Q2FY26 में चमके ये 5 PSU बैंक, बैलेंस शीट हुई मजबूत, एसेट क्वालिटी में शानदार सुधार, शेयर पर रखें नजर
FY26 की दूसरी तिमाही में सरकारी बैंकों की एसेट क्वालिटी में काफी सुधार दिखाया है. SBI सबसे कम GNPA 1.73% के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि इंडियन बैंक ने सबसे कम NNPA 0.16% दर्ज किया. बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक और PNB ने भी लगातार गिरते एनपीए के साथ मजबूत रिकवरी का संकेत दिया है.
PSU बैंकों के तिमाही नतीजों में बेहतर होती एसेट क्वालिटी साफ दिखाई दे रही है. FY2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2 FY26) के आंकड़ों के अनुसार, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और इंडियन बैंक ने अपने एनपीए स्तरों में उल्लेखनीय कमी दर्ज की है. इन परिणामों ने निवेशकों के बीच यह भरोसा और मजबूत किया है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक सुधार के रास्ते पर लगातार आगे बढ़ रहे हैं. बैंकों की वित्तीय मजबूती और उनकी लोन बुक की सुरक्षा का सबसे महत्वपूर्ण इंडिकेटर एसेट क्वालिटी होती है. लोन के खराब होने यानी एनपीए बढ़ने से बैंकों को बढ़े हुए प्रोविजन, मुनाफे में गिरावट और भरोसे में कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसलिए स्थिर एसेट क्वालिटी किसी भी बैंक की संचालन क्षमता और भविष्य की स्थिरता के लिए निर्णायक मानी जाती है. निवेशक इन स्टॉक्स पर नजर रख सकते हैं.
निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स
निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में शामिल शीर्ष पांच सरकारी बैंक- एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, पीएनबी और इंडियन बैंक हैं. इंडेक्स के कुल वेटेज का 81% हिस्सा रखते हैं. तिमाही नतीजों में सबसे मजबूत प्रदर्शन एसेट क्वालिटी के मामले में भारतीय स्टेट बैंक का रहा जिसने सबसे कम ग्रॉस एनपीए (GNPA) 1.73% और नेट एनपीए (NNPA) 0.42% दर्ज किया.
पांचों बैंकों के प्रमुख आंकड़े
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) — GNPA 1.73% (पिछले वर्ष 2.13% से कम) और NNPA 0.42%, बैंक ने प्रोविजन कवरेज रेश्यो 92.29% दर्ज किया
- बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) — GNPA 2.16% (पिछले वर्ष 2.50% से कम) और NNPA 0.57%, PCR 93.21% के स्तर पर रहा
- केनरा बैंक — GNPA 2.35% (पिछले वर्ष 3.73% से उल्लेखनीय गिरावट) और NNPA 0.54%, PCR 93.59%
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB) — GNPA 3.45% (पिछले वर्ष 4.48% से कम) और NNPA 0.36%, PCR 96.91%
- इंडियन बैंक — GNPA 2.60% (पिछले वर्ष 3.48% से कमी) और NNPA 0.16% — जो पांचों बैंकों में सबसे कम NNPA है. PCR 98.28% रहा.
ग्रोथ और मुनाफा
डेटा के अनुसार, पांचों सरकारी बैंकों ने वर्ष-दर-वर्ष एसेट क्वालिटी में सुधार दिखाया है. जहां एसबीआई सबसे कम एनपीए के साथ शीर्ष पर है. वहीं इंडियन बैंक सबसे कम नेट एनपीए और सबसे अधिक PCR के साथ मजबूत स्थिति में है. केनरा बैंक और पीएनबी ने भी अहम सुधार दिखाया है, जबकि बैंक ऑफ बड़ौदा ने स्थिर प्रदर्शन जारी रखा है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, कम एनपीए और बढ़ा हुआ प्रोविजन कवरेज यह संकेत देता है कि सरकारी बैंकों की बैलेंस शीट मजबूत हो रही है और भविष्य में लोन ग्रोथ तथा मुनाफे में मजबूती की गुंजाइश बढ़ रही है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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