अडानी सीमेंट के साथ इस सरकारी कंपनी ने साइन किए दो MoU, 52वीक हाई से 22% नीचे है भाव; आएगी तेजी?
कॉनकॉर और अडानी सीमेंट ने दो रणनीतिक MoUs पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनका उद्देश्य स्पेशल टैंक कंटेनरों के जरिये रेल से बल्क सीमेंट की सप्लाई करना है. यह कदम भारत के लॉजिस्टिक्स सेक्टर में सस्टेनेबल और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देगा.
CONCOR Signs MoU With Adani Cement: भारत की सरकारी कंपनी कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CONCOR) ने शुक्रवार, 24 अक्टूबर को एक अहम घोषणा की. कंपनी ने देश की प्रमुख सीमेंट कंपनियों में से एक अडानी सीमेंट के साथ दो रणनीतिक MoUs पर हस्ताक्षर किए हैं. इन समझौतों का मकसद रेल मार्ग से बल्क सीमेंट का ट्रांसपोर्टेशन करना है. वह भी स्पेशल टैंक कंटेनरों के जरिए. कंपनी ने इसकी जानकारी फाइलिंग के जरिये दी है. यह साझेदारी भारत के लॉजिस्टिक्स सेक्टर में एक बड़ी और दूरगामी पहल मानी जा रही है, जो सीमेंट परिवहन को सस्टेनेबल और रेल सॉल्यूशन के जरिये बदलने की दिशा में कदम बढ़ा रही है.
क्या होगा इस समझौते के तहत?
इन MoUs के मुताबिक, कॉनकॉर खास कंटेनर रेक तैनात करेगा, जो देश के अहम रेल कॉरिडोरों के जरिए बल्क सीमेंट की आवाजाही सुनिश्चित करेंगे. यह पहल भारतीय रेल के बड़े नेटवर्क और कॉनकॉर की मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स खासियत को जोड़ते हुए, सड़क से रेल की ओर परिवहन को बढ़ावा देगी. इससे लागत, विश्वसनीयता और पर्यावरणीय टिकाऊपन- तीनों मोर्चों पर बड़ा सुधार होगा.
बाजार में हल्की तेजी
इस खबर के बाद कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CONCOR) के शेयर शुक्रवार को 2.15 रुपये बढ़कर 537 रुपये पर बंद हुए, यानी 0.40 फीसदी की बढ़त के साथ. 1 महीने के दौरान CONCOR के शेयर का भाव 1.30 फीसदी तक बढ़ा है. वहीं, सालभर के दौरान इसमें 14.60 फीसदी तक की गिरावट आई. 5 साल के दौरान कंपनी के शेयर के भाव में 74.71 फीसदी की बढ़ोतरी आई. कंपनी का 52 वीक हाई स्तर 694.16 रुपये और लो 481.32 रुपये है. इस अपडेट का असर सोमवार को भी देखने को मिल सकता है. कंपनी का मार्केट कैप 40,899 करोड़ रुपये दर्ज किया.
पर्यावरण के लिए बड़ा कदम
यह प्रोजेक्ट कार्बन एमिशन को कम करने में अहम भूमिका निभाएगी क्योंकि इससे सड़क परिवहन पर निर्भरता घटेगी. इससे भारत के नेट जीरो टारगेट और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स पॉलिसी में शामिल ग्रीन फ्रेट के विजन को मजबूत समर्थन मिलेगा. इस रेल-बेस्ड लॉजिस्टिक्स मॉडल से कई ऑपरेशनल फायदे भी होंगे-
- ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट में कमी आएगी.
- सड़कों पर ट्रैफिक जाम घटेगा.
- सीमेंट सप्लाई चेन और भी मजबूत बनेगी.
क्या बोले अधिकारी?
कॉनकॉर के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (CMD) संजय स्वरूप ने कहा, “यह साझेदारी हमारे नवाचार और पर्यावरण के अनुकूल लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन की प्रतिबद्धता का उदाहरण है. रेल के जरिये बल्क सीमेंट परिवहन न केवल लागत और दक्षता में सुधार करेगा, बल्कि भारत के फ्रेट इकोसिस्टम को और ग्रीन बनाने की दिशा में योगदान देगा.” वहीं अडानी सीमेंट के सीईओ विनोद बहेटी ने कहा, “अडानी ग्रुप, कॉनकॉर के साथ मिलकर सीमेंट इंडस्ट्री में टिकाऊ और स्वच्छ प्रथाओं को आगे बढ़ाने पर गर्व महसूस कर रहा है.
यह समझौता हमें ‘सबसे कम लागत वाले उत्पादक’ बनने की दिशा में और 2050 तक नेट जीरो एमिशन के लक्ष्य की ओर ले जाएगा. यह पहल भारत सरकार के COP26 संकल्प को भी मजबूती देगी और सप्लाई चेन में डिकार्बोनाइजेशन को बढ़ावा देगी.”
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