Vi के शेयरों में आ सकती है 66 फीसदी की गिरावट, Goldman Sachs ने क्‍यों दी बेचने की सलाह

इन्वेस्टमेंट बैंक और रेटिंग एजेंसी Goldman Sachs ने वोडाफोन आइडिया (VI) के शेयरों में फिर से गिरावट का अनुमान जाहिर किया है. एजेंसी इससे पहले सितंंबर में भी VI में भारी गिरावट का अनुमान जाहिर कर चुकी है. हालिया, रिपोर्ट के मुताबिक एजेंसी का दावा है VI के स्टॉक में मौजूदा लेवल से 66 फीसदी की गिरावट आ सकती है.

वोडाफोन-आइडिया Image Credit: Kabir Jhangiani/NurPhoto via Getty Images

Goldman Sachs ने दूसरी तिमाही में उम्मीद से कमजोर प्रदर्शन के बाद वोडाफोन आइडिया (VI) को ‘बेचने’ की अपनी रेटिंग को दोहराया है. इसके साथ ही अनुमान जाहिर किया है कि Vi share Price आने वाले दिनों में 66% तक गिर सकता है. रेटिंग एजेंसी का दावा है कि आने वाले दिनों में कंपनी के शेयर की कीमत 2.40 रुपये तक गिर सकती है. Goldman Sachs का कहना है कि शॉर्ट टर्म में वेल फंडेड होने बावजूद कंपनी के मार्केट शेयर, फ्री फ्लोट कैश, और कैपेक्स से जुड़ी चिंताएं कम नहीं हो रही हैं.

क्यों जताई गिरावट की चिंता

वोडाफोन आइडिया के लिए दूसरी तिमाही की नतीजे उम्मीद से खराब रहे हैं. इसे लेकर गोल्डमैन सैक्स ने इसे बेचने की सलाह दी है. कंपनी की बाजार हिस्सेदारी घटने और कैश फ्लो को लेकर दबाव बढ़ने की आशंका जाहिर करते हुए Goldman Sachs ने कहा है कि भले ही शॉर्ट टर्म के कंपनी के पास अच्छे फंड हैं. लेकिन, आगे के लिए कैपेक्स के मोर्चे पर कमजोरी की वजह से कंपटीशन में पिछड़ने की आशंका है.

रिपोर्ट में क्या कहा

गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कंपनी के कर्ज जुटाने का समय एजीआर मुद्दे पर निर्भर करता है. इस वजह से आगे के लिए कंपनी के पास कर्ज लेने की कोई सटीक योजना भी नहीं है. इसके अलावा शॉर्ट टर्म में वेल फंडेड होने के बाद भी अपने नेटवर्क के अग्रेडेशन और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट पर खर्च करने की क्षमता नहीं है. इसकी वजह से कंपनी कंपटीशन में पिछड़ सकती है, जिससे इसकी बाजार हिस्सेदारी में कमी आ सकती है. इसके अलावा वित्त वर्ष 26 से शुरू होने वाले बड़े एजीआर स्पेक्ट्रम-संबंधित भुगतान भी बाकी है.

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क्या है कंपनी के लिए उम्मीद

कंपनी की फाइनेंशियल प्रोफाइल लगातार कमजोर बनी हुई है. इसमें सबसे बड़ी चुनौती एजीआर की है. हालांकि, कंपनी को उम्मीद है कि सरकार की तरफ से उन्हें कुछ राहत मिल सकती है. मसलन, कैश की कमी को ध्यान में रखकर सरकार एजीआर और अन्य बकाया को इक्विटी के तौर पर वसूल सकती है. गोल्डमैन का कहना है कि कंपनी को कैश फ्लो को बढ़ाने के लिए एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) को 280 रुपये तक बढ़ाने की जरूरत है. लेकिन, मीडियम टर्म में इतनी वृद्धि की संभावना नहीं दिख रही है.

वित्तीय प्रदर्शन में हो रहा सुधार

Goldman Sachs के मुताबिक VI ने जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान वोडाफोन आइडिया ने अपने घाटे को 7,176 करोड़ रुपये तक सीमित कर दिया, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह 8,738 करोड़ रुपये था. इस बीच ऑपरेशनल रेवेन्यू साल-दर-साल (YoY) 2% की मामूली वृद्धि के साथ 10,932 करोड़ रुपये हो गया है. इसके अलावा ARPU भी सुधरकर 166 रुपये हो गया है. पिछली तिमाही में यह 154 रुपये था. इस तरह इसमें 7.8% की वृद्धि हुई है.