HCL, TCS, Infosys और Wipro: Q2 FY26 रिजल्ट के बाद IT स्टॉक्स में तेजी या गिरावट? ब्रोकरेज ने बताया कहां करें निवेश

Q2 FY26 के नतीजों के बाद भारतीय आईटी सेक्टर में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है. HCL, TCS और Infosys ने मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखाया, जबकि Wipro का प्रदर्शन मिक्स्ड रहा. जानें ब्रोकरेज की राय और शेयर टारगेट के साथ निवेश के संभावित विकल्प.

आईटी स्टॉक्स का हाल Image Credit: @Canva/Money9live

HCL vs TCS vs Infosys vs Wipro: Q2FY26: Q2FY26 के नतीजों के बाद आईटी सेक्टर में निवेशकों की दिलचस्पी फिर से बढ़ने लगी है. पिछले दिनों जब अमेरिका से H1-B वीजा को लेकर खबर आई थी तब विदेश सहित भारत के आईटी स्टॉक्स में काफी गिरावट आई थी. लेकिन बाद में अमेरिकी सरकार ने अपने फैसले को स्पष्ट किया जिसके बाद स्थिति में सुधार देखी गई. इसी के साथ वित्त वर्ष 2025-26 के दूसरे तिमाही के नतीजों के बाद निवेशकों में इस बात को लेकर कंफ्यूजन है कि अब वह किस कंपनी में निवेश करें. इस खबर में हमने HCL Technologies, TCS, Infosys और Wipro को लेकर जानकारी दी है. इन चारों कंपनियों के नतीजों और ब्रोकरेज हाउस की राय को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को सही फैसले लेने में मदद मिलेगी.

HCL Technologies

HCL Technologies ने Q2 FY26 में शानदार प्रदर्शन किया. इस तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 4,236 करोड़ रुपये रहा, जो 10.2 फीसदी बढ़ोतरी को दर्शाता है. वहीं रेवेन्यू 31,942 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जो 5.2 फीसदी की QoQ वृद्धि है. EBIT भी 5,550 करोड़ रुपये के साथ 12.3 फीसदी बढ़ा, जो कंपनी की ऑपरेशनल ताकत को दिखाता है.

क्या है ब्रोकरेज की राय?

ब्रोकरेज हाउस Prabhudas Lilladher ने मंगलवार, 14 अक्टूबर को एक रिपोर्ट जारी की थी. ब्रोकरेज ने HCL को BUY रेटिंग दी है और कहा कि IT सर्विस और ER&D में ग्रोथ से कंपनी को फायदा होगा. मौजूदा शेयर कीमत (शुक्रवार, 17 अक्टूबर) 1,487.40 रुपये है और टारगेट 1,760 रुपये है, जिससे निवेशकों को लगभग 20 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है. Motilal Oswal Financial Services ने HCL का टारगेट 1,800 रुपये रखा है, जिससे लगभग 25 से 30 फीसदी रिटर्न की संभावना है. इसी तरह, Centrum ने भी HCL को अपग्रेड कर BUY कहा है, टारगेट 1,691 रुपये रखा गया.

Tata Consultancy Services (TCS)

TCS ने Q2 FY26 में स्थिर और मजबूत प्रदर्शन किया है. इस तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 65,799 करोड़ रुपये रहा, जो 3.7 फीसदी की तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि दर्शाता है. नेट प्रॉफिट 12,904 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जो 8.4 फीसदी की YoY बढ़ोतरी है. ऑपरेटिंग मार्जिन 25.2 फीसदी रहा. TCS का विदेशी कारोबार बेहद डायवर्सिफाइड है, जिसमें लगभग 94 फीसदी रेवेन्यू विदेशी मार्केट से आता है. कंपनी ने AI-ड्रिवन डेटा सेंटर और क्लाउड प्रोजेक्ट्स में निवेश बढ़ाया है, जिससे उसकी ग्लोबल मौजूदगी और मजबूत हुई है.

क्या है ब्रोकरेज की राय?

ब्रोकरेज हाउस TCS को लंबी अवधि के लिए स्थिर और भरोसेमंद निवेश मानते हैं, और टारगेट प्राइस 3,330 रुपये से 3,690 रुपये तक दिया गया है. टीसीएस के लिए कई ब्रोकरेज हाउसेस ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. इसमें- मोतीलाल ओसवाल (बाय, 3500 रुपये टीपी), जीएम फाइनेंशियल (बाय, 3520 टीपी), गोल्डमैन सैक्स (बाय, 3330 रुपये टीपी), नुवामा (बाय, 3650 रुपये टीपी). हालांकि, कंपनी के  शेयर का भाव शु्क्रवार, 17 अक्टूबर को 0.29 फीसदी की गिरावट के साथ 2,962.20 रुपये पर बंद हुआ.

Infosys

Infosys ने Q2 FY26 में बढ़ोतरी और मजबूती दोनों दिखाई. कंपनी का रेवेन्यू 44,490 करोड़ रुपये रहा, जो 5.2 फीसदी की तिमाही-दर-तिमाही बढ़ोतरी को दर्शाता है. कंपनी का नेट प्रॉफिट 7,364 करोड़ रुपये रहा, जो 13 फीसदी YoY बढ़ा. ऑपरेटिंग मार्जिन 21 फीसदी पर स्थिर रहा. Infosys के विदेशी कारोबार का मुख्य हिस्सा अमेरिकी मार्केट से आता है. कंपनी ने AI और क्लाउड टेक्नोलॉजी में नए प्रोजेक्ट्स और पार्टनरशिप्स की हैं, जिससे उसके डिजिटल और AI-आधारित बिजनेस को बढ़ावा मिला है. Infosys के शेयर में रिकवरी की संभावना है और इसे लंबी अवधि के लिए मजबूत ग्रोथ स्टॉक माना जा रहा है.

इनफोसिस पर ब्रोकरेज की राय?

ब्रोकरेज हाउस का टारगेट प्राइस 1,575 रुपये से 1,705 रुपये के बीच है. इसके लिए जेफेरीज ने कंपनी को बाय रेट करते हुए 1660 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, वहीं, Incred Equities ने भी कंपनी को बाय/एड रेट के साथ 1575 रुपये का टीपी दियाी है. हालांकि, शुक्रवार को कंपनी के शेयर 2.07 फीसदी टूटकर 1,441.10 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुए.

Wipro

Wipro का Q2 FY26 प्रदर्शन मिक्स्ड रहा. IT सर्विसेज का रेवेन्यू 2.6 बिलियन USD तक पहुंचा, जो 0.7 फीसदी QoQ बढ़ोतरी दर्शाता है. EBITM 16.7 फीसदी रही, जिसमें एक क्लाइंट की दिवालियापन से जुड़ी प्रोविजन का असर शामिल है. कंपनी ने बड़े डील्स और AI-संचालित सेवाओं में सुधार किया, लेकिन मार्जिन पर दबाव बना रहा. Wipro का बिजनेस अभी AI-बेस्ड बदलाव के दौर में है.

विप्रो पर ब्रोकरेज का डगमाया भरोसा!

ब्रोकरेज हाउस Emkay ने इसे फिलहाल REDUCE रेटिंग दी है.ब्रोकरेज हाउस ने कंपनी को लेकर शुक्रवार, 17 अक्टूबर को रिपोर्ट जारी किया था. रिपोर्ट के मुताबिक विप्रो के शेयरों का करेंट मार्केट प्राइस 254 रुपये है और इस आधार पर ब्रोकरेज ने रिड्यूस रेटिंक के साथ 250 रुपये का टीपी दिया है. हालांकि, शुक्रवार को बाजार बंद होने तक स्टॉक का भाव टूटकर 240.90 रुपये हो गया था.

कुल मिलाकर, Q2 FY26 के नतीजों ने भारतीय आईटी कंपनियों की वित्तीय मजबूती और भविष्य की ग्रोथ को रेखांकित किया है. निवेशकों के लिए HCL, TCS और Infosys फिलहाल सबसे आकर्षक विकल्प लगते हैं, जबकि Wipro में सुधार की गुंजाइश बनी हुई है.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.