इन 5 मिड-कैप स्टॉक्स में म्यूचुअल फंड्स ने दिखाई दिलचस्पी, बढ़ाई हिस्सेदारी; 5 साल में 300% से ज्यादा चढ़ा भाव

अगस्त 2025 मिड-कैप शेयरों के लिए खास महीना है. इस दौरान म्यूचुअल फंड्स ने कई कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई, जिनका कारोबार स्पेशियलिटी केमिकल्स से लेकर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, फार्मा रिसर्च, इलेक्ट्रॉनिक्स और इंजीनियरिंग तक फैला हुआ है. आइए उन पांच मिड-कैप शेयरों पर नजर डालें.

मिड कैप कंपनियों में निवेश Image Credit: canva

अगस्त 2025 मिड-कैप शेयरों के लिए खास महीना साबित हुआ है. इस दौरान म्यूचुअल फंड्स ने कई कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई, जिनका कारोबार स्पेशियलिटी केमिकल्स से लेकर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, फार्मा रिसर्च, इलेक्ट्रॉनिक्स और इंजीनियरिंग तक फैला हुआ है. आइए उन पांच मिड-कैप शेयरों पर नजर डालें जिनमें अगस्त महीने में म्यूचुअल फंड निवेश में सबसे अधिक बढ़ोतरी देखी गई और जानें कि वे किस प्रकार से अलग हैं.

Clean Science and Technology

स्पेशियलिटी केमिकल्स की दिग्गज कंपनी क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने अगस्त में सबसे ज्यादा ध्यान खींचा. जुलाई 2025 में जहां म्यूचुअल फंड्स का निवेश 4.31 फीसदी था, वहीं अगस्त में यह बढ़कर 12.89 फीसदी तक पहुंच गया. यानी 8.58 फीसदी की बड़ी छलांग है, यह कंपनी टिकाऊ कैटेलिटिक प्रोसेस का इस्तेमाल करती है और 35 से ज्यादा देशों के 500 से अधिक कस्टमर्स को प्रोडक्ट सप्लाई करती है.

FY25 में इसका रेवेन्यू 967 करोड़ रुपये और प्रॉफिट 264 करोड़ रुपये रहा. कंपनी का P/E 43.6 है. 26 सितंबर को कंपनी का मार्केट कैप 11,701 करोड़ रुपये है. वहीं शुक्रवार यानी 26 सितंबर को क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी का शेयर 1.64 फीसदी की गिरावट के साथ 1,101 रुपये पर कारोबार किया. 6 महीने में कंपनी के शेयर में 7.57 फीसदी की गिरावट रही. वहीं एक साल में कंपनी के शेयर में 28.97 फीसदी की गिरावट के साथ 1,101 रुपये पर कारोबार हुआ. जबकि पांच साल में कंपनी के शेयर में 37 फीसदी की गिरावट रही. हालांकि कंपनी का रिटर्न ऑन इक्विटी यानी ROE 18.57 फीसदी है.

Tata Communications

दूसरे नंबर पर रही टाटा कम्युनिकेशंस, जिसमें फंड्स का निवेश जुलाई के 12.28 फीसदी से बढ़ाकर अगस्त में 15.31 फीसदी हो गया. यह कंपनी पहले टेलीकॉम कैरियर थी, लेकिन अब ग्लोबल डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर बन चुकी है. इसका Digital Fabric नेटवर्क, क्लाउड, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और सिक्योरिटी सॉल्यूशंस को 190 से ज्यादा देशों को जोड़ता है. FY25 में इसका रेवेन्यू 23,109 करोड़ रुपये रहा, जिसमें से 84 फीसदी डेटा सर्विसेज से आया.

फाइनेंशियल मोर्चे पर कंपनी का P/E 27.3 है. 26 सितंबर यानी शुक्रवार को टाटा कम्युनिकेशंस का शेयर 2.72 फीसदी गिरावट के साथ 1,613.70 रुपये पर कारोबार किया. एक साल में कंपनी के शेयर में 3.19 फीसदी की बढ़ोतरी रही. जबकि पिछले पांच साल में कंपनी ने 96.31 फीसदी का रिटर्न दिया. खास बात यह है कि इसका औसत ROE 37.66 फीसदी है.

Sai Life Sciences

हैदराबाद बेस्ड साई लाइफ साइंसेज भी म्यूचुअल फंड्स की नजर में रही. इसमें निवेश जुलाई के 19.76 फीसदी से बढ़कर अगस्त में 22.51 फीसदी हो गया. यह कंपनी CRDMO (Contract Research, Development and Manufacturing Organisation) है, जो ग्लोबल फार्मा और बायोटेक कंपनियों को नई दवाओं को बाजार में लाने में मदद करती है. FY25 में इसका रेवेन्यू 1,695 करोड़ रुपये और PAT यानी प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 170 करोड़ रुपये रहा.

कंपनी के फंडामेंटल में इसका P/E 73.51 है. जबकि 26 सितंबर तक कंपनी का मार्केट कैप 17,935 करोड़ रुपये है. फिलहाल कंपनी शुक्रवार को 2.63 फीसदी की गिरावट के साथ 858.40 रुपये पर कारोबार कर रही है. हालांकि एक साल में कंपनी ने 32 फीसदी का रिटर्न दिया. जबकि पांच साल में कंपनी ने 32 फीसदी तक का रिटर्न दिया.

Syrma SGS Technology

इलेक्ट्रॉनिक डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की कंपनी सिरमा SGS टेक्नोलॉजी में म्यूचुअल फंड्स का निवेश जुलाई के 10.04 फीसदी से घटकर अगस्त में 7.63 फीसदी रहा. यह कंपनी EV इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन और मेडिकल डिवाइस में तेजी से अपनी पकड़ मजबूत कर रही है. FY25 में इसका रेवेन्यू 3,836 करोड़ रुपये और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 185 करोड़ रुपये रहा. कंपनी का P/E 77.4 है. बीते 5 साल में कंपनी ने 208 फीसदी का रिटर्न दिया है. फिलहाल कंपनी का मार्केट कैप 15,474 करोड़ रुपये है. आखिरी कारोबारी दिन कंपनी 3.88 फीसदी की गिरावट के साथ 802 रुपये पर कारोबार कर रही है.

Thermax Limited

इंजीनियरिंग और ग्रीन एनर्जी सॉल्यूशंस देने वाली पुणे की कंपनी थर्मैक्स में म्यूचुअल फंड्स का निवेश जुलाई के 11.97 फीसदी से घटकर अगस्त में 10.31 फीसदी रहा. कंपनी 90 से अधिक देशों में काम करती है और FY25 में इसका रेवेन्यू 10,389 करोड़ रुपये और PAT 627 करोड़ रुपये रहा. हाल ही में इसे बायोमास बॉयलर्स, हाइब्रिड प्रोजेक्ट्स और डीसलिनेशन प्लांट्स जैसे ऑर्डर मिले हैं, जो इसके ग्रीन एनर्जी फोकस को मजबूत करते हैं. फाइनेंशियल आंकड़ों में कंपनी का P/E 56.77 है.

5 साल का रेवेन्यू ग्रोथ 15.7 फीसदी और प्रॉफिट ग्रोथ 37.9 फीसदी रहा. औसत ROE 11.4 फीसदी है. कंपनी का 26 सितंबर तक मार्केट कैप 38,095 करोड़ रुपये रहा. अपने आखिरी कारोबारी दिन यानी 26 सितंबर को कंपनी के शेयर में 1.09 फीसदी की गिरावट के साथ 3,197.70 रुपये पर कारोबार किया. 6 महीनों में कंपनी के शेयर में 15 फीसदी की गिरावट रही. जबकि पांच साल में कंपनी ने 334 फीसदी तक का रिटर्न दिया.

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