ब्रोकरेज बुलिश लेकिन GMP हुआ लाल! इस IPO पर ब्रोकरेज ने दी ‘Subscribe’ रेटिंग, जानें क्या हैं रिस्क फैक्टर

भारतीय फूड सेक्टर की दिग्गज कंपनी का IPO 29 अक्टूबर को खुलने जा रहा है. कंपनी का फोकस भारतीय उपभोक्ताओं के लिए ब्रेकफास्ट से डिनर तक के फूड प्रोडक्ट्स पर है. ब्रोकरेज फर्म एंजल वन ने इस IPO को ‘Subscribe’ करने की सलाह दी है, जबकि ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में हल्की गिरावट दर्ज की गई है. जानें विस्तार में.

IPO Image Credit: CANVA

Orkla India IPO Brokerage and GMP: भारतीय फूड इंडस्ट्री की प्रमुख कंपनियों में से एक Orkla India Limited अब शेयर बाजार में कदम रखने जा रही है. कंपनी का IPO कल यानी बुधवार, 29 को खुलेगा और शुक्रवार, 31 अक्टूबर को बंद हो जाएगा. इस इश्यू के लिए कंपनी ने 695 रुपये से 730 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया है. इस इश्यू के जरिए कंपनी लगभग 1,667.54 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है. ब्रोकरेज हाउस Angel One ने इस IPO को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी करते हुए निवेशकों को बताया है कि उन्हें क्या करना चाहिए. आइए विस्तार में समझाते हैं.

ब्रोकरेज ने क्या कहा?

ब्रोकरेज फर्म Angel One ने Orkla India Ltd के IPO को ‘Subscribe’ करने की सलाह दी है. ब्रोकरेज के मुताबिक, कंपनी का मजबूत ब्रांड पोर्टफोलियो, FMCG सेक्टर में बढ़ती मांग और लगातार बढ़ता मुनाफा इसे एक लॉन्ग-टर्म ग्रोथ स्टोरी बनाते हैं. कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में Orkla India Limited के बिजनेस के बारे में भी बताया. बतौर रिपोर्ट्स, कंपनी की शुरुआत 1996 में हुई थी और यह भारत की प्रमुख फूड कंपनी है, जो नाश्ते से लेकर डिनर तक, यानी पूरे दिन की जरूरतों के लिए प्रोडक्ट्स बनाती है.

क्या हैं GMP के इशारे?

ग्रे मार्केट में Orkla India Ltd के प्रीमियम में लगातार गिरावट देखी जा रही है. 24 अक्टूबर को ग्रे मार्केट में एंट्री के साथ इश्यू का जीएमपी 145 रुपये पर ट्रेड कर रहा था लेकिन लगातार आ रही गिरावट के बाद आज वह 87 रुपये पर पहुंच गया है. मौजूदा संकेतों की माने तो इश्यू की लिस्टिंग 817 रुपये पर हो सकती है. यानी प्रति शेयर निवेशकों को 87 रुपये और प्रति लॉट 174 रुपये का मुनाफा संभावित है.

Angel One का क्या है व्यू?

एंजल वन के मुताबिक, Orkla India एक वैल्यू क्रिएटिंग और डाइवर्सिफाइड FMCG प्लेयर है, जिसकी बाजार में गहरी पैठ और मजबूत ब्रांड रिकॉल है. कंपनी का बिजनेस मॉडल स्थिर है और इसकी डेली कंजम्पशन कैटेगरी इसे आर्थिक उतार-चढ़ाव से कम प्रभावित बनाती है. ब्रोकरेज हाउस ने कहा, “Orkla India की प्राइसिंग फेयर है, कंपनी का ब्रांड पोर्टफोलियो मजबूत है और इसका ग्रोथ आउटलुक आकर्षक है. दीर्घकालिक निवेशकों को इस IPO को ‘Subscribe’ करना चाहिए.”

क्या हैं रिस्क फैक्टर्स?

ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में ये भी शामिल किया कि कंपनी की फंडामेंटल्स मजबूत हैं, लेकिन कुछ रिस्क पर ध्यान देना जरूरी है. कच्चे माल और पैकेजिंग मटेरियल की कीमतों में अस्थिरता, सप्लाई चेन डिस्टर्बेंस या लेबर शॉर्टेज, क्लाइमेट रिस्क, और मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स का अंडरयूटिलाइजेशन. ये सभी फैक्टर्स कंपनी की ऑपरेशनल एफिशिएंसी और प्रॉफिटेबिलिटी पर असर डाल सकते हैं.

सेक्टर वाइज आउटलुक क्या है?

ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, भारत का पैकेज्ड फूड मार्केट लगातार तेजी से बढ़ रहा है. वित्त वर्ष 2024 में यह बाजार 10.18 लाख करोड़ रुपये का था. 2019 से यह 10.8 फीसदी CAGR की दर से बढ़ रहा है. खास बात यह है कि यह सेक्टर सीजनल नहीं बल्कि डेली यूज कैटेगरी से जुड़ा है यानी हर दिन की खपत. पैकेज्ड स्पाइसेस सेगमेंट इसमें सबसे बड़ा है-

  • यह कुल घरेलू मसाला बाजार का 40 फीसदी हिस्सा रखता है.
  • इसका आकार 34,500 करोड़ रुपये (FY24) है
  • और FY29 तक इसके 61,500 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है.

इस ग्रोथ के पीछे कारण उपभोक्ताओं में हाइजीन और क्वालिटी के प्रति जागरूकता, ब्रांडेड और रेडी-टू-कुक प्रोडक्ट्स की बढ़ती डिमांड और प्रीमियम प्रोडक्ट्स की ओर शिफ्टिंग ट्रेंड है.

वित्तीय प्रदर्शन को लेकर आउटलुक

FY25 में Orkla India ने शानदार वित्तीय प्रदर्शन किया है. कंपनी का रेवेन्यू 2,455 करोड़ रुपये, नेट प्रॉफिट 255.7 करोड़ रुपये है. यह पिछले वित्त वर्ष की तुलना में मजबूत बढ़त दिखाता है. IPO पूरी तरह से Offer for Sale (OFS) के रूप में आ रहा है, यानी कंपनी नई पूंजी नहीं जुटा रही बल्कि मौजूदा शेयरहोल्डर्स को एग्जिट और लिक्विडिटी का अवसर दे रही है. IPO के बाद, अगर शेयर ऊपरी प्राइस बैंड 730 रुपये पर लिस्ट होता है, तो कंपनी का P/E अनुपात 31.68x रहेगा जो इसकी ब्रांड स्ट्रेंथ और मार्केट पोजिशन को देखते हुए फेयर वैल्यूएशन माना जा रहा है.

कंपनी की जानकारी

कंपनी के पास MTR Foods, Eastern Condiments और Rasoi Magic जैसे पॉपुलर भारतीय ब्रांड्स हैं, जो देशभर के घरों में भरोसे का नाम हैं. MTR Foods के तहत इंस्टेंट मिक्सेज, रेडी-टू-ईट मील्स, मसाले और स्नैक्स शामिल हैं.  वहीं, Eastern Condiments मसालों और रेडी-टू-कुक प्रोडक्ट्स के लिए मशहूर है. कंपनी 400 से ज्यादा प्रोडक्ट्स बेचती है और रोजाना औसतन 23 लाख यूनिट्स की बिक्री करती है जो इसके ब्रांड की पहुंच और भरोसे को दर्शाता है.

इसकी मजबूत डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क में 834 डिस्ट्रीब्यूटर्स और 1,888 सब-डिस्ट्रीब्यूटर्स शामिल हैं, जो 28 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों तक फैले हैं. कंपनी के 9 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स भारत में हैं और UAE, थाईलैंड और मलेशिया में कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग भी होती है. कुल इंस्टॉल्ड क्षमता 1.82 लाख टन प्रति वर्ष (TPA) है. कंपनी 42 देशों को एक्सपोर्ट करती है, जिनमें GCC देश, अमेरिका और कनाडा शामिल हैं.

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डिसक्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.