Nifty Outlook 11 Dec: 25,700 का लेवल टूटने पर 25,530 तक गिरावट संभव, बुल्स की वापसी के लिए यह लेवल इंम्पोर्टेंट
भारतीय बाजार दबाव में बना हुआ है. निफ्टी 25,758 पर बंद होकर 25,700 के महत्वपूर्ण सपोर्ट के करीब पहुंच गया है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, फेड बैठक से पहले बाजार सतर्क है. निफ्टी 25,700 के नीचे गिरने के बाद यह गिरावट 25,500 तक बढ़ सकती है, जबकि 26,000 के ऊपर मजबूती ही ट्रेंड बदलने का संकेत देगी.
भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को कमजोरी जारी रही, जहां लगातार बिकवाली के चलते निफ्टी 81.65 अंक टूटकर 25,758 पर और सेंसेक्स 275.01 अंक गिरकर 84,391.27 पर बंद हुआ. वैश्विक संकेतों और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले बाजार में सतर्कता साफ दिखाई दे रही है. एनालिस्ट्स ने 11 दिसंबर के मार्केट आउटलुक को लेकर कहा है कि टेक्निकल इंडिकेटर भी यह बता रहे हैं कि निफ्टी फिलहाल एक महत्वपूर्ण सपोर्ट जोन पर संघर्ष कर रहा है और अगले कुछ सत्रों में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. निवेशकों की नजर इसी पर टिकी है कि निफ्टी 25,700 के ऊपर टिककर स्थिरता दिखाता है या यह स्तर टूटने पर गिरावट गहराती है.
25,800 का स्तर निफ्टी के लिए महत्वपूर्ण
बजाज ब्रोकिंग रिसर्च के अनुसार, निफ्टी ने बुधवार को एक बेयरिश कैंडल बनाई, जिसकी लॉन्ग शैडो इस बात का संकेत है कि ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली तेज रही. इंडेक्स 50-डे EMA के आसपास कंसॉलिडेट हो रहा है और एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगले ट्रेंड की दिशा इसी स्तर पर टिके रहने या इसके नीचे फिसलने से तय होगी. बजाज ब्रोकिंग के मुताबिक, 25,700–25,800 का स्तर निफ्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. यह जोन 12 नवंबर के बुलिश गैप, 50-DMA और पिछली तेजी के प्रमुख रिट्रेसमेंट से मेल खाता है. अगर निफ्टी इसके ऊपर टिकने में सफल रहता है तो पिछले तीन महीनों की तेजी को बरकरार रखा जा सकता है. लेकिन 25,700 के नीचे क्लोजिंग गिरावट को बढ़ाकर 100-DMA के करीब 25,500–25,400 तक ले जा सकती है.
25,530 तक गिरावट की संभावना
LKP सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे कहते हैं कि मंदड़ियों का दबदबा जारी है और निफ्टी के बार-बार पिछला लो टेस्ट करने से बाजार पर बेचैनी बढ़ी है. उनके मुताबिक, निफ्टी को एक बार फिर 50 EMA के पास समर्थन मिला है, लेकिन टेक्निकल इंडिकेटर में कमजोरी साफ दिख रही है. RSI अपने कंसॉलिडेशन दायरे से टूटकर नीचे आया है और इंडेक्स पिछली रैली के 50% रिट्रेसमेंट के नीचे फिसल चुका है, जो आगे और गिरावट की आशंका बढ़ाता है. रूपक डे के अनुसार, नजदीकी सत्रों में निफ्टी पर दबाव कायम रहने की संभावना है. अगर इंडेक्स 25,700 के नीचे मजबूती से टूटता है तो गिरावट 25,610 और 25,530 तक जा सकती है. वहीं, ऊपर की ओर 25,870 और 26,000 के बीच के स्तर रेसिस्टेंस का काम करेंगे.
बाजार में बड़े करेक्शन के संकेत नहीं
च्वाइस ब्रोकिंग के आकाश शाह के अनुसार, निफ्टी भले ही कमजोरी में हो, लेकिन India VIX शांत बना हुआ है, जिससे संकेत मिलता है कि बाजार बड़े करेक्शन में नहीं, बल्कि एक सीमित दायरे वाले कंसॉलिडेशन फेज में है. उनके अनुसार, निफ्टी फिलहाल 25,600–25,650 पर तत्काल समर्थन और 25,850–25,900 पर मजबूत बाधा का सामना कर रहा है. बैंक निफ्टी में भी यही स्थिति देखने को मिली, जहां इंडेक्स 58,600–58,700 पर सपोर्ट और 59,200–59,300 पर रेजिस्टेंस के बीच फंसा हुआ है.
बुल्स को वापसी करनी है तो बचाना होगा यह लेवल
Angle One के इक्विटी टेक्निकल एनालिस्ट राजेश भोसले के अनुसार, निफ्टी दो महत्वपूर्ण तकनीकी स्तरों के बीच फंसा हुआ है और बाजार फेड नीति से दिशा का इंतजार कर रहा है. ऊपर की ओर, निफ्टी को 20-DEMA पर सटीक रेजिस्टेंस मिला, जो 25,950–26,000 के ट्रेंडलाइन ब्रेकडाउन जोन के आसपास है. नीचे की ओर, कीमतें लगातार 50-DEMA और नवंबर की हालिया तेजी के 61.8% रिट्रेसमेंट स्तर (25,700) को बचाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि फेड पॉलिसी के बाद आने वाले पहले कुछ घंटे बाजार की दिशा तय करने में बेहद महत्वपूर्ण होंगे. यदि निफ्टी 25,700 के नीचे टिकता है, तो हालिया रैली टेक्निकल रूप से अस्थिर हो जाएगी और कमजोरी बढ़ सकती है. वहीं, यदि बुल्स को वापसी करनी है, तो यही स्तर उन्हें बचाना होगा. मजबूती का स्पष्ट संकेत तब मिलेगा जब निफ्टी पिछले दो सत्रों के हाई 25,950–26,000 (20-DEMA जोन) के ऊपर निकल जाएगा, जिससे प्राइमरी अपट्रेंड फिर शुरू हो सकता है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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