2026 में Sensex जाएगा 1,07,000, Morgan Stanley ने किया बड़ा दावा, जानें कौन-कौन से सेक्टर करेंगे मालामाल?
बुल केस में Morgan Stanley ने Sensex के लिए 1,07,000 का टारगेट दिया है, यानी मौजूदा स्तरों से लगभग 26 प्रतिशत की तेजी की गुंजाइश. फर्म का कहना है कि भारत की लंबी अवधि की ग्रोथ स्टोरी मजबूत हो रही है. सरकार की नीतियो का असर, आर्थिक रिकवरी और पॉलिसी बदलाव इसका मुख्य आधार हैं.
इन दिनों बाजार नई ऊंचाइयों की तरफ जा रहा है. निफ्टी ने 26000 के लेवल को पार कर लिया है. निवेशक संशय में हैं कि बाजार कहां जाएगा? सेंसेक्स का टारगेट क्या होगा? ऐसे में ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Morgan Stanley ने भारतीय बाजार को लेकर अपना आउटलुक जारी किया है. फर्म का कहना है कि आने वाले दो सालों में भारतीय इक्विटी मार्केट मजबूत तेजी दिखा सकता है. खासतौर पर 2026 में बाजार को लेकर इसका बुल केस काफी दमदार नजर आ रहा है. आइए इसके टारगेट, संभावनाएं और टॉप इंवेस्टमेंट थीम्स को जानते हैं.
Base Case
Morgan Stanley के मुताबिक Sensex दिसंबर 2026 तक करीब 13 प्रतिशत चढ़कर 95,000 के स्तर पर पहुंच सकता है. इसके लिए फर्म ने 50 प्रतिशत संभावना बताई है. यह टारगेट 23.5 के ट्रेलिंग P/E मल्टीपल पर बेस्ड है, जो पिछले 25 साल के औसत 22 से थोड़ा अधिक है. ब्रोकरेज का मानना है कि 2026 स्टॉक-पिकिंग की बजाय एक मैक्रो-ड्रिवन साल रहेगा.
Bull Case
अपने बुल केस में Morgan Stanley ने Sensex के लिए 1,07,000 का टारगेट दिया है, यानी मौजूदा स्तरों से लगभग 26 प्रतिशत की तेजी की गुंजाइश. फर्म का कहना है कि भारत की लंबी अवधि की ग्रोथ स्टोरी मजबूत हो रही है. सरकार की नीतियो का असर, आर्थिक रिकवरी और पॉलिसी बदलाव इसका मुख्य आधार हैं. इस बुल केस के सच होने की संभावना 30 प्रतिशत बताई गई है.
Bear Case: Sensex 76,000 का टारगेट
डाउनसाइड की स्थिति में ब्रोकरेज ने Sensex के लिए 76,000 का स्तर बताया है. Morgan Stanley का कहना है कि अधिकतर रिस्क घरेलू नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर से जुडे हुए हैं, जो बाजार की चाल पर असर डाल सकते हैं.
Consumer Discretionary
Morgan Stanley इस थीम पर 300 बेसिस पॉइंट्स ओवरवेट है. फर्म का कहना है कि शहरी मांग में सुधार देखने को मिल रहा है, जो कुल मिलाकर खपत सेक्टर को सपोर्ट करेगा. साथ ही GST कटौती भी इस सेक्टर के लिए पॉजिटिव है.
Industrials
इस थीम पर भी ब्रोकरेज 300 बेसिस पॉइंट्स ओवरवेट है. मजबूत सरकारी कैपेक्स और प्राइवेट कैपेक्स में तेजी सेक्टर को बूस्ट दे रही है. सरकार की इंफ्रास्ट्रक्चर ड्रिवन ग्रोथ पॉलिसी इससे और मजबूती से सपोर्ट करेगी.
Financials
ब्रोकरेज के मुताबिक क्रेडिट ग्रोथ बढ रही है और क्रेडिट कॉस्ट्स लो हैं, हालांकि बैंकों के NIMs में कुछ दबाव रह सकता है. बावजूद इसके, डीरग्युलेशन इस सेक्टर के लिए पॉजिटिव है. इसलिए Morgan Stanley इस थीम पर 200 बेसिस पॉइंट्स तक ओवरवेट है.
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अन्य सेक्टरो पर राय
ब्रोकरेज Communication Services, Consumer Staples और Technology पर Equalweight है. वहीं Utilities (100 bps), Energy (200 bps), Healthcare (200 bps) और Materials (300 bps) पर Underweight नजरिया दिया गया है.
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