6 साल बाद ‘डिफॉल्ट’ से बाहर आई अनिल अंबानी की ये कंपनी, क्रेडिट रेटिंग सुधरी; सोमवार को शेयरों में दिखेगी हलचल
एक समय पर भारी कर्ज में दबी एक प्रमुख इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने अब खुद को पूरी तरह बदल लिया है. उसकी क्रेडिट रेटिंग में बड़ा उछाल आया है और निवेशकों में फिर से भरोसा लौटा है. क्या यह वापसी स्थायी है या सिर्फ एक तेजी का दौर? जानिए पूरी कहानी…
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को लंबे इंतजार के बाद बड़ी राहत मिली है. छह साल तक ‘Default’ कैटेगरी में रहने के बाद अब कंपनी की क्रेडिट रेटिंग में तीन पायदान की बढ़ोतरी हुई है. इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने कंपनी की रेटिंग को ‘IND D’ से बढ़ाकर ‘IND B/Stable/IND A4’ कर दिया है. यह अपग्रेड कंपनी की बिना फंड वाली वर्किंग कैपिटल लिमिट्स पर किया गया है. इस जानकारी के बाद सोमवार को कंपनी के शेयरों में हलचल देखने को मिल सकती है.
कर्ज से मुक्ति ने बदली तस्वीर
एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, रेटिंग एजेंसी ने कंपनी की ‘Default’ स्थिति को हटाया है, जो कि बीते छह वर्षों से लागू थी. इस बदलाव की सबसे बड़ी वजह कंपनी द्वारा कर्ज चुकता करने की प्रक्रिया है. रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर अब बैंकों और वित्तीय संस्थानों के प्रति लगभग शून्य कर्ज वाली स्थिति में है.
कंपनी ने कहा कि यह उन्नयन कंपनी के क्रेडिट प्रोफाइल में “महत्वपूर्ण सुधार” का प्रतीक है और यह दिखाता है कि कंपनी ने अपने वित्तीय ढांचे को मजबूत करने में ठोस प्रयास किए हैं.
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शेयरों में भी दिख रहा भरोसा
शुक्रवार को NSE पर कंपनी के शेयर 2.95 रुपये (0.79%) की बढ़त के साथ 377.45 रुपये पर बंद हुए. बीते एक साल में रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में 98% की बढ़त दर्ज की गई है, जबकि साल 2024 में अब तक कंपनी के रिटर्न 18% तक पहुंच चुके हैं. यह प्रदर्शन Nifty और Sensex दोनों से काफी बेहतर है, जिनमें इसी अवधि में सिर्फ 3% से थोड़ा अधिक की बढ़त देखने को मिली है.
पिछले 6 महीनों में रिलायंस समूह की दो कंपनियां- Reliance Power और Reliance Infrastructure की मार्केट कैप में जबरदस्त उछाल आया है. इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी भी बढ़ी है.
कंपनी की प्रोजेक्ट पाइपलाइन में सोलर-प्लस-स्टोरेज मेगाप्रोजेक्ट्स और 10,000 करोड़ रुपये के स्मार्ट गोला-बारूद कॉन्ट्रैक्ट शामिल हैं. साथ ही कंपनी 17,600 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की योजना पर भी काम कर रही है.
टेक्निकल इंडिकेटर भी मजबूत
Trendlyne के डेटा के अनुसार, Reliance Infra के शेयर 50-day SMA 341 और 200-day SMA 289 रुपये से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं. हालांकि, पिछले एक साल में स्टॉक में 1.7 का बीटा देखने को मिला है, जो इसकी उच्च वोलैटिलिटी को दर्शाता है. कुल मिलाकर, रेटिंग में सुधार, कर्जमुक्त स्थिति और निवेशकों के बढ़ते भरोसे ने रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए एक नई शुरुआत का संकेत दे दिया है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.