एल्सिड इन्वेस्टमेंट की तरह इस कंपनी के शेयर ने दिया 65000% का रिटर्न, 5 साल में हजार के बना दिए करोड़

Elcid Investments के शेयर प्राइस के धूम मचाने के बाद हर कोई बस यही चाहता है कि 'हमें भी ऐसा ही कोई शेयर मिल जाए' और इसके बाद चर्चा में ऐसा ही एक शेयर आता है जो हजारों गुना रिटर्न दे चुका है.

एल्सिड इन्वेस्टमेंट की तरह इस कंपनी के शेयर ने दिया 65000% का रिटर्न, 5 साल में हजार के बना दिए करोड़ Image Credit: freepik

जब से एल्सिड इन्वेस्टमेंट जैसे पेनी स्टॉक ने निवेशकों को मालामाल कर दिया तब से ही ऐसे शेयर्स की खोज खबर तेजी से शुरू हो गई है. कई लोग इसी तरह पेनी स्टॉक में पैसा लगाकर लखपति-करोड़पति बनना चाह रहे हैं. 1 लाख के निवेश को करोड़ों बनाने वाले एल्सिड इंवेस्टमेंट जैसे एक और पेनी स्टॉक इस समय चर्चा में हैं. चलिए इसके बारे में सब कुछ बताते हैं.

इस समय ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर चर्चा का विषय बना हुआ है. यह एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी यानी एनबीएफसी है जिसने तगड़ा रिटर्न देकर सबको चौंकाया है. पिछले पांच सालों में देखें तो इसके शेयर ने लगभग 65,000% का रिटर्न दे दिया है. पांच साल पहले यह शेयर मात्र 2.57 रुपए का था जो अब 1,676.45 रुपए का बन गया है.

6 महीना और पैसा डबल

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के अनुसार, ऑथम इन्वेस्टमेंट में तेजी के कारण इसका मार्केट कैप उछल कर 28,400 करोड़ रुपये को पार कर गया है. केवल पिछले 6 महीनों की बात करें तो इस शेयर ने 101% का रिटर्न दे दिया है यानी निवेशकों का पैसा डबल कर दिया है. अगर किसी ने एक लाख रुपये लगाए होते तो उसे 2 लाख रुपये मिलते. वहीं पिछले एक साल में इस शेयर ने 121% का शानदार रिटर्न दिया है. इस साल भी यह शेयर 80 फीसदी से ज्यादा उछला है.

हजारों के करोड़ों कर दिए

आज से ठीक पांच साल पहले कोई इस शेयर में 20 हजार रुपये का निवेश कर देता तो उसका रिटर्न 1 करोड़ से भी ज्यादा का होता और अगर 10 हजार रुपये लगाए होते तो 65 लाख रुपये मिल जाते. अगर कोई 50 हजार रुपये लगा देता तो वह तीन करोड़ रुपये में बदल जाते.

कैसी है कंपनी की स्थिति?

कंपीन की वित्तीय स्थिति हाल ही में उतार चढ़ाव की स्थिति से गुजरी है. ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर की जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी कंसोलिडेटेड ऑपरेशंस रेवेन्यू में 49% की गिरावट दर्ज हुई जो 1,092.65 करोड़ रुपये है जबकि पिछले साल इसी दौरान यह 2,151.75 करोड़ रुपये था.

नेट कंसोलिडेटेड प्रॉफिट में भी 56% गिरावट दर्ज हुई जो अभी 842.77 करोड़ रुपये पर है जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 1,939.81 करोड़ रुपये था. कंपनी का खर्च पिछले साल 107.79 करोड़ रुपये था जो अब बढ़ कर 157.24 करोड़ रुपये हो गया है.

छमाही यानी अप्रैल-सितंबर की बात करें तो कंपनी का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू बढ़ा है जो 2,509.59 करोड़ रुपये पर है लेकिन नेट प्रॉफिट घटा है जो 1,939.41 करोड़ रुपये है. पिछले साल नेट प्रॉफिट दोगुना था जो अब घट गया है.