74 फीसदी घटा था जेपी पावर का मुनाफा, फिर शेयरों में क्यों आई 20 फीसदी की बंपर तेजी, समझ लीजिए गेम

JP Power Share Outlook: जेपी पॉवर के उछाल ने कई निवेशकों को ये सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या किसी बड़ी चीज की शुरुआत के संकेत हैं या फिर यह सिर्फ एक शॉर्ट टर्म उछाल है. जून की शुरुआत में जेपी पावर के शेयर की कीमत 12.4 रुपये थी. जुलाई में यह बढ़कर 20 रुपये के पार चली गई है.

जेपी पावर शेयर आउटलुक. Image Credit: Getty image

JP Power Share Outlook: महीनों तक रडार के नीचे उड़ने के बाद, जेपी पावर वेंचर्स ने शेयर बाजारों में नई एनर्जी मिली है. सोमवार 7 जुलाई को जेपी पावर के शेयर में 20 फीसदी से अधिक की तेजी आई. बीएसई पर यह स्टॉक 22 रुपये के पार पहुंच गया. जेपी पॉवर के उछाल ने कई निवेशकों को ये सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या किसी बड़ी चीज की शुरुआत के संकेत हैं या फिर यह सिर्फ एक शॉर्ट टर्म उछाल है. आइए समझते हैं कि जेपी पावर के शेयरों में आज आई जोरदार तेजी के पीछे का ट्रिगर क्या था. सोमवार को जेपी पावर के शेयर 20 फीसदी की तेजी के साथ 22.74 रुपये पर बंद हुए.

शेयरों में क्यों आई तेजी?

जून की शुरुआत में जेपी पावर के शेयर की कीमत 12.4 रुपये थी. जुलाई में यह बढ़कर 20 रुपये के पार चली गई है. यानी एक महीने में करीब 27 फीसदी की बढ़त शेयर की कीमतों में दर्ज की गई है. लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में जेपी पावर का नेट प्रॉफिट साल-दर-साल 74 फीसदी घटकर 155 करोड़ रुपये रह गया. हालांकि, तिमाही-दर-तिमाही इसमें 23 फीसदी की वृद्धि हुई. एक छोटा लेकिन पॉजिटिव बदलाव जरूर नजर आया.

क्यों दांव लगा रहे निवेशक?

वैल्यू रिसर्च के अनुसार, निवेशक कंपनी के लागतों से निपटने और नए कैपिटल एक्सपेंडिचर को आगे बढ़ाने के कारण बदलाव या कम से कम कुछ शॉर्ट टर्म में बढ़त पर दांव लगा रहे हैं.

कंपनी के बारे में

जेपी समूह का हिस्सा जेपी पावर, थर्मल और हाइड्रो पावर प्लांट का मिश्रण चलाती है, जो कई राज्यों में बिजली की सप्लाई करती है. इसकी बड़ी संपत्तियों में 1,320 मेगावाट का जेपी निग्री थर्मल प्लांट, 500 मेगावाट का बीना यूनिट और 400 मेगावाट का विष्णुप्रयाग हाइड्रो प्लांट शामिल हैं. यह कोयला खदानों का भी मालिक है और साथ ही सीमेंट पीसने और रेत खनन का कारोबार भी करता है. संक्षेप में, यह एक बिजली और इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने वाली कंपनी है.

क्या करें निवेशक?

वैल्यू रिसर्च के अनुसार, जेपी पावर की तेजी ने बाजार का ध्यान खींचा है, लेकिन वैल्यूएशन अभी तक बढ़ा हुआ नहीं दिखता है. हालांकि, निवेशकों के लिए असली परीक्षा यह होगी कि क्या कंपनी अपने वादे को मुनाफे में बदल सकती है. अगर आप पावर सेक्टर पर नजर रख रहे हैं, तो यह एक ऐसी कंपनी है जिस पर आपको नजर रखनी चाहिए. साथ ही सावधानी भी बरतनी चाहिए.

जेपी एसोसिएट्स के लिए अडानी समूह की बोली

पिछले शुक्रवार को बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, जेपी एसोसिएट्स के लिए अडानी समूह ने 12,500 करोड़ रुपये की बोली लगाकर टॉप बिडर के रूप में उभरी है. वेदांता, जेएसपीएल, सुरक्षा ग्रुप, डालमिया भारत और पीएनसी इंफ्राटेक उन अन्य संभावित खरीदारों में शामिल हैं जिन्होंने जेपी एसोसिएट्स के लिए बोलियां लगाई हैं. जनकारों का कहना है जेपी पावर के शेयरों में आई तेजी के पीछे यह भी एक फैक्टर है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.