Market Outlook 29 Oct: क्या 26000 की दीवार कल होगी पार, पांच फैक्टर रहेंगे हावी, क्या करें ट्रेडर्स?
भारतीय बाजार मंगलवार को मंथली डेरिवेटिव्स एक्सपायरी के दबाव में नजर आया. हालांकि, दिन के आखिर में जोरदार रिकवरी देखने को मिली और निफ्टी मामूली गिरावट के साथ करीब सपाट स्तर पर बंद हुआ. बहरहाल, 26,000 निफ्टी के लिए बड़ा रेजिस्टेंस बना हुआ है. बड़ा सवाल यह है कि यह दीवार कब टूटती है, जानते हैं क्या है एक्सपर्ट की राय?
Market Prediction for 29 Oct: निफ्टी की वीकली और इक्विटी डेरिवेटिव की मंथली एक्सपायरी के चलते मंगलवार को भारतीय बाजार में जोरदार वोलैटिलिटी रही. कमजोर शुरुआत के बाद निफ्टी ने 140 अंकों से ज्यादा की रिकवरी करते हुए 25,936 पर क्लोजिंग ली है. इससे पता चलता है कि बाजार का अंडरटोन अब भी पॉजिटिव है और बुल्स बाजार पर हावी हैं. हालांकि, पिछले दो सप्ताह से 26,000 का स्तर हैवी रेजिस्टेंस बना हुआ है. तमाम निवेशकों को उम्मीद है कि मंथली एक्सपायरी के बाद अब नई पोजिशन बनेंगी, तो शायद रेजिस्टेंस की यह दीवार टूट जाए. बहरहाल, जानते इस मामले में एक्सपर्ट्स की क्या राय है और बाजार पर कौन से फैक्टर हावी रहेंगे.
ये 5 फैक्टर तय करेंगे दिशा?
वैश्विक बाजारों में अब निवेशकों की नजर US Federal Reserve की FOMC बैठक पर है, जहां 25 बेसिस पॉइंट की दर कटौती की उम्मीद जताई जा रही है. घरेलू मोर्चे पर बुधवार को L&T, Coal India, Varun Beverages, HPCL, CG Power और Radico Khaitan के तिमाही नतीजे अहम रहेंगे. इस तरह मोटे तौर पर भारतीय बाजार पर ग्लोबल और डोमेस्टिक दोनों तरह के फैक्टर हावी रहेंगे. इसके अलावा FII-DII फ्लो और उनकी डेरिवेटिव पोजिशनिंग भी बाजार का रुख तय करेगी. इसके अलावा क्रूड व रुपये की स्थिति भी बाजार पर असर डाल सकती है. वहीं, एशियाई बाजारों का रुख भी भारतीय बाजार का मूड सेट करने में अहम होंगे.
तकनीकी मोर्चे पर सख्त परीक्षा
SAMCO Securities के धुपेश धमेजा के मुताबिक निफ्टी ने अक्टूबर सीरीज में करीब 5% की मजबूती दिखाई है और मजबूत अपट्रेंड कायम है. इंडेक्स ने 25,700 के ऊपर ठोस बेस बना लिया है. यह 10-डे और 20-डे DEMA से ऊपर ट्रेड कर रहा है, जो बाय-ऑन-डिप्स रणनीति को सपोर्ट करता है. इस लिहाज से फिलहाल “25,700–25,600 का जोन मजबूत सपोर्ट है, जबकि 26,000–26,100 पर रेजिस्टेंस है. अगर निफ्टी 26,100 के ऊपर टिकता है, तो 26,300 तक की तेजी संभव है.
कंसोलिडेट के फेज में निफ्टी
बजाज ब्रोकिंग रिसर्च का कहना है कि निफ्टी फिलहाल 25,600–26,100 के दायरे में कंसोलिडेट कर रहा है. यह ‘टाइम-वाइज करेक्शन’ है, न कि ट्रेंड रिवर्सल. 25,500–25,700 को अहम डिमांड जोन माना जा रहा है.
बाय ऑन डिप्स पर कायम रहें
Asit C. Mehta Investment के ऋषिकेश येदवे का कहना है कि निफ्टी ने 25,670 के ऊपर सपोर्ट बनाए रखा है. शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स 25,670 के पास खरीदारी और 26,100 के पास प्रॉफिट बुकिंग की रणनीति अपनाएं. 26,100 पार करने पर इंडेक्स 26,280 तक जा सकता है.
बुलिश जोन में RSI
LKP Securities के रूपक डे का कहना है कि इंडेक्स 21-EMA के ऊपर बना हुआ है. RSI बुलिश जोन में है. जैसे ही निफ्टी 26,000 के ऊपर मजबूती से निकलता है, 26,300 की ओर रैली संभव है. सपोर्ट 25,850 पर दिखता है.”
पॉजिटिव है ट्रेंड
SBI Securities के सुदीप शाह का कहना है कि पिछले दो सत्रों से निफ्टी 26,000–26,050 जोन पार नहीं कर पा रहा, लेकिन ट्रेंड अब भी पॉजिटिव है. RSI थोड़ा ठंडा हुआ है, पर ADX अब भी बुलिश स्ट्रेंथ दिखा रहा है. 26,100 के ऊपर क्लोजिंग मिलते ही 26,300 तक की तेजी आएगी, जबकि 25,700 पर मजबूत सपोर्ट है.
क्या रणनीति बनाएं ट्रेडर्स?
26,000 का स्तर फिलहाल निफ्टी के लिए मनोवैज्ञानिक और तकनीकी दीवार दोनों बन गया है. हालांकि, सभी प्रमुख इंडिकेटर और मूविंग एवरेज संकेत दे रहे हैं कि बाजार की दिशा अब भी ऊपर की ओर है. जब तक इंडेक्स 25,700 के ऊपर बना है. इस लिहाज से हर गिरावट में खरीदारी की रणनीति ही फायदेमंद रहेगी.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ या डेरिवेटिव में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें