Lenskart IPO Review: कैसी है कंपनी की वित्तीय सेहत, दांव लगाएं या नहीं; जानें SBI सिक्योरिटीज की राय

भारत की सबसे बड़ी आईवियर कंपनी Lenskart का IPO 31 अक्टूबर से खुल रहा है. तमाम निवेशक इसे आकर्षक अवसर मान रहे हैं. अगर आप भी इस इश्यू में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो पहले जान लें कंपनी की वित्तीय स्थिति कैसी है और ब्रोकरेज की क्या राय है?

लेंसकार्ट आईपीओ Image Credit: money9live/CanvaAI

Lenskart IPO को लेकर निवेशक खासी दिलचस्पी ले रहे हैं. कंपनी का वैल्यूएशन और ग्रोथ स्टोरी सबको सहज आकर्षित कर रही है. बहरहाल, SBI Securities ने इसे “Subscribe for Long Term” की रेटिंग दी है. इसके साथ ही उन निवेशकों को सावधान रहने की सलाह दी है, जो लिस्टिंग गेन की उम्मीद में निवेश कर रहे हैं.

कैसा है कंपनी का बिजनेस मॉडल?

Lenskart एक टेक-ड्रिवन इंटीग्रेटेड आईवियर कंपनी है, जो प्रेस्क्रिप्शन आईग्लासेज, सनग्लासेज, कॉन्टैक्ट लैंसेज और तमाम तरह की आईवियर एक्सेसरीज बेचती है. कंपनी ओम्नी चैनल रिटेल मॉडल पर काम कर रही है. भारत इसका सबसे बड़ा बाजार है, जबकि हाल के वर्षों में कंपनी ने जापान, साउथ-ईस्ट एशिया और मिडल ईस्ट में भी कदम बढ़ाए हैं.

कस्टमर तक व्यापक पहुंच

कंपनी के पास दुनियाभर में कुल 2,806 फिजिकल स्टोर्स हैं. इनमें से भारत में 2,137 और इंटरनेशनल स्तर पर 669 स्टोर हैं. इसके अलावा Lenskart के पास अपने खुद के कई ब्रांड जैसे John Jacobs, Owndays, Vincent Chase, Lenskart Air के तहत उत्पाद बेचती है.

मजबूत सप्लाई चेन और मैन्युफैक्चरिंग

कंपनी ने पारंपरिक, बिखरे हुए चश्मा सप्लाई चेन मॉडल की जगह सेंट्रलाइज्ड मैन्युफैक्चरिंग और लॉजिस्टिक्स सिस्टम अपनाया है. Lenskart लगभग 70% प्रिस्क्रिप्शन आईग्लासेस खुद बनाती है. यह मॉडल कंपनी को तेजी से डिलीवरी और बेहतर प्राइस कंट्रोल में मदद करता है.भविष्य में कंपनी इस मॉडल को सिंगापुर और यूएई जैसे इंटरनेशनल मार्केट्स में भी लागू करने की योजना बना रही है.

कैसी है कंपनी की वित्तीय स्थिति?

कंपनी का EBITDA मार्जिन FY23 के 7% से FY25 में बढ़कर 14.7% पर पहुंच गया है, जबकि FY26 की पहली तिमाही में यह 17.7% तक पहुंच गया.

वित्त वर्षराजस्व
(₹ करोड़)
EBITDA
(₹ करोड़)
EBITDA
मार्जिन
PAT
(₹ करोड़)
PAT
मार्जिन
FY233,7882647.0%-68-1.8%
FY245,42867312.4%-17-0.3%
FY256,65397514.7%2964.4%

SBI Securities का कहना है कि Lenskart ने लगातार अपने ऑपरेशनल एफिशिएंसी और स्केलिंग क्षमता में सुधार किया है, जिससे आगे प्रॉफिटेबिलिटी में और बढ़ोतरी की उम्मीद है.

IPO के प्रमुख तथ्य

  • ओपनिंग डेट: 31 अक्टूबर 2025
  • क्लोजिंग डेट: 4 नवंबर 2025
  • प्राइस बैंड: ₹382–₹402 प्रति शेयर
  • इश्यू साइज: ₹7,278 करोड़ (OFS ₹5,128 करोड़ + Fresh Issue ₹2,150 करोड़)
  • पोस्ट इश्यू मार्केट कैप: ₹69,741 करोड़
  • बिड लॉट: 37 शेयर
  • क्वोटा: QIB 75%, NII 15%, रिटेल 10%
  • फ्रेश इश्यू से जुटाए गए पैसे का उपयोग कंपनी नए CoCo स्टोर्स खोलने, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर और मार्केटिंग में करेगी.

वैल्यूएशन और ब्रोकरेज की राय

SBI Securities के मुताबिक 402 रुपये के अपर प्राइस बैंड पर Lenskart का वैल्यूएशन FY25 के आधार पर EV/Sales 10.1x और EV/EBITDA 68.7x है, जो थोड़ा स्ट्रेच्ड दिखता है. हालांकि, ब्रोकरेज का मानना है कि Lenskart का बिजनेस मॉडल मजबूत, ब्रांड वैल्यू उच्च और मार्केट एक्सपेंशन क्षमता जबरदस्त है, इसलिए यह लॉन्ग टर्म निवेश के लिए आकर्षक दांव हो सकता है.

ज्यदा लिस्टिंग गेन की उम्मीद नहीं

ब्रोकरेज ने साफ कहा है कि, “Valuation फिलहाल महंगा है, इसलिए लिस्टिंग गेन सीमित हो सकता है. लेकिन कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस और सेक्टर की ग्रोथ पोटेंशियल इसे लॉन्ग-टर्म प्ले बनाते हैं.”

जोखिम और चुनौतियां

कंपनी के सामने एक बड़ा जोखिम इसकी सप्लाई चेन का चीन पर निर्भर होना है. कंपनी कच्चे माल और फ्रेम की सोर्सिंग चीन से करती है. ऐसे में यह सप्लाई से जुड़ा बड़ा रिस्क है. इसके अलावा मेडिकल टेक्नोलॉजी में तरक्की भी कंपनी के लिए एक चुनौती है, क्योंकि LASIK जैसी सर्जरी आईवियर की डिमांड घटा सकती है. इसके अलावा फ्रेंचाइजी मॉडल भी एक रिस्क फैक्टर है, क्योंकि कंपनी के 22% स्टोर्स फ्रेंचाइजी मॉडल पर हैं, जिन पर कंपनी का सीमित नियंत्रण है.

डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.