हाल ही में मिला ₹2,481 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट, ₹30000 करोड़ का कुल ऑर्डर बुक, 1900% रिटर्न देने वाले इस रेलवे शेयर पर रखें नजर

भारत का रेलवे वैगन सेक्टर तेज रफ्तार से बढ़ रहा है. ऐसे में टिटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड भी तेजी से आगे निकल रही है. इसके पास करीब 30000 हजार करोड़ का ऑर्डर बुक है जिसमें हाल ही में मुंबई मेट्रो लाइन 5 के लिए मिला 2,481 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट शामिल है. निवेशक इस शेयर पर नजर रख सकते हैं.

रेलवे शेयर Image Credit: canva

भारत का रेलवे वैगन सेक्टर इस समय माल परिवहन (फ्रेट) में तेजी और पूंजीगत निवेश (कैपेक्स) के समर्थन से तेजी से आगे बढ़ रहा है. FY2024-25 में वैगन का वार्षिक उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. FY24 के 37,650 वैगन की तुलना में FY25 में यह बढ़कर 41,929 वैगन हो गया. देश की अग्रणी रेलवे कंपनियों में शामिल टिटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड (Titagarh Rail Systems Ltd) न केवल देश में वैगन और कोच बनाने वाली प्रमुख इकाइयों में शामिल है, बल्कि मेट्रो रेल और सिग्नलिंग सिस्टम के क्षेत्र में भी तेजी से अपनी पकड़ मजबूत कर रही है. निवेशक इसके शेयर पर नजर रख सकते हैं.

ऑर्डर बुक

रिपोर्ट्स के अनुसार, फिलहाल कंपनी के पास लगभग 30,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर बुक है, जिसमें कई मेट्रो और वैगन प्रोजेक्ट शामिल हैं. टिटागढ़ रेल इस साल 120 मेट्रो कोच, अगले साल 220 और FY28 में 230–250 कोच डिलीवर करने की योजना पर काम कर रही है. कंपनी की हालिया फाइलिंग के अनुसार, उसे हाल ही में मुंबई मेट्रो लाइन 5 के लिए 2,481 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला है, जिसमें रोलिंग स्टॉक, सिग्नलिंग, टेलीकम्युनिकेशन और प्लेटफॉर्म सिस्टम्स की डिजाइन, निर्माण, स्थापना और कमीशनिंग शामिल है, साथ ही 5 साल का मेंटेनेंस अनुबंध भी शामिल है.

शेयर का हाल

कंपनी का मार्केट कैप ₹11,417 करोड़ का है और इसके शेयर शुक्रवार को 847 रुपये के भाव पर बंद हुए जो पिछले सत्र की तुलना में करीब 0.95 प्रतिशत की गिरावट दर्शाते हैं. इस शेयर ने पिछले 5 साल में 1912 फीसदी का रिटर्न दिया है. हालांकि, पिछले एक साल में इस शेयर ने निवेशकों को निराश किया है और इसने करीब 30% का नेगेटिव रिटर्न दिया है.

Q1 FY26 के नतीजे

कंपनी के Q1 FY26 के नतीजे कमजोर रहे हैं. इस दौरान राजस्व 25% घटकर 679 करोड़ रुपये पर आ गया, जबकि शुद्ध लाभ 54% घटकर 31 करोड़ रुपये रह गया. यह गिरावट प्रोजेक्ट में देरी और कम मांग के कारण आई.

कंपनी का प्रोफाइल

टिटागढ़ रेल के पास चार प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जिनकी वार्षिक क्षमता 12,000 वैगन और 300 कोच की है. कंपनी भारत की एकमात्र ऐसी निर्माता है जो वैगन और कोच दोनों बनाती है और इसके पास लगभग 25% बाजार हिस्सेदारी है. इसकी जॉइंट वेंचर यूनिट से 13,326 करोड़ रुपये के ऑर्डर भी हैं. कंपनी नेट-डेट नेगेटिव है, यानी इसके पास कर्ज नहीं है. इसकी प्रोडक्शन यूनिट्स भारतपुर, कोलकाता, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद में हैं.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.


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