स्टेशनों पर खुलेगा प्रीमियम ब्रांड कैटरिंग आउटलेट, इन 3 कंपनियों को हो सकता है फायदा; निवेशक रखें नजर
भारतीय रेलवे ने स्टेशनों पर प्रीमियम ब्रांड कैटरिंग आउटलेट शुरू करने की बड़ी पहल की है, जिसके तहत McDonalds, KFC और Pizza Hut जैसे ग्लोबल ब्रांड्स को सीधे प्लेटफार्म पर स्टोर खोलने की अनुमति दी गई है. इस कदम से कुछ कंपनियों को मजबूत फुटफाल, बेहतर मार्जिन और तेज बिजनेस ग्रोथ मिलने की संभावना है. अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत 1,200 से अधिक स्टेशनों के री–डेवलपमेंट के साथ यह मॉडल रेलवे की नॉन–फेयर रेवेन्यू को भी बढ़ाएगा.
Railway premium catering: भारतीय रेलवे ने रेलवे स्टेशनों पर “प्रीमियम ब्रांड कैटरिंग आउटलेट्स” शुरू करने की नई पहल की शुरुआत की है. इस पहल से कई फूड सर्विस कंपनियों को फायदा होने की उम्मीद है. इस नई कैटेगरी के तहत McDonalds, KFC और Pizza Hut जैसे ग्लोबल फूड ब्रांड्स को सीधे रेलवे स्टेशनों पर स्टोर खोलने की अनुमति दी गई है. अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत 1,200 से अधिक स्टेशनों के री–डेवलपमेंट के साथ यह कदम यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी क्वालिटी और हाइजीन वाला भोजन उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है. रेलवे हर दिन लगभग 2.3 करोड़ यात्रियों को हैंडल करता है, ऐसे में इन ब्रांड्स को विशाल फुटफाल और ज्यादा मार्जिन वाले बिजनेस अवसर मिल सकते हैं.
देवयानी इंटरनेशनल (Devyani International Ltd)
देवयानी इंटरनेशनल लिमिटेड भारत के सबसे बड़े क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (QSR) संचालकों में से एक है और भारत में KFC, Pizza Hut और Costa Coffee जैसे लोकप्रिय ब्रांड्स की मास्टर फ्रेंचाइजी है. देवयानी इंटरनेशनल का मार्केट कैप 18,259 करोड़ रुपये है और इसका शेयर 145.58 रुपये पर ट्रेड कर रहा है.
कंपनी ने Q2 FY26 में 12.7 फीसदी का रेवेन्यू ग्रोथ दिखाया, लेकिन नेट लॉस 4.92 करोड़ रुपये से बढ़कर 24 करोड़ रुपये पहुंच गया. रेलवे आउटलेट्स यह दबाव कम करने और हायर–मार्जिन सेगमेंट जोड़ने में मदद कर सकते हैं.
सैफायर फूड्स (Sapphire Foods)
सैफायर फूड्स इंडिया लिमिटेड एक प्रमुख क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (QSR) संचालक है और भारतीय उपमहाद्वीप में KFC, Pizza Hut और Taco Bell की सबसे बड़ी फ्रेंचाइजी में से एक है. कंपनी इंडिया, श्रीलंका और मालदीव में एक विस्तारित रेस्टोरेंट नेटवर्क का संचालन करती है.
सैफायर फूड्स का मार्केट कैप 8,420 करोड़ रुपये है और इसका शेयर 263.15 रुपये पर ट्रेड हो रहा है. कंपनी का रेवेन्यू 6.6 फीसदी बढ़ा, लेकिन EBITA और नेट लॉस में गिरावट दर्ज हुई. रेलवे हब्स पर एक्सपेंशन इसके लॉसेज घटाने और स्केल–अप में पॉजिटिव भूमिका निभा सकता है.
वेस्टलाइफ फूडवर्ल्ड (Westlife Foodworld)
वेस्टलाइफ फूडवर्ल्ड लिमिटेड, McDonalds की भारतीय मास्टर फ्रेंचाइजी है और पूरे भारत में अपने क्विक सर्विस रेस्टोरेंट आउटलेट संचालित करती है. वेस्टलाइफ फूडवर्ल्ड का मार्केट कैप 8,456 करोड़ रुपये है और इसका शेयर 561.85 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. कंपनी का नेट प्रॉफिट Q2 FY26 में 7600 फीसदी की छलांग के साथ 27.7 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. रेलवे के प्रीमियम आउटलेट्स इसका ग्रोथ मोमेंटम और मजबूत कर सकते हैं.
5 साल का होगा लाइसेंस मॉडल
रेलवे ने इन प्रीमियम आउटलेट्स के लिए ई–ऑक्शन प्रक्रिया अपनाई है, जिससे पारदर्शिता और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित की जा सके. प्रत्येक आउटलेट 5 साल के लाइसेंस पर आवंटित होंगे. इससे यात्रियों को अधिक विकल्प मिलेंगे और रेलवे को अपनी नॉन–फेयर रेवेन्यू बढ़ाने में मदद मिलेगी.
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