Mahindra ने RBL बैंक से बनाया एग्जिट का प्लान, 64% मुनाफे के साथ 682 करोड़ में बेचेगी अपनी हिस्सेदारी
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने आरबीएल बैंक में अपनी 3.45 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है. कंपनी यह डील 682 करोड़ रुपये में ब्लॉक डील के जरिए करेगी, जिससे उसे लगभग 64 फीसदी का लाभ होगा. 317 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर तय यह सौदा एमएंडएम की गैर-कोर बिजनेस से बाहर निकलने की रणनीति का हिस्सा है.
Mahindra and Mahindra: महिंद्रा एंड महिंद्रा ने आरबीएल बैंक में अपने शेयर को लेकर एक अहम फैसला किया है. ब्लूमबर्ग के अनुसार, महिंद्रा एंड महिंद्रा ने आरबीएल बैंक में अपनी पूरी 3.45 फीसदी हिस्सेदारी एक ब्लॉक डील के जरिए बेचने का निर्णय लिया है. इस डील की कुल कीमत 682 करोड़ रुपये आंकी गई है. यह कदम कंपनी के लिए एक शानदार वित्तीय उपलब्धि साबित हुआ है. जुलाई 2023 में एमएंडएम ने बैंक में 417 करोड़ रुपये का निवेश किया था, जिस पर अब उसे लगभग 64 फीसदी का भारी मुनाफा मिलने जा रहा है.
317 रुपये प्रति शेयर तय हुआ डील प्राइस
इस डील में शेयरों की कीमत 317 रुपये प्रति शेयर तय की गई है, जो बैंक के मौजूदा बाजार भाव से लगभग 2.1 फीसदी कम है. यह एमएंडएम की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत कंपनी गैर-कोर बिजनेस से बाहर निकलकर अपने मुख्य व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
बैंकिंग सेक्टर में निवेश का कोई इरादा नहीं
एमएंडएम का यह निवेश केवल पैसा कमाने तक सीमित नहीं था, बल्कि एक रणनीतिक कदम था. कंपनी ने बैंकिंग क्षेत्र को अंदर से समझने के लिए यह निवेश किया था. एमएंडएम के प्रबंध निदेशक और सीईओ अनिश शाह ने अगस्त 2023 में ही स्पष्ट कर दिया था कि कंपनी का बैंक में आगे और निवेश करने का कोई इरादा नहीं है.
उन्होंने कहा था, “इससे हमें इस क्षेत्र को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलती है, ताकि एक ऐसे व्यवसाय के मूल्य को बढ़ाया जा सके जिसकी मार्केट कैप लगभग 40,000 करोड़ रुपये है.” अब जबकि कंपनी ने बैंकिंग क्षेत्र की पर्याप्त समझ हासिल कर ली है, उसने अपनी हिस्सेदारी बेचने का निर्णय लिया है.
सफल निवेश यात्रा
यह डील बाजार के लिए कई महत्वपूर्ण संकेत लेकर आई है. पहला, यह एमएंडएम की व्यावसायिक समझदारी को दर्शाती है, जिसने एक साल के छोटे से समय में ही इतना बड़ा रिटर्न हासिल किया. दूसरा, यह आरबीएल बैंक की वित्तीय मजबूती का भी संकेत देती है, जिसने एक बड़े निवेशक को इतना आकर्षक रिटर्न देने में सक्षम साबित किया. हालांकि, ब्लॉक डील में शेयरों की कीमत में मामूली छूट दी गई है, जिसका असर शॉर्ट टर्म में बैंक के शेयर प्रदर्शन पर पड़ सकता है.
निवेशक अब यह देख रहे होंगे कि क्या बैंक में कोई नया बड़ा निवेशक आता है या फिर यह सौदा बैंक के शेयरधारक ढांचे में किस तरह का बदलाव लाता है. कुल मिलाकर, यह सौदा कॉर्पोरेट भारत में एक सफल निवेश यात्रा का उदाहरण बन गया है.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.