Infosys Buyback History: पहले हुए बायबैक से कितना हुआ मुनाफा, क्या अब भी रिटर्न का दम रखता है शेयर?

Infosys का शेयर बायबैक निवेशकों के लिए बड़ा मौका है. कंपनी का मजबूत फाइनेंशियल स्ट्रक्चर, फ्री कैश फ्लो निवेशकों को लौटाने की नीति और ब्रोकरेज टारगेट प्राइस बताते हैं कि आने वाले समय में शेयर में अच्छा रिटर्न मिल सकता है. फिलहाल, जानते हैं पिछली बार जब बायबैक हुआ, तो निवेशकों को कितना फायदा मिला?

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Infosys देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सर्विस कंपनी है. 11 सितंबर, 2025 को होने वाली बोर्ड की बैठक कंपनी शेयर बायबैक पर विचार करने जा रही है. कंपनी का मकसद निवेशकों को बेहतर रिटर्न देना है. कंपनी ने पहले भी बायबैक के जरिये निवेशकों को लाभ पहुंचाया है. बहरहाल, टैरिफ की चिंताओं के चलते हुई हालिया गिरावट ने इसे निवेश के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है. यहां विस्तार से समझते हैं कि पहले हुए बायबैक से कितना मुनाफा मिला और आने वाले समय में शेयर में कितनी बढ़त की संभावना है.

Infosys का बायबैक इतिहास

Infosys ने अब तक चार बड़े बायबैक किए हैं। पहली बार दिसंबर 2017 में 13,000 करोड़ रुपये का बायबैक किया गया, जिसमें कंपनी ने 1150 रुपये के भाव से शेयर खरीदे. इसके बाद 2019 में 8,260 करोड़ का बायबैक किया गया. इस दौरान शेयर 747.38 रुपये के भाव पर खरीदे गए. इसके बाद अक्टूबर 2021 में कंपनी ने 9,200 करोड़ का बायबैक ऑफर किया, जिसके तहत 1,648.53 रुपये के भाव पर शेयर खरीदे गए. वहीं, दिसंबर 2022 से फरवरी 2023 के बीच 9,299.98 करोड़ के बायबैक के तहत 1,539.06 रुपये के भाव पर शेयर खरीदे गए. कुल मिलाकर कंपनी ने पिछले पांच वर्षों में 11.62 करोड़ से ज्यादा शेयर बाजार से वापस खरीदे हैं. ये कदम कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और निवेशकों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं.

बायबैक के बाद शेयर प्राइस कितना बदला?

बायबैक के ऐलान के बाद शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव रहता है. दिसंबर 2017 के बायबैक के बाद एक महीने में शेयर 1,150 रुपये से बढ़कर लगभग 1,250 रुपये पर पहुंच गया. यानी करीब 8.7% की बढ़त देखी गई. 2019 में कंपनी ने कम कीमत पर बायबैक किया और अगले महीने शेयर 747 से बढ़कर 1,250 रुपये पर पहुंच गया, यानी 67% की बढ़त देखने को मिली. वहीं, अक्टूबर 2021 और दिसंबर 2022 के बायबैक में कंपनी ने ऊंची कीमत पर शेयर खरीदे, जिससे अगले महीने में शेयर की कीमत में गिरावट आई. 2021 में यह गिरावट करीब 24% और 2022 में लगभग 19% रही. इससे साफ होता है कि हर बार बायबैक निवेशकों को लाभ नहीं देता, लेकिन कम कीमत पर बायबैक निवेश के लिए बड़ा अवसर बन सकता है.

बायबैक से पहले एक महीने में शेयर प्राइस

बायबैक की घोषणा से पहले शेयर की कीमतों में भी जबरदस्त बदलाव देखने को मिलता है. दिसंबर 2017 में किए गए बायबैक से एक महीने पहले शेयर 974.95 रुपये के आसपास था. बायबैक के समय यह कीमत 1,150 रुपये तक पहुंच गया, यानी 17.9% की बढ़त देखने को मिली. इसी तरह अक्टूबर 2021 में शेयर 1,131 से बढ़कर 1,648 तक पहुंचा, यानी लगभग 55% की वृद्धि हुई. वहीं, दिसंबर 2022 में बायबैक से पहले शेयर 1,525 पर था और बायबैक के समय 1,539 पर पहुंचा, यानी मात्र 0.9% की वृद्धि हुई.

ब्रोकरेज फर्मों के टारगेट प्राइस

ब्रोकरेज फर्मों ने Infosys के लिए अगले 12 महीनों का औसत टारगेट प्राइस 1,702.64 रखा है, जो मौजूदा मूल्य से लगभग 13% अधिक है. Geojit BNP Paribas ने इसे 1,665 का टारगेट दिया है, जिससे 10.8% का रिटर्न मिल सकता है. वहीं, Prabhudas Lilladhar ने 1,750 का टारगेट दिया है, जो 17% तक की बढ़त दर्शाता है. ये आंकड़े संकेत देते हैं कि कंपनी का शेयर आने वाले समय में निवेशकों को स्थिर और बेहतर रिटर्न दे सकता है.

कैसा है शेयर का वैल्यूएशन?

मंगलवार को Infosys का शेयर लगभग 1,505 रुपये पर बंद हुआ. पिछले एक साल में शेयर प्राइस में करीब 25% की गिरावट हो चुकी है. इस गिरावट से शेयर फ्रेश इन्वेस्टमेंट के लिहाज से काफी आकर्षक बन गया है. क्योंकि, कंपनी की मजबूत बैलेंस शीट, जीरो कर्ज और फ्री कैश फ्लो को शेयरहोल्डर्स को लौटाने की नीति इसे लॉन्गटर्म इन्वेस्टमेंट के लिए भरोसेमंद विकल्प बनाती है. इसके अलावा, कंपनी की योजना है कि वह साल दर साल डिविडेंड बढ़ाती रहेगी. ऐसे में निवेशक कम कीमत पर शेयर खरीदकर लंबी अवधि में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.