मार्केट में हलचल: F&O Ban List में शामिल हो सकते हैं 5 दिग्गज स्टॉक्स, अडानी ग्रुप का शेयर भी शामिल!

F&O Ban वह स्थिति है जब किसी स्टॉक में फ्यूचर्स और ऑप्शन्स सेगमेंट में ट्रेडिंग पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है. इसका मकसद अत्यधिक सट्टेबाजी को रोकना और बाजार में स्थिरता बनाए रखना होता है. बैन लगने पर निवेशकों को केवल मौजूदा पोजीशन को घटाने की इजाजत होती है, नई पोजीशन बनाना संभव नहीं रहता.

(F&O) ban Image Credit: TV9 Bharatvarsh

शेयर बाजार में हर दिन तेजी और गिरावट के बीच, कुछ स्टॉक ऐसे भी होते हैं जिनमें ट्रेडिंग बेहद तेज हो जाती है. जब किसी स्टॉक में बहुत ज्यादा सटोरिया गतिविधि दिखने लगती है, तो एक्सचेंज उसे F&O Ban List में डाल सकता है, ताकि बाजार में अनावश्यक उतार-चढ़ाव पर रोक लगाई जा सके. इस बार Adani Enterprises, Kaynes Technology और कई अन्य स्टॉक इस सूची में शामिल होने के कतार में माने जा रहे हैं.

F&O Ban क्या है और क्यों लगाया जाता है?

F&O Ban वह स्थिति है जब किसी स्टॉक में फ्यूचर्स और ऑप्शन्स सेगमेंट में ट्रेडिंग पर बैन लगा दिया जाता है. इसका मकसद अत्यधिक सट्टेबाजी को रोकना और बाजार में स्थिरता बनाए रखना होता है. बैन लगने पर निवेशकों को केवल मौजूदा पोजीशन को घटाने की इजाजत होती है, नई पोजीशन बनाना संभव नहीं रहता.

F&O Ban में शामिल होने के नुकसान

ट्रेडिंग के अवसर कम हो जाते हैं

जब कोई स्टॉक F&O Ban में चला जाता है, तो उसमें डेरिवेटिव ट्रेडिंग रुक जाती है. इससे ट्रेडरों के लिए कमाई के कई रास्ते बंद हो जाते हैं.

हेजिंग के विकल्प घटते हैं

ट्रेडर अपनी पोजीशन को फ्यूचर्स और ऑप्शन्स से हेज नहीं कर पाते, जिससे उनका रिस्क बढ़ जाता है.

कीमतों में उतार-चढाव बढ़ सकता है

बैन के बाद कई बार स्टॉक में थोड़े समय के लिए तेज हलचल देखने को मिलती है, क्योंकि डेरिवेटिव भागीदारी कम हो जाती है.

संस्थागत निवेश घट सकता है

बड़े संस्थागत निवेशक अक्सर डेरिवेटिव रणनीति का उपयोग करते हैं. Ban लगने पर उनका इंटरेस्ट कम हो जाता है, जिससे स्टॉक में भागीदारी घटती है.

मार्केट सेंटिमेंट पर असर

F&O Ban में जाना निवेशकों को यह संकेत दे सकता है कि स्टॉक में ज्यादा वॉलैटिलिटी है, जिससे सेंटिमेंट कमजोर हो सकता है.

F&O Ban में शामिल हो सकते हैं ये स्टॉक्स

इसके अलावा HFCL, Glenmark Pharma, Indian Energy Exchange, Titagarh Rail Systems, Tata Elxsi, Inox Wind, MCX, REC, NBCC और कुछ अन्य स्टॉक भी संभावित सूची में शामिल हैं.

F&O Ban में शामिल होने के फायदे

सट्टेबाजी कम होती है

बैन लगने के बाद अत्यधिक लीवरेज पोजीशन घट जाती हैं, जिससे स्टॉक का वॉलैटिलिटी लेवल कंट्रोल में आता है.

बाजार में स्थिरता आती है

जब सटोरिया गतिविधि कम होती है, तो कीमतों में अनावश्यक उतार-चढाव रुकता है.ॉ

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रिटेल निवेशक के लिए सुरक्षा बढ़ती है

बैन लगने से जोखिम भरा ट्रेड कम हो जाता है, जिससे छोटे निवेशकों को फायदा होता है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.