IT और फाइनेंशियल शेयरों में बिकवाली ने बाजार की रफ्तार पर लगाया ब्रेक, सेंसेक्स और निफ्टी भारी गिरावट के साथ बंद
Closing Bell: सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट के साथ 89 शेयर 52 वीक के हाई लेवल पर पहुंचे, 26 शेयर 52 वीक के लो लेवल पर आ गए. फॉरेन कैपिटल इनफ्लो में गिरावट नजर आ रही है. गिरावट की वजह आईटी और फाइनेंशियल शेयरों में बिकवाली रही.
Closing Bell: लगातार दो सत्रों में जोरदार बढ़त के बाद भारतीय शेयर बाजार मंगलवार 27 मई को बुरी तरह टूट गया.दोपहर करीब 2:30 बजे सेंसेक्स 991.50 अंक या 1.21 फीसदी गिरकर 81,184.95 पर आ गया, जबकि निफ्टी भी 270.50 अंक या 1.08 फीसदी गिरकर 24,730.65 पर आ गया. इससे पहले, शुरुआती बेल बजते ही सेंसेक्स 460.38 अंक गिरकर 81,716.07 पर आ गया था, जबकि निफ्टी 162.05 अंक गिरकर 24,839.10 पर था.
आखिर में नुकसान को कम करते हुए, सेंसेक्स 625 अंक या 0.76 फीसदी की गिरावट के साथ 81,551.63 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 175 अंक या 0.70 फीसदी की गिरावट के साथ 24,826.20 पर क्लोज हुआ.
मिडकैप और स्मॉलकैप
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट के साथ 89 शेयर 52 वीक के हाई लेवल पर पहुंचे, 26 शेयर 52 वीक के लो लेवल पर आ गए. हालांकि, मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट ने मामूली नुकसान के साथ बेहतर प्रदर्शन किया. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स क्रमशः 0.18 फीसदी और 0.19 फीसदी बढ़कर बंद हुए.
मार्केट कैप
बीएसई-लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप पिछले सत्र के लगभग 445 लाख करोड़ रुपये से घटकर लगभग 444 लाख करोड़ रुपये रह गया.
प्रमुख सेक्टरों में दबाव देखा गया. अल्ट्राटेक सीमेंट, आईटीसी, टाटा मोटर्स और एनटीपीसी सबसे अधिर गिरने वाले शेयरों की सूची में सबसे आगे रहे.
निफ्टी सेक्टोरल इंडेक्स
सेक्टोरल इंडेक्स में, निफ्टी एफएमसीजी सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला रहा, जिसमें 0.9 फीसदी की गिरावट आई, उसके बाद निफ्टी ऑटो और निफ्टी आईटी में 0.7 फीसदी की गिरावट आई. निफ्टी ऑयल एंड गैस में 0.6 फीसदी की गिरावट आई, जबकि निफ्टी मेटल और निफ्टी प्राइवेट बैंक में 0.5 प्रतिशत की गिरावट आई. बढ़त वाले शेयरों में, निफ्टी पीएसयू बैंक और निफ्टी रियल्टी में 0.25 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
प्रॉफिट बुकिंग
एशियाई बाजारों से कमजोर संकेत, आईटी और फाइनेंशियल शेयरों में बिकवाली के कारण इक्विटी इंडेक्स में तेज गिरावट आई, जिससे दो दिन की तेजी पर ब्रेक लग गया. कमजोर वैश्विक संकेतों को देखते हुए निवेशक हाल की बढ़त के बाद प्रॉफिट बुकिंग कर रहे हैं. सुबह 10 बजे के आसपास निफ्टी 50 इंडेक्स में 49 शेयर लाल निशान में थे.
कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते निवेशकों ने प्रॉफिट बुकिंग शुरू कर दी. जापान के निक्केई और कोरिया के कोस्पी सहित एशिया के प्रमुख बाजारों में गिरावट आई. निवेशकों को इस बात की चिंता थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैक्स कटौती बिल से अमेरिका का राजकोषीय घाटा बढ़ जाएगा.
मंथली एक्सपायरी
बीएसई मंथली डेरिवेटिव एक्सपायरी मंगलवार 27 मई को निर्धारित है, जो कि आम तौर पर बाजार में अधिक अस्थिरता से जुड़ा हुआ फैक्टर है. सेंसेक्स और बैंकेक्स के लिए वीकली और मंथली डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट भी आज एक्सपायर हो जाएंगे. हालांकि, एनएसई पर एक्सपायरी गुरुवार को निर्धारित है.
आईटी और फाइनेंशियल शेयरों पर दबाव
गिरावट की वजह आईटी और फाइनेंशियल शेयरों में बिकवाली रही. वैश्विक व्यापार चिंताओं के बीच निफ्टी आईटी इंडेक्स में करीब 1 फीसदी की गिरावट आई. निफ्टी बैंक, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, निफ्टी पीएसयू बैंक और निफ्टी प्राइवेट बैंक जैसे बैंकिंग इंडेक्स में भी 1 फीसदी तक टूट गए.
बाजर में गिरावट की बड़ी वजह
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा- ‘घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव देखा गया और दो दिन की तेजी टूट गई, क्योंकि निवेशकों ने वैल्यूएशन संबंधी चिंताओं और एशियाई बाजारों में कमजोरी के कारण प्रॉफिट बुकिंग का विकल्प चुना. बेंचमार्क इंडेक्स एक बार फिर निर्णायक रूप से 25 हजार के रेजिस्टेंस लेवल को पार करने में फेल रहा. लार्ज-कैप शेयरों ने कमजोर प्रदर्शन किया, जो कि एफआईआई भागीदारी और ब्लू-चिप कंपनियों की कमजोर आय के कारण कम हुआ. इसके विपरीत, मिड- और स्मॉल-कैप सेगमेंट अपेक्षाकृत फ्लेक्सिबल रहे, जिन्हें अनुमान से बेहतर Q4 आय और प्रीमियम वैल्यूएशन में नरमी का सपोर्ट मिला.