है, जो सोलर सेल, इनवर्टर, बैटरी, और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे एनर्जी सेक्टर में अपनी पकड़ रखती है. FY25 में कंपनी ने बेहतर प्रदर्शन किया, जिसके चलते उसका रेवेन्यू 27% बढ़कर ₹148.5 बिलियन और EBITDA 73% उछलकर ₹31.2 बिलियन हो गया. नेट प्रॉफिट भी दोगुना होकर ₹19.3 बिलियन तक पहुंच गया.
FII की कितनी बढ़ी हिस्सेदारी?
Waaree Energies ने 15 गीगावाट की सोलर मॉड्यूल क्षमता और 5.4 गीगावाट की नई सेल प्लांट की शुरुआत के साथ अमेरिका में अपनी पहली मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की. कंपनी की मजबूत स्थिति को देखते FII ने इसमें दांव लगाया है. विदेशी निवेशकों की इसमें हिस्सेदारी मार्च 2025 के 0.7% से बढ़कर जून 2025 में 2.68% हो गई है.
शेयरों का प्रदर्शन
Waaree Energies के शेयरों की कीमत 18 जुलाई को 3240 रुपये दर्ज की गई है, इसमें 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिल रही है. पिछले एक महीने में इसमें 16 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है. जबकि एक साल में इसके शेयरों ने 28 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है.
Hitachi Energy
हिताची एनर्जी इंडिया, पावर टेक्नोलॉजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी है. ये यूटिलिटीज, रिन्यूएबल्स, रेल, डेटा सेंटर्स, और इंडस्ट्री के लिए हाईटेट ग्रिड और एनर्जी सॉल्यूशंस मुहैया करती है. FY25 में कंपनी का रेवेन्यू 23% बढ़कर ₹64.4 बिलियन हो गया और ऑपरेटिंग EBITDA 69% बढ़कर ₹5.9 बिलियन रहा, जिससे मार्जिन 6.7% से बढ़कर 9.2% हो गया.
FII की कितनी बढ़ी हिस्सेदारी?
इक्विटी मास्टर के मुताबिक हिताची को ऑर्डर बुक भी 228% बढ़कर ₹181.7 बिलियन तक पहुंच गया, जिसमें ट्रांसमिशन, रिन्यूएबल एवैक्यूएशन, और रेल प्रोजेक्ट्स जैसे बड़े ऑडर शामिल हैं. कंपनी के दमदार ऑर्डर बुक और वित्तीय प्रदर्शन को देखते हुए FII की इसमें हिस्सेदारी मार्च 2025 के 4.96% से बढ़कर जून 2025 में 7.2% हो गई है.
शेयरों का प्रदर्शन
Hitachi Energy का शेयर 18 जुलाई को 0.49% की बढ़त के साथ 19,585रुपये पर कारोबार करता नजर आया. एक महीने में इसमें 3.77% की बढ़त देखने को मिली है, जबकि एक साल में इसने 58 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है.
Indian Renewable Energy Dev Agency Ltd (IREDA)
इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA), एक सरकारी वित्तीय संस्थान जो भारत में रिन्यूएबल एनर्जी और ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं को फाइनेंस करने का काम करती है. FY25 में इसका ऑपरेशनल रेवेन्यू 29% बढ़ा है, हालांकि नेट प्रॉफिट 36% घटकर ₹17 बिलियन रहा. फिर भी, FII का भरोसा इस पर बढ़ा है.
FII की कितनी बढ़ी हिस्सेदारी?
रिपोर्ट के मुताबिक इरडा में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी दिसंबर 2024 में 1.7% थी, जो अब बढ़कर जून 2025 में 3.3% हो गई है.
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शेयरों का प्रदर्शन
IREDA के शेयरों में 18 जुलाई को थोड़ी गिरावट देखने को मिली. ये 159 रुपये पर ट्रेड करते नजर आए. एक महीने और साल भर में भी इसका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है. हालांकि 5 साल में इसने 218 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है.
Garden Reach Shipbuilders & Engineers
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) एक डिफेंस PSU कंपनी है, जो भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के लिए युद्धपोत, गश्ती जहाज, और फेरी बनाती है. FY25 में कंपनी ने 41% रेवेन्यू वृद्धि के साथ ₹50.75 बिलियन और 46% नेट प्रॉफिट बढ़ोतरी के साथ ₹5.27 बिलियन का आंकड़ा छुआ. ऑपरेटिंग प्रॉफिट लगभग दोगुना हुआ और कंपनी पहली बार ₹50 बिलियन रेवेन्यू को पार कर गई है.
FII की कितनी बढ़ी हिस्सेदारी?
नए ऑर्डरों की बदौलत गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स का ऑर्डर बुक ₹226.8 बिलियन पर है. कंपनी की मजबूत स्थिति को देखेते हुए FII ने इसमें भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. मार्च 2025 में ये 3.9% थी, जो बढ़कर जून 2025 में 5.3% हो गई है.
शेयरों का प्रदर्शन
गार्डन रीच के शेयरों में भी शुक्रवार को गिरावट देखने को मिली, ये 2637 रुपये पर ट्रेड करते नजर आए. एक महीने में इसके शेयर 17 फीसदी तक लुढ़के हैं. हालांकि पांच साल में इसने 1161 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है.
AWL Agri Business
पहले अदानी विल्मर के नाम से जानी जाने वाली AWL एक एग्री कंपनी है. ये कुकिंग ऑयल, गेहूं का आटा, चावल, दाल और दूसरे खाद्य प्रोडक्ट बनाती है. FY25 में कंपनी का रेवेन्यू 24% और EBITDA 119% बढ़कर ₹27 बिलियन हो गया. नेट प्रॉफिट भी दोगुना से ज्यादा बढ़ा है.
FII की कितनी बढ़ी हिस्सेदारी?
FII ने इस कंपनी पर भरोसा जताते हुए अपनी हिस्सेदारी मार्च 2025 में 1.2% से बढ़ाकर जून 2025 में 4.31% कर दी है. ऐसे में आने वाले समय में इसके स्टॉक्स में हलचल देखने को मिल सकती है.
शेयरों का प्रदर्शन
AWL Agri का शेयर आज बढ़त के साथ 278 रुपये पर ट्रेड करते नजर आए. एक महीने में इसके शेयर 6 फीसदी से ज्यादा चढ़े हैं. 5 साल में इसने 22 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है, जबकि एक साल में इसका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है.