NSDL vs CDSL: बाजार में किसकी है ज्यादा हिस्सेदारी? 5 बड़े आंकड़ों में साफ हो जाएगा फर्क, निवेश से पहले जानें डिटेल
भारत के दो सबसे बड़े डिपॉजिटरी संस्थानों की टक्कर एक बार फिर चर्चा में है, वजह है NSDL का बहुप्रतीक्षित IPO. क्या CDSL की पकड़ अब ढीली पड़ रही है? और क्या NSDL इस बार निवेशकों की पहली पसंद बनेगा? जानिए इस दिलचस्प मुकाबले की पूरी कहानी.

NSDL vs CDSL IN HINDI: कौन है निवेश के लायक? 5 बड़े आंकड़ों में साफ हो जाएगा फर्क, 30 जुलाई से पहले समझ लें मामला भारत का डिपॉजिटरी सिस्टम एक बार फिर चर्चा में है और इसकी वजह है NSDL का IPO, जिसकी लॉन्च तारीख 30 जुलाई तय हो गई है. जैसे-जैसे यह डेब्यू नजदीक आता जा रहा है, बाजार में बार फिर NSDL बनाम CDSL को लेकर बहस तेज होती दिख रही है. निवेशक, विश्लेषक और ब्रोकिंग कम्युनिटी दोनों संस्थाओं के आंकड़े पलट रहे हैं ताकि तय कर सकें कि अपने कंपटीटर के मुकाबले NSDL का IPO एक अच्छी निवेश डील है या नहीं. इस रिपोर्ट में हम इन दोनों कंपनियों के बीच 5 अहम बिंदूओं पर फोकस करेंगे.
NSDL vs CDSL
NSDL यानी नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड की स्थापना 1996 में NSE की पहल पर हुई थी. यह देश की पहली डिपॉजिटरी थी, जिसने भारत में पेपर-आधारित शेयर सर्टिफिकेट की जगह डिजिटल होल्डिंग्स की शुरुआत की. इसके प्रमोटर्स में NSE के अलावा IDBI बैंक, SBI, HDFC बैंक और SUUTI जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं.
वहीं CDSL यानी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड की शुरुआत 1999 में BSE द्वारा की गई थी. इसके प्रमोटर्स में BSE के साथ HDFC बैंक, स्टैंडर्ड चार्टर्ड और LIC जैसी संस्थाएं हैं. CDSL ने 2017 में खुद को शेयर बाजार में लिस्ट कराया और यह अभी तक भारत की एकमात्र लिस्टेड डिपॉजिटरी है.
ग्राहक आधार में बुनियादी फर्क
NSDL और CDSL की सेवाएं भले एक जैसी हों, लेकिन इनके कस्टमर स्ट्रक्चर में बहुत फर्क है.
NSDL आमतौर पर संस्थागत निवेशकों के साथ काम करती है जैसे म्यूचुअल फंड, बीमा कंपनियां और सरकारी संस्थान. 2025 की दूसरी तिमाही तक NSDL के पास 4.04 करोड़ एक्टिव क्लाइंट अकाउंट्स थे और इसके पास रखे गए सिक्योरिटीज की कुल वैल्यू 510.91 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है. इसके पास 29,800 से ज्यादा कंपनियों के डिमैट रिकॉर्ड हैं, जिनमें 75 फीसदी से ज्यादा शेयर डिमैट रूप में हैं.
CDSL का फोकस रिटेल निवेशकों पर है. जून 2025 तक इसके पास 15.86 करोड़ निवेशक खाते थे, यानी NSDL के मुकाबले लगभग चार गुना ज्यादा. इसकी कस्टडी में 8.83 मिलियन डिफरेंट सिक्योरिटीज हैं, लेकिन इनकी कुल वैल्यू NSDL से काफी कम, 7.92 लाख करोड़ रुपये है.
फाइनेंशियल प्रदर्शन: कौन दिखा दमदार?
NSDL का FY25 में प्रदर्शन मजबूत रहा. इसकी सालाना प्रॉफिट ग्रोथ 24.6 फीसदी रही और कुल मुनाफा 343 करोड़ रुपये तक पहुंचा. तिमाही आधार पर भी इसके नेट प्रॉफिट में 5 फीसदी की वृद्धि हुई जो कि 83.3 करोड़ रुपये रहा. रेवेन्यू भी 12 फीसदी बढ़कर 1,535 करोड़ रुपये तक गया.
इसके मुकाबले CDSL का प्रदर्शन पिछली तिमाही में कमजोर रहा. मार्च 2025 तिमाही में इसका नेट प्रॉफिट 22.4 फीसदी गिरकर 100 करोड़ रुपये रह गया, जबकि रेवेन्यू में भी 4.3 फीसदी की गिरावट आई. EBITDA भी 27 फीसदी घटा और ऑपरेटिंग मार्जिन 61.4 फीसदी से घटकर 47.8 फीसदी पर आ गया.
बाजार में कौन आगे?
CRISIL की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनियों की संख्या, फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स की वैरायटी और कुल वैल्यू के मामले में NSDL, CDSL से आगे है. इसके अलावा जब बात आती है सेटलमेंट वॉल्यूम और डिमैट मार्केट के कुल नियंत्रण की तो NSDL की बाजार हिस्सेदारी ज्यादा है
बिजनेस मॉडल में भी अंतर
NSDL एक इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म देता है जहां निवेशक, ब्रोकर, कस्टोडियन और कंपनियां एक-दूसरे से जुड़ती हैं. यह शेयरों के अलावा बॉन्ड्स और म्यूचुअल फंड यूनिट्स को भी होल्ड और ट्रांसफर करने की सुविधा देता है.
CDSL, दूसरी ओर, खासतौर पर रिटेल निवेशकों की जरूरतों को पूरा करने पर जोर देता है. जैसे डिविडेंड का डिस्ट्रीब्यूशन, बोनस शेयर का प्रोसेसिंग और अन्य कॉर्पोरेट एक्शन की सुविधा.
NSDL IPO की जानकारी
NSDL का 4000 करोड़ का IPO पूरी तरह से Offer for Sale (OFS) है, यानी इससे मिलने वाली रकम प्रमोटर्स को जाएगी. लेकिन निवेशकों के लिए यह एक मौका है ऐसी कंपनी में हिस्सेदारी लेने का जो भारत के सबसे बड़े वित्तीय इंफ्रास्ट्रक्चर का हिस्सा है. प्राइस बैंड 760-800 रुपये तय किया गया है.
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हालांकि NSDL के सामने CDSL पहले से ही एक लिस्टेड और स्थापित विकल्प के तौर पर मौजूद है, पर मजबूत फंडामेंटल्स और संस्थागत बैकिंग के वजह से NSDL अपने IPO के जरिए निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बन सकता है.
NSDL और CDSL दोनों ही भारत की पूंजी बाजार व्यवस्था के अहम स्तंभ हैं, लेकिन दोनों की राह और रणनीति अलग है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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