EV से ताल्लुक रखने वाली ये 5 कंपनियां चुपचाप बढ़ा रही हैं बाजार, भारी भरकम है ऑर्डर बुक; रिटर्न भी दमदार
भारत की इलेक्ट्रिक व्हीकल क्रांति में अब कहानी सिर्फ गाड़ियों तक सीमित नहीं रह गई है. असली एक्शन अब बैकएंड में हो रहा है. जहां सप्लाई चेन से जुड़ी कुछ कंपनियां चुपचाप बड़ा खेल बना रही हैं. इन कंपनियों को अपने वॉचलिस्ट में रखना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
Which stock is best for EV?: भारत में सरकार अपने एनर्जी सेक्टर में तेजी लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. सरकार की नई नीतियों और कंपनियों के आक्रामक निवेश से भारत अब सिर्फ EV बना नहीं रहा, बल्कि उसकी बैकबोन तैयार कर रहा है. इस कड़ी में EV सेक्टर में असली फोकस अब मैन्युफैक्चरिंग, बैटरी सप्लाई चेन और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स पर है. EV सेक्टर से ताल्लुक रखने वाली कंपनियों भी अपने काम में तेजी, ज्यादा से ज्यादा सेल्स और स्टॉन्ग मार्केट के लिए नई स्ट्रैटजी पर लगातार काम कर रही है. इस रिपोर्ट में हम ऐसी 5 कंपनियों की बात करेंगे जो सीधे तौर पर EV बनाती नहीं हैं, लेकिन उनके बिना EV रेवॉल्यूशन अधूरा है.
Minda Corporation Share
मिंडा कॉरपोरेशन ऑटो कंपोनेंट्स की बड़ी कंपनी है, जो व्हीकल एक्सेस, क्लस्टर, वायरिंग हार्नेस, सेंसर्स और EV इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सिस्टम सॉल्यूशन देती है. FY25 में कंपनी की रेवेन्यू 9 फीसदी बढ़कर 5100 करोड़ रुपये रही. कंपनी ने Flash Electronics में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है, जो EV और पावरट्रेन इलेक्ट्रॉनिक्स में मजबूत प्लेयर है. Flash की 23 फीसदी सेल्स EV से आती है. मिंडा को FY25 में 8000 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर मिले, जिनमें से एक चौथाई EV से जुड़े हैं.
कंपनी ने बीते पांच साल में 619 फीसदी रिटर्न दिया है. 25 जुलाई को यह NSE पर 509 रुपये पर ट्रेड कर रही थी. इसका मौजूदा मार्केट कैप 12,302 करोड़ रुपये है.
Lumax Auto Technologies Share
लुमैक्स ऑटो एक जाना-पहचाना नाम है जो गियर शिफ्टर्स, लाइटिंग, टेलीमैटिक्स और इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में काम करता है. कंपनी ने पुणे और चेन्नई में दो नए प्लांट शुरू किए हैं. FY25 में कंपनी को 1000 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर मिले, जिनमें से आधे EV प्रोग्राम से थे. टेलीमैटिक्स JV ‘Ituran’ से 2 अरब की रेवेन्यू और 12.5 फीसदी मार्जिन हासिल किया. कंपनी का लक्ष्य अगले 3 सालों में 3000 करोड़ की रेवेन्यू तक पहुंचना है.
मौजूदा वक्त में कंपनी का मार्केट कैप 7446 करोड़ रुपये है वहीं शुक्रवार यानी 25 जुलाई को कंपनी के शेयर 1038 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे. बीत पांच साल में इसके शेयरों ने 982 फीसदी का मुनाफा दिया है.
Hero MotoCorp Share
हीरो मोटोकॉर्प अब सिर्फ बाइक्स तक सीमित नहीं रहना चाहता. FY25 में कंपनी की रेवेन्यू 7 फीसदी बढ़कर 37,000 करोड़ रुपये पहुंची. मुनाफा 28 फीसदी उछला और ऑपरेटिंग मार्जिन 11.5 फीसदी हो गया. EV ब्रांड Vida की बिक्री Q4 में 10,000 यूनिट तक पहुंच गई. हीरो ने Ather Energy में 35 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है और आंध्र प्रदेश में नया EV प्लांट भी बना रहा है. कंपनी के पास 5300 करोड़ रुपये की नकद राशि है और FY26 के लिए 1000 करोड़ रुपये के कैपेक्स की योजना है.
कंपनी ने बीते पांच साल में 52.7 फीसदी रिटर्न दिया है. शुक्रवार को कंपनी के शेयर 4220 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे. इसका मौजूदा मार्केट कैप 86,043 रुपये है.
Endurance Technologies Share
यह कंपनी भारत और यूरोप दोनों में EV के लिए जरूरी कंपोनेंट्स बनाती है. FY25 में एंड्यूरेंस की रेवेन्यू 11,600 करोड़ रुपये रही, जिसमें भारत का हिस्सा 78 फीसदी और यूरोप का 22 फीसदी था. भारत में कंपनी को 1200 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर मिले, जिनमें से 49 फीसदी EV से जुड़े थे. यूरोप में EV और हाइब्रिड से जुड़े 208 मिलियन यूरो के ऑर्डर मिले हैं. मैक्सवेल यूनिट, जो EV पावर इलेक्ट्रॉनिक्स पर केंद्रित है, ने FY25 में 70 करोड़ रुपये की रेवेन्यू दी. कंपनी का अगला फोकस हाई-वोल्टेज EV सिस्टम्स पर है.
बीते पांच साल में कंपनी के शेयरों ने 192.6 फीसदी का मुनाफा दिया है. इसके अलावा शुक्रवार को इसके शेयर 2604 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे. इसका मौजूदा मार्केट कैप 37,097 करोड़ रुपये है.
Himadri Speciality Chemical Share
FY25 में कंपनी की रेवेन्यू 7 फीसदी गिरकर 3100 करोड़ रुपये रही और मुनाफा 23 फीसदी घटा. लेकिन असली कहानी तो कंपनी के EV फोकस में है. हिमाद्री ने 5 साल में 4,800 करोड़ रुपये की कैपेक्स योजना बनाई है ताकि लिथियम-आयन बैटरी के लिए कार्बन एनोड और स्पेशलिटी ब्लैक बनाया जा सके. इसके तहत 2 लाख TPA की एनोड प्लांट और 30000 TPA का स्पेशलिटी ब्लैक प्लांट बनाया जाएगा. कंपनी ने कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ ऑफटेक समझौते किए हैं. FY30 तक कंपनी को इस क्षेत्र से 8,000 करोड़ रुपये की रेवेन्यू की उम्मीद है.
हिमाद्री कंपनी के शेयर शुक्रवार को 502 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे. बीते पांच साल में कंपनी ने निवेशकों को 998 फीसदी की रिटर्न दिया है. कंपनी की मौजूदा मार्केट कैप 25,349 करोड़ रुपये है.
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EV निवेश सिर्फ कार कंपनियों तक सीमित नहीं
भारत की EV ग्रोथ अब सिर्फ वाहन निर्माता कंपनियों का खेल नहीं है. बैटरी मटेरियल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंपोनेंट्स और पावरट्रेन सिस्टम जैसी सप्लाई चेन में निवेश करने वाली कंपनियां असली गेम चेंजर बनकर उभर रही हैं. ये वो कंपनियां हैं जो शोर नहीं करतीं, लेकिन बदलाव की जड़ में होती हैं. अगर निवेशक समय रहते इन साइलेंट हीरोज को पहचान लें, तो लंबी अवधि में बड़ा फायदा मिल सकता है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.