क्या निफ्टी तोड़ेगा सारे रिकॉर्ड, छू लेगा ऑल टाइम हाई का आंकड़ा? इन फैक्टर्स से मिल रहे कल उछाल के संकेत
Nifty Prediction Tomorrow: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें भारत से प्यार है और दोनों देश एक व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं, जिसके बाद कीमतों में यह तेज उछाल आया है. तीन महीनों के विदेशी निवेशकों की निकासी के बाद, दलाल स्ट्रीट में फिर से रौनक लौट आई है, जिसकी वजह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) का नाटकीय यू-टर्न है.
Nifty Prediction Tomorrow: बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स 23 अक्टूबर के कारोबारी सत्रों की शुरुआत मजबूती से कर सकते हैं, जिससे लगातार छठे कारोबारी सत्र में बढ़त की संभावना बढ़ सकती है. इसके पीछे की एक बड़ी वजह गिफ्टी निफ्टी है, जिसने एक ठोस शुरुआत का संकेत दिया है. बुधवार 22 अक्टूबर को दोपहर लगभग 12:20 बजे, निफ्टी फ्यूचर्स 26,280 पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव से 1.56 फीसदी अधिक है. दूसरा बड़ा फैक्टर भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील की बढ़ती संभावना है.
भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें भारत से प्यार है और दोनों देश एक व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं, जिसके बाद कीमतों में यह तेज उछाल आया है. राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिवाली की शुभकामनाएं देने के लिए फोन किया था. इसके अलावा सूत्रों के हवाले से खबरें छपी हैं कि भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही ट्रेड डील की घोषणा हो सकती है. इसकी वजह से बाजार में पॉजिटिव सेंटीमेंट को बल मिलेगा.
विदेशी निवेशकों की वापसी
तीन महीनों के विदेशी निवेशकों की निकासी के बाद, दलाल स्ट्रीट में फिर से रौनक लौट आई है, जिसकी वजह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) का नाटकीय यू-टर्न है. उन्होंने भारतीय शेयर बाजारों में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है. 50 शेयरों वाला निफ्टी अब अपने ऑल टाइम हाई लेवल के बेहद करीब है, जो महज 410 अंकों की बढ़त के साथ 26,277 पर है. 23 अक्टूबर, एक नया रिकॉर्ड बनने का दिन हो सकता है. मंगलवार को मुहूर्त ट्रेडिंग के कारण शेयर बाजार एक घंटे के लिए खुला था, जिसमें प्रमुख इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए.
घटकर 15 फीसदी पर आ सकता है टैरिफ
मिंट ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत और अमेरिका एक व्यापार समझौते पर बातचीत के व्यापक और एडवांस्ड चरण में हैं, जिसके तहत भारतीय निर्यात पर टैरिफ को मौजूदा 50% से घटाकर 15% से 16% किया जा सकता है. इस महीने के अंत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच होने वाले आसियान शिखर सम्मेलन में इस व्यापार समझौते की घोषणा की जा सकती है. हालांकि, दोनों नेताओं ने अभी तक शिखर सम्मेलन में भाग लेने की पुष्टि नहीं की है.
मजबूत है आउटलुक
वेंचुरा में रिसर्च हेड विनीत बोलिंजकर ने बताया कि मुहूर्त ट्रेडिंग 2025 में 2024 के नरम रुख की तुलना में सतर्क आशावाद दिखाई दिया. सेंसेक्स 84,600 तक चढ़ा और निफ्टी 25,900 के आसपास रहा, जिसमें अधिकांश सेक्टर हरे निशान में रहे, जिनकी अगुवाई आईटी, बैंकिंग, ऑटो और फार्मा शेयरों ने की. त्योहारी खपत और मजबूत घरेलू फ्लो से व्यापक भागीदारी में सुधार हुआ. इसके विपरीत, मुहूर्त 2024 में उतार-चढ़ाव भरे दौर के बाद मामूली बढ़त देखी गई, जिसमें वैश्विक अनिश्चितता बनी रहने के कारण मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों का प्रदर्शन कमजोर रहा.
उन्होंने आगे कहा- ‘संवत 2081 में निफ्टी ने अब तक मध्य-सिंगल डिजिट में बढ़त हासिल की है, जिसने वित्त वर्ष 2025 की कमजोर आय ट्रेंड को उलट दिया है, जो अब निचले स्तर पर पहुंचती दिख रही है, जो संवत 2082 के लिए एक अधिक रचनात्मक सेटअप का संकेत देता है.’
आगे उन्होंने कहा कि निफ्टी इंडेक्स वर्तमान में CY26 के 18X फॉरवर्ड P/E पर कारोबार कर रहा है, जो इसके औसत 17X से थोड़ा ऊपर है. इससे पता चलता है कि आगे गिरावट की संभावना सीमित है और हम उम्मीद करते हैं कि निफ्टी मौजूदा स्तरों से बेहतर होगा. इस संभावित तेजी के प्रमुख फैक्टर्स इसमें वित्त वर्ष 2026 की तीसरी तिमाही से घरेलू खपत-आधारित आय में सुधार, संभावित अमेरिका-भारत व्यापार समझौता, और ब्याज दरों में कटौती तथा सरकारी कैपिटल एक्सपेंडिचर में वृद्धि सहित राजकोषीय और मौद्रिक समर्थन शामिल हैं. हम अगले संवत में निफ्टी के लिए 27,600 का लक्ष्य रख रहे हैं. इसी तरह, हमें उम्मीद है कि इसी अवधि में सेंसेक्स 90,100 तक पहुंच जाएगा.
लॉन्ग टर्म आउटलुक पॉजिटिव
पीएल कैपिटल के एडवाइजरी हेड विक्रम कासट ने कहा, ‘व्यापक बाजार भागीदारी स्वस्थ रही, जो नए कारोबारी वर्ष से पहले एक संतुलित रुख का संकेत देती है. आगे की ओर देखते हुए भारतीय इक्विटी के लिए लॉन्ग टर्म आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है. शॉर्ट टर्म में निवेशक आगामी आय घोषणाओं, वैश्विक ब्याज दरों के रुझानों और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर नजर रखेंगे.’
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ या डेरिवेटिव में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें