एक साल में 1900% उछला इस फार्मा कंपनी का नेट प्रॉफिट, मुकुल अग्रवाल ने भी अब खरीद ली हिस्सेदारी; शेयर मचा रहे धमाल
दिग्गज निवेशक मुकुल अग्रवाल ने दवा कंपनी में 1.3 फीसदी हिस्सेदारी खरीदते हुए 8.7 करोड़ रुपये का निवेश किया है. कंपनी के Q1 FY26 नतीजों में नेट प्रॉफिट में 1963 फीसदी की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है. शेयर ने पिछले 5 सालों में 219 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है.
Mukul Agrawal investment: मुकुल अग्रवाल भारतीय शेयर बाजार का एक जाना-माना नाम हैं, जो खासकर माइक्रोकैप और स्मॉलकैप कंपनियों में किए गए अपने निवेशों के लिए प्रसिद्ध हैं. उनकी निवेश शैली विश्लेषण और शोध पर आधारित है. जब भी वह किसी नई कंपनी में हिस्सेदारी लेते हैं, तो निवेशक समुदाय का ध्यान स्वाभाविक रूप से उनकी ओर खिंच जाता है. अपने चुनिंदा पिक्स के लिए मशहूर इन्वेस्टर मुकुल अग्रवाल ने हाल ही में एक छोटी दवा कंपनी में निवेश किया है. आइए जानते हैं कि यह कंपनी कौन-सी है, इसमें कितना निवेश किया गया है और शेयर का वर्तमान हाल क्या है.
इस कंपनी में किया निवेश
दिग्गज निवेशक मुकुल अग्रवाल ने Kilitch Drugs India में निवेश किया है. उन्होंने इस कंपनी में 8.7 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इसके तहत उन्होंने 2,35,000 शेयर खरीदते हुए 1.3 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की है.
कैसा है शेयर का हाल
Kilitch Drugs India का शेयर शुक्रवार को 0.08 फीसदी बढ़कर 369.50 रुपये पर बंद हुआ. पिछले एक महीने में इसमें 6.83 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. पिछले एक साल में यह शेयर 13.52 फीसदी चढ़ा है, जबकि पिछले पांच वर्षों में इसने 219.91 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है.
मजबूत वित्तीय प्रदर्शन
Kilitch Drugs India ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (Q1 FY26) में बेहतरीन नतीजे पेश किए हैं. कंपनी की नेट सेल सालाना आधार पर 29 फीसदी बढ़कर 33.5 करोड़ रुपये से 43.14 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. इस दौरान नेट प्रॉफिट में 1963 फीसदी का ऐतिहासिक उछाल दर्ज किया गया है, जो सिर्फ 11 लाख रुपये से बढ़कर 2.27 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी का मार्केट कैप 647 करोड़ रुपये है.
नई परियोजना पर 160 करोड़ रुपये का निवेश
कंपनी महाराष्ट्र के पेन में 160 करोड़ रुपये की लागत से एक नई ग्रीनफील्ड परियोजना स्थापित कर रही है. इस परियोजना का पहला चरण लगभग पूरा हो चुका है. यह प्लांट अंतरराष्ट्रीय मानकों जैसे USFDA GMP, EU Standard Guidelines और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुरूप तैयार किया जा रहा है.
यहां न्यूट्रास्यूटिकल्स, इंजेक्टेबल्स, ऑप्थलमिक्स और ओरल सॉलिड डोज (OSD) जैसे प्रोडक्ट्स का निर्माण किया जाएगा. बढ़ी हुई उत्पादन क्षमता कंपनी को वैश्विक बाजार में बढ़ती मांग पूरी करने में मदद करेगी और FY26 तक यहां उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है.
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डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ या डेरिवेटिव में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.