कल शेयर में लगा अपर सर्किट, आज कंपनी की ट्रेडिंग पर रोक, जानें क्या हुआ ऐसा, अनिल अंबानी से रहा है नाता

Swan Defence and Heavy Industries Ltd का ट्रेडिंग 5 अगस्त को BSE पर बैन हो गया है क्योंकि कंपनी के खिलाफ इनसॉल्वेंसी रिजोल्यूशन प्रोसेस शुरू हो गया है. इससे एक दिन पहले इसके शेयरों में अपर सर्किट लगा था. वित्तीय तौर पर कंपनी घाटे में है, FY2025 में भारी नुकसान और निगेटिव फ्री कैश फ्लो रिपोर्ट किया गया है.

Swan Defence का ट्रेडिंग 5 अगस्त को BSE पर बैन हो गया है. Image Credit: CANVA

Swan Defence and Heavy Industries Ltd की ट्रेडिंग 5 अगस्त को BSE पर ट्रेडिंग रोक दी गई है. कंपनी पर यह कार्रवाई इन्सॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड (IBC) के तहत कंपनी के ऊपर इनसॉल्वेंसी रिजोल्यूशन प्रोसेस (IRP) शुरू होने की वजह से की गई है. इसके पहले कल, 4 अगस्त को ही इसके शेयरों में अपर सर्किट लगा था. असल में कंपनी ने अमेरिका की कंपनी Varex Imaging Corporation के साथ एक पार्टनरशिप की थी, जिसके तहत यह भारत में हाई एनर्जी कार्गो स्कैनर बनाएगी. इसके लिए गुजरात के पिपावाव में एक एडवांस मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने का प्लान है.

कल शेयरों में लगा था अपर सर्किट

कंपनी का शेयर 4 अगस्त को अपर सर्किट के साथ 354 रुपये पर बंद हुआ. कंपनी की मार्केट वैल्यू अब 1,779 करोड़ रुपये हो चुकी है. हालांकि कंपनी अभी घाटे में है, क्योंकि इसका ROE -46.4 फीसदी और ROCE -5.76 फीसदी है. शेयर की बुक वैल्यू 56.1 रुपये है, लेकिन यह उससे काफी ऊंचे रेट पर ट्रेड कर रहा था. कंपनी कोई डिविडेंड नहीं देती और अब तक मुनाफा नहीं कमा पाई है.

डिटेलआंकड़ा
शेयर क्लोजिंग प्राइस (4 अगस्त)₹354
मार्केट वैल्यू₹1,779 करोड़
ROE (रिटर्न ऑन इक्विटी)-46.4%
ROCE (रिटर्न ऑन कैपिटल)-5.76%
बुक वैल्यू (प्रति शेयर)₹56.1
डिविडेंड स्टेटसकोई डिविडेंड नहीं देती
मुनाफे की स्थितिअब तक कोई मुनाफा नहीं कमाया

कैसा है कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन

Swan Defence की रेवेन्यू ग्रोथ FY2024 से FY2025 के बीच 638 फीसदी और TTM में 963 फीसदी रही, लेकिन इसके बावजूद कंपनी को FY2025 में 1,815 करोड़ रुपये और TTM में 1,612 करोड़ रुपये का भारी नेट लॉस हुआ. साथ ही, कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन और EBITDA लगातार नेगेटिव रहा, जिससे ऑपरेशन लेवल पर नुकसान हुआ है.

214.9 करोड़ रुपये के भारी खर्च के कारण FY2025 में ग्रॉस प्रॉफिट में भी 39.6 करोड़ रुपये की हानि हुई. सबसे चिंताजनक आंकड़ा है फ्री कैश फ्लो, जो FY2025 में -1,410 करोड़ रुपये रहा और साथ ही EPS -51.51 रुपये होने से निवेशकों को प्रति शेयर भारी घाटा हुआ. ये सभी आंकड़े दर्शाते हैं कि कंपनी की वित्तीय स्थिति कमजोर है.

डिटेलआंकड़ा
रेवेन्यू ग्रोथ (FY2024-FY2025)638%
रेवेन्यू ग्रोथ (TTM)963%
नेट लॉस (FY2025)₹1,815 करोड़
नेट लॉस (TTM)₹1,612 करोड़
ऑपरेटिंग मार्जिननिगेटिव (Negative)
EBITDAनिगेटिव (Negative)
ग्रॉस प्रॉफिट हानि (FY2025)₹39.6 करोड़
कुल खर्च (FY2025)₹214.9 करोड़
फ्री कैश फ्लो (FY2025)₹-1,410 करोड़
EPS (प्रति शेयर घाटा)₹-51.51

क्या काम करती है कंपनी

Swan Defence and Heavy Industries Limited एक भारतीय कंपनी है जो जहाज बनाने का काम करती है. यह भारत और विदेशों में नेवी के लिए बड़े-बड़े जहाज जैसे पेट्रोल वेसेल, फ्रीगेट, सबमरीन, एयरक्राफ्ट कैरियर आदि बनाती है. कंपनी तेल-गैस और इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स के लिए डिजाइन और सलाह भी देती है. यह जहाजों के डिजाइन, मशीनरी, पाइप और वायरिंग की प्लानिंग करती है और उनके लिए प्रोडक्शन ड्रॉइंग तैयार करती है.

साथ ही यह कंपनी तैयार जहाजों की मरम्मत और रखरखाव का काम भी करती है. पहले इसका नाम Reliance Naval and Engineering Limited था, जिसे जनवरी 2025 में बदलकर Swan Defence and Heavy Industries Limited रखा गया. पहले इस कंपनी का मालिकाना हक अनिल अंबानी का पास था. बाद में कंपनी इन्सॉल्वेंसी में चली गई. इसकी शुरुआत 1997 में हुई थी और इसका मुख्य दफ्तर मुंबई में है.

ये भी पढ़ें- इस डिफेंस कंपनी की जर्मनी के साथ बड़ी डील, बना चुकी है 110 से ज्यादा वारशिप, 5 साल में दिया 1100 % रिटर्न

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.