पहले से 2 लाख करोड़ के ऑर्डर, 2600 करोड़ का नया बूस्टर, म्यूचुअल फंड भी फिदा; इस शेयर पर रखें नजर
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 5,658.07 करोड़ रुपये रहा. वहीं, डिविडेंड की बात करें तो कंपनी ने 1 अगस्त 2025 को 25 प्रतिशत फाइनल डिविडेंड, यानी 0.5 रुपये प्रति शेयर घोषित किया था. म्यूचुअल फंड ने इसमें अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाई है.
BHEL Share Price: पिछला कुछ महीना BHEL के शेयरों के लिए अच्छा नहीं रहा है. शेयरों को गिरावट की मार को झेलना पड़ा है. अब कंपनी को एक बड़ा ऑर्डर मिला है. कंपनी ने MB Power (Madhya Pradesh) Ltd से 2,600 करोड़ रुपये का ठेका प्राप्त किया है. यह प्रोजेक्ट मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में लगने वाले 1×800 मेगावॉट थर्मल पावर प्रोजेक्ट से जुड़ा है, जिसमें बॉयलर, टरबाइन और जेनरेटर (BTG) की सप्लाई की जाएगी. इस प्रोजेक्ट में सुपरक्रिटिकल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा. इस ऑर्डर के साथ ही BHEL का कुल ऑर्डर बुक 2,04,375 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. बीते 5 साल में शेयर ने 456 फीसदी की रिटर्न दिया है. म्यूचुअल फंड ने इसमें अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाई है.
BHEL के शेयरों का हाल
4 सितंबर 2025 को BHEL का शेयर 0.19 प्रतिशत गिरकर 216.55 रुपये पर कामकाज कर रहा था. बीते एक हफ्ते में स्टॉक में 2.39 प्रतिशत की तेजी आई है, लेकिन तिमाही आधार पर यह 14.39 प्रतिशत टूटा है और सालाना आधार पर इसमें 24.38 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है. कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 75,404.08 करोड़ रुपये है.
फाइनेंशियल कंडीशन और डिविडेंड
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 5,658.07 करोड़ रुपये रहा. हालांकि, इस अवधि में कंपनी को 455.5 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ और EBITDA भी -365.98 करोड़ रुपये पर रहा. मौजूदा समय में कंपनी का PE अनुपात 260.19 और PB अनुपात 3.12 है. वहीं, डिविडेंड की बात करें तो कंपनी ने 1 अगस्त 2025 को 25 प्रतिशत फाइनल डिविडेंड, यानी 0.5 रुपये प्रति शेयर घोषित किया था.
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कंपनी प्रोफाइल
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड एक इंटीग्रेटेड पावर प्लांट इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर है, जो पावर, ऑयल एंड गैस, ट्रांसमिशन, ट्रांसपोर्टेशन, रिन्यूएबल एनर्जी, वाटर और डिफेंस-एयरोस्पेस जैसे कोर सेक्टर्स को सेवाएं देती हैं. यह एक सार्वजनिक उपक्रम (PSU) है. इसमें भारत सरकार की 63.17 प्रतिशत हिस्सेदारी है. कंपनी के पास देशभर में 16 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जहां घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए कैपिटल गुड्स का उत्पादन किया जाता है.
कैसा है शेयरहोल्डिंग पैटर्न?
- प्रमोटर्स की हिस्सेदारी जून 2025 तिमाही में बिना बदलाव 63.17 फीसदी रही.
- FII/FPI की हिस्सेदारी 7.19 फीसदी से घटकर 6.36 फीसदी पर आ गई.
- FII/FPI निवेशकों की संख्या 517 से घटकर 514 हो गई.
- म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी 6.09 फीसदी से बढ़कर 7.50 फीसदी हो गई.
- MF स्कीम्स की संख्या 33 से बढ़कर 34 हो गई.
- इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की हिस्सेदारी 23.53 फीसदी से बढ़कर 24.81 फीसदी पर पहुंच गई.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.