दिवालिया घोषित होने से बाल-बाल बची अनिल अंबानी की ये कंपनी, NCLAT ने पलटा फैसला; फोकस में रखें शेयर

रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के एक पुराने विवाद में अचानक मोड़ आ गया है. करोड़ों रुपये की देनदारी को लेकर शुरू हुई कानूनी प्रक्रिया अब रुक चुकी है. एक बड़ी सरकारी संस्था के दावे और फिर कंपनी की रणनीतिक प्रतिक्रिया के चलते मामला पूरी तरह उलट गया. जानिए पूरा घटनाक्रम, जो निवेशकों के लिए अहम हो सकता है.

अनिल अंबानी Image Credit: Money9 Live

Reliance Infrastructure NCLAT: एक बड़े वित्तीय विवाद में फंसी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को फिलहाल राहत मिल गई है. कंपनी के खिलाफ दिवालियापन की कार्यवाही शुरू करने के नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के आदेश पर अब रोक लगा दी गई है. नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) ने कंपनी की अपील पर सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया है. इस फैसले के बाद कंपनी के शेयरों में हलचल देखने को मिल सकती है.

क्यों शुरू हुई थी दिवालिया प्रक्रिया?

इस पूरे मामले की शुरुआत IDBI ट्रस्टीशिप सर्विसेज की एक याचिका से हुई थी. अप्रैल 2022 में IDBI ने NCLT के सामने दावा किया था कि रिलायंस इंफ्रा ने धुरसार सोलर पावर प्राइवेट लिमिटेड (DSPPL) से लिए गए बिजली आपूर्ति समझौते (Energy Purchase Agreement) के तहत 88.68 करोड़ रुपये और ब्याज का भुगतान नहीं किया है. यह राशि 2017 से 2018 के बीच जारी 10 इनवॉइस पर आधारित थी.

30 मई 2024 को मुंबई बेंच की NCLT ने रिलायंस इंफ्रा के खिलाफ कॉर्पोरेट दिवालिया समाधान प्रक्रिया शुरू करने और एक अंतरिम समाधान पेशेवर नियुक्त करने का निर्देश दिया था. लेकिन कंपनी ने 2 जून को रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि उसने पूरे 92.68 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है, जिससे NCLT का आदेश अब “अप्रासंगिक” हो गया है.

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NCLAT ने लगाई NCLT आदेश पर रोक

इसके बाद 4 जून को NCLAT ने रिलायंस इंफ्रा की अपील पर सुनवाई की और NCLT के आदेश पर फिलहाल रोक लगा दी. अपीलीय ट्रिब्यूनल ने माना कि चूंकि पूरा भुगतान हो चुका है, इसलिए दिवालिया प्रक्रिया को आगे बढ़ाना उचित नहीं होगा. यह फैसला न केवल रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए राहत भरा है, बल्कि निवेशकों और बाजार के लिए भी सकारात्मक संकेत देता है.

क्या है शेयरों का हाल?

रिलायंस इंफ्रास्टक्चर के शेयर शुक्रवार को 1.5 फीसदी की गिरावट के साथ 390.30 रुपये पर बंद हुए. बीते एक साल में कंपनी के शेयर टूटकर 169 रुपये तक पहुंचे हैं वहीं सबसे अधिक उछाल के बाद ये 423 रुपये के आंकड़े को छूए हैं. कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 15,653 करोड़ रुपये है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.