Market Outlook 19 Nov: 26000 पर फिर लड़खड़ाया Nifty, बेयरिश पैटर्न से पुलबैक की आशंका बढ़ी

Nifty 26,000 के पास फिर दबाव में आया और छह दिन की रैली टूट गई. इंडेक्स में 150-प्वाइंट की नैरो रेंज, डेली चार्ट पर बेयरिश एंगल्फिंग पैटर्न और ब्रॉड-बेस्ड सेल-ऑफ ने शॉर्ट-टर्म कंसोलिडेशन का संकेत दिया है. Rupak De, Nandish Shah, Nagaraj Shetti और Bajaj Broking ने कहा है कि 25,700-25,850 पर सपोर्ट और 26,030-26,100 पर बड़ा रेजिस्टेंस.

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मार्केट मंगलवार को 26,000 के करीब एक बार फिर लड़खड़ा गया. छह-दिन की रैली पर ब्रेक लग गया और Nifty पूरे सेशन में दबाव में रहा. ट्रेडिंग रेंज सिर्फ 150 प्वाइंट की रही, जबकि चार्ट पर बना bearish engulfing pattern और broader market पर बढ़ी सेलिंग ने संकेत दे दिया है कि इंडेक्स शॉर्ट-टर्म कंसोलिडेशन मोड में पहुंच चुका है. बड़े तकनीकी स्तर अब बाजार की अगली दिशा तय करेंगे.

150-प्वाइंट की रेंज में कैद निफ्टी

मंगलवार को Nifty लगातार दूसरे दिन बेहद सीमित 150-प्वाइंट की रेंज में सिमटा रहा और 26,000 के नजदीक पहुंचते ही दबाव में आ गया. LKP Securities के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे के मुताबिक डेली चार्ट पर बना Bearish Engulfing Pattern यह संकेत देता है कि मौजूदा तेजी में फिलहाल ठहराव आ गया है. उनके मुताबिक ऑवरली टाइमफ्रेम पर RSI का Bearish Crossover और लोअर-टॉप फॉर्मेशन ट्रेंड में शुरुआती कमजोरी दिखा रहा है. इंडेक्स के लिए 25,850 अहम सपोर्ट है और इसके नीचे जाने पर गिरावट 25,700 तक गहरी हो सकती है, जबकि ऊपर 26,000–26,050 का जोन मजबूत रेजिस्टेंस बनकर खड़ा है जहां से ही ट्रेंड का रिवर्सल संभव होगा.

ब्रॉड बेस्ड सेल ऑफ

HDFC सिक्योरिटीज के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट नंदिश शाह ने बताया कि Nifty ने मंगलवार को अपनी छह-दिन की शानदार रैली तोड़ते हुए 103 प्वाइंट की गिरावट के साथ 25,910 पर क्लोजिंग दी. वीकली एक्सपायरी वाले दिन वोलैटिलिटी हाई रही और सेशन के दूसरे हिस्से में बिकवाली तेज हो गई. बाजार में ट्रांजैक्शन एक्टिविटी भी बढ़ी और NSE कैश टर्नओवर पिछले सत्र के मुकाबले 17% उछल गया.

शाह के मुताबिक सेक्टोरल मार्केट पर भी व्यापक दबाव रहा, जहां Realty, IT और Metals टॉप लूजर रहे, जबकि ब्रॉडर मार्केट में बेचैनी और अधिक दिखी, क्योंकि Midcap इंडेक्स 0.60% और Smallcap इंडेक्स 1% से ज्यादा लुढ़क गए. इसके अलावा बाजार की ब्रेड्थ भी काफी कमजोर रही और BSE का Advance-Decline Ratio 0.54 पर आ गया, जो 6 नवंबर के बाद सबसे खराब है.

शाह ने बताया कि डेली चार्ट पर बनी Bearish Engulfing Candle यह संकेत दे रही है कि 25,876 के नीचे क्लोजिंग मिलते ही गिरावट का अगला लक्ष्य 25,700–25,750 का सपोर्ट जोन हो सकता है. वहीं, ऊपर की तरफ 26,030 को रिक्लेम किए बिना शॉर्ट-टर्म ट्रेंड में सावधानी ही उचित है.

26,000–26,100 पर फिर अटका बाजार

HDFC Securities के सीनियर टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट नगराज शेट्टी ने कहा कि पिछले दो सत्रों की तेज रैली के बाद इंडेक्स एक बार फिर 26,000 के पास मजबूत हर्डल से टकराया और वहीं से प्रॉफिट-बुकिंग का दबाव उभरा. उनके अनुसार डेली चार्ट पर बनी लंबी Bear Candle यह दर्शाती है कि 26,000–26,100 का जोन अभी भी बाजार के लिए बड़ा अवरोध है और इसे लांघने से पहले कुछ सेशन्स तक कंसोलिडेशन की संभावना बनी हुई है. शेट्टी ने कहा कि Nifty का शॉर्ट-टर्म अपट्रेंड अब भी बरकरार है, इसलिए मौजूदा कमजोरी कुछ समय का कूलिंग ऑफ पीरियड हो सकता है. अगर गिरावट और बढ़ती है तो 25,800–25,750 के आसपास मजबूत सपोर्ट मिल सकता है जहां से इंडेक्स में एक बार फिर पुलबैक देखने की संभावना रहेगी.

कंसोलिडेशन कर रहा निफ्टी

Bajaj Broking Research के मुताबिक मंगलवार की गिरावट के साथ Nifty ने छह-दिन की तेजी पर विराम लगा दिया है और डेली चार्ट पर बनी Bearish Engulfing Candle से यह साफ दिखता है कि इंडेक्स अब ओवरबॉट जोन से कूल-ऑफ मोड में प्रवेश कर रहा है. 26,100–25,600 की रेंज में कंसोलिडेशन पूरी तरह संभव है, क्योंकि स्टोकैस्टिक जैसे इंडिकेटर भी ओवरबॉट जोन की ओर इशारा कर रहे हैं.

बजाज ब्रोकिंग का कहना है कि इंडेक्स तभी नई तेजी पकड़ सकता है जब वह 26,100 के ऊपर मजबूत ब्रेकआउट दिखाए, जिसके बाद 26,277 का ऑल-टाइम हाई एक बार फिर रडार पर आ जाएगा. वहीं नीचे 25,700–25,600 का सपोर्ट जोन बेहद अहम है, क्योंकि यही वह क्षेत्र है जहां 12 नवंबर का गैप एरिया, 20 DEMA और फिबोनाची रिट्रेसमेंट का कॉन्फ्लुएंस मौजूद है, जो शॉर्ट-टर्म गिरावट को रोकने में अहम भूमिका निभा सकता है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ और डेरिवेटिव में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें